छग विधानसभा सत्र :: विपक्ष ने सरकार के खिलाफ पेश किया अविश्वास पत्र, विधानसभा अध्यक्ष ने किया स्वीकार:

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रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की कार्रवाई शुरू हुई तो सीएम भूपेश बघेल ने मंत्री मोहन मरकाम का सदन से परिचय करवाया। इसके बाद उन्होंने मंत्री के विभाग परिवर्तन की भी जानकारी दी। 

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में विधायकों ने हंगामों के साथ मुद्दे उठाए। इस बीच नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने शराब विक्रय में अनियमितता की शिकायत की जानकारी मांगी। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ता पर शराब बेचने का आरोप लगाया। साथ ही सवाल करते हुए कहा कि जहरीली शराब पीने से 1 जवान सहित 3 की मौत हुई है। एल जहरीली शराब पीने से 3 की मौत पर क्या कार्यवाही हुई बताएं। वहीं मंत्री अकबर के जवाब पर भाजपा सदस्यों ने आपत्ति जताई।

इसी बीच मंत्री कवासी लखमा ने जवाब देते हुए कहा कि मौत जहरीली शराब पीने से नहीं जहर पीने से हुई है। बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये छत्तीसगढ़ के लिए शर्मसार करने वाली बात है। वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सदन में सवाल करते हुए कहा कि पीएम रिपोर्ट में मौत की क्या वजह सामने आई है? सदन की कमेटी से जांच कराए जाने की मांग की। वहीं विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा वह इस बात को मानते हैं यह गंभीर मामला है। मंत्री पूरी जानकारी लेकर सदन को जवाब दें।

विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार - छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए चर्चा के लिए दो दिन का समय निर्धारित किया है. इसके बाद सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंत्री नए सिरे से जब देने की तैयारी कर रहे हैं। 

सुना यह भी जा रहा है की विधानसभा महंत इस बार सत्र बढ़ाकर रखना चाहते थे लेकिन सरकार ने ऐसा दबाव में नहीं होने दिया। सरकार का विधानसभा सत्र अंतिम है इसलिए इसे 10 दिनों का करने की योजना थी क्योंकि इस बार विधायकों के 500 से ज्यादा सवाल लगे हैं साथ ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा भी होना है जिसमें 2 दिन लग जाएंगे लेकिन सरकार ने दबाव बनाते हुए इस बार का विधानसभा सत्र 4 दिनों का रखने का सुझाव दिया जिसे अध्यक्ष जी ने मान लिया।


रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की कार्रवाई शुरू हुई तो सीएम भूपेश बघेल ने मंत्री मोहन मरकाम का सदन से परिचय करवाया। इसके बाद उन्होंने मंत्री के विभाग परिवर्तन की भी जानकारी दी। 

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में विधायकों ने हंगामों के साथ मुद्दे उठाए। इस बीच नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने शराब विक्रय में अनियमितता की शिकायत की जानकारी मांगी। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ता पर शराब बेचने का आरोप लगाया। साथ ही सवाल करते हुए कहा कि जहरीली शराब पीने से 1 जवान सहित 3 की मौत हुई है। एल जहरीली शराब पीने से 3 की मौत पर क्या कार्यवाही हुई बताएं। वहीं मंत्री अकबर के जवाब पर भाजपा सदस्यों ने आपत्ति जताई।

इसी बीच मंत्री कवासी लखमा ने जवाब देते हुए कहा कि मौत जहरीली शराब पीने से नहीं जहर पीने से हुई है। बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये छत्तीसगढ़ के लिए शर्मसार करने वाली बात है। वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सदन में सवाल करते हुए कहा कि पीएम रिपोर्ट में मौत की क्या वजह सामने आई है? सदन की कमेटी से जांच कराए जाने की मांग की। वहीं विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा वह इस बात को मानते हैं यह गंभीर मामला है। मंत्री पूरी जानकारी लेकर सदन को जवाब दें।

विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार - छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए चर्चा के लिए दो दिन का समय निर्धारित किया है. इसके बाद सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंत्री नए सिरे से जब देने की तैयारी कर रहे हैं। 

सुना यह भी जा रहा है की विधानसभा महंत इस बार सत्र बढ़ाकर रखना चाहते थे लेकिन सरकार ने ऐसा दबाव में नहीं होने दिया। सरकार का विधानसभा सत्र अंतिम है इसलिए इसे 10 दिनों का करने की योजना थी क्योंकि इस बार विधायकों के 500 से ज्यादा सवाल लगे हैं साथ ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा भी होना है जिसमें 2 दिन लग जाएंगे लेकिन सरकार ने दबाव बनाते हुए इस बार का विधानसभा सत्र 4 दिनों का रखने का सुझाव दिया जिसे अध्यक्ष जी ने मान लिया।


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