मंदिरहसौद नाका फरवरी के पहले हफ्ते में हो जाएगा शुरू:

post

रायपुर। सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों के लिए है खबर कि नए साल
में जेब खाली करने का नया इंतजाम टोल टैक्स में रूप में करना होगा और वह
जगह होगा मंदिर हसौद के पास। जहां से फरवरी में टोल प्लाजा शुरू हो जायेगा।
रायपुर से महासमुंद, आरंग और ओडिशा जाने वालों को अब शहर से महज 12 किमी
तथा नवा रायपुर से लगे मंदिरहसौद से पहले ही टोल टैक्स देना होगा। कार के
लिए यह टैक्स 50 रुपए और बस-ट्रक के लिए 180 रुपए होगा, जो दोगुना है।
दरअसल यहां से करीब 25 किमी दूर मौजूदा रसनी टोल नाके को इस नाके के शुरू
होते ही बंद कर दिया जाएगा क्योंकि दो नाके के बीच में 60 किमी का अंतर
होना चाहिए।


मंदिरहसौद नाका फरवरी के पहले हफ्ते में ही शुरू हो जाएगा
और इसके शुरू होते ही रसनी नाके में टोल वसूली बंद कर दी जाएगी। मंदिरहसौद
में शुरू होने वाला टोल नाका यहां से लगभग 15 किमी पहले पहले रिंगरोड-1 पर
रायपुर शहर की सीमा के भीतर सुंदरनगर से लगकर 2016 में बना था।लेकिन शहर
में टोल वसूली के भारी विरोध की वजह से उसे शुरू नहीं किया जा सका।
सुंदरनगर नाका को शहर सीमा के बाहर ले जाने पर सहमति बनी। इसीलिए मंदिरहसौद
का चयन किया गया। यह भले ही नवा रायपुर से लगा है, लेकिन तकनीकी तौर पर
मौजूदा राजधानी की सीमा से बाहर है। सुंदरनगर और रसनी नाके एक साथ बने थे।
रसनी टोल नाका तब से चल रहा है।चूंकि मंदिरहसौद से रसनी की दूरी महज 14
किमी है, इसलिए वहां का नाका बंद करके उसका टैक्स यहीं मर्ज करने का फैसला
लिया गया, ताकि लोगों को बार-बार टोल टैक्स के लिए नहीं रुकना पड़े। टोल
टैक्स वसूली का यह नया सिस्टम बना लिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग
प्राधिकरण (एनएचएआई) और सड़क निर्माण कंपनी एक्सप्रेस-वे के अफसरों ने
बताया कि इस नई व्यवस्था पर सहमति भी बन गई है।



रायपुर। सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों के लिए है खबर कि नए साल
में जेब खाली करने का नया इंतजाम टोल टैक्स में रूप में करना होगा और वह
जगह होगा मंदिर हसौद के पास। जहां से फरवरी में टोल प्लाजा शुरू हो जायेगा।
रायपुर से महासमुंद, आरंग और ओडिशा जाने वालों को अब शहर से महज 12 किमी
तथा नवा रायपुर से लगे मंदिरहसौद से पहले ही टोल टैक्स देना होगा। कार के
लिए यह टैक्स 50 रुपए और बस-ट्रक के लिए 180 रुपए होगा, जो दोगुना है।
दरअसल यहां से करीब 25 किमी दूर मौजूदा रसनी टोल नाके को इस नाके के शुरू
होते ही बंद कर दिया जाएगा क्योंकि दो नाके के बीच में 60 किमी का अंतर
होना चाहिए।


मंदिरहसौद नाका फरवरी के पहले हफ्ते में ही शुरू हो जाएगा
और इसके शुरू होते ही रसनी नाके में टोल वसूली बंद कर दी जाएगी। मंदिरहसौद
में शुरू होने वाला टोल नाका यहां से लगभग 15 किमी पहले पहले रिंगरोड-1 पर
रायपुर शहर की सीमा के भीतर सुंदरनगर से लगकर 2016 में बना था।लेकिन शहर
में टोल वसूली के भारी विरोध की वजह से उसे शुरू नहीं किया जा सका।
सुंदरनगर नाका को शहर सीमा के बाहर ले जाने पर सहमति बनी। इसीलिए मंदिरहसौद
का चयन किया गया। यह भले ही नवा रायपुर से लगा है, लेकिन तकनीकी तौर पर
मौजूदा राजधानी की सीमा से बाहर है। सुंदरनगर और रसनी नाके एक साथ बने थे।
रसनी टोल नाका तब से चल रहा है।चूंकि मंदिरहसौद से रसनी की दूरी महज 14
किमी है, इसलिए वहां का नाका बंद करके उसका टैक्स यहीं मर्ज करने का फैसला
लिया गया, ताकि लोगों को बार-बार टोल टैक्स के लिए नहीं रुकना पड़े। टोल
टैक्स वसूली का यह नया सिस्टम बना लिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग
प्राधिकरण (एनएचएआई) और सड़क निर्माण कंपनी एक्सप्रेस-वे के अफसरों ने
बताया कि इस नई व्यवस्था पर सहमति भी बन गई है।



शयद आपको भी ये अच्छा लगे!