Shimla :: हिमाचल में बारिश का कहर, 128 सड़कें बन्द, येलो अलर्ट जारी:

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शिमला। प्रदेश में मौसम विभाग के येलो अलर्ट के बीच धर्मशाला, नालगढ़ और कई स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। दो मकानों को नुकसान होने के साथ एक एनएच सहित 128 सड़कें अभी भी बंद है। ताजा वर्षा के बाद कई घरों में पानी घुसने के साथ पुल पर आवााजाही को रोना पड़ा। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में बांधी व वर्षा को लेकर येलो अर्ट जारी किया है।

इस दौरान कई सथानों पर भारी वर्षा होन की संभावना जताई गई है। धर्मशाला में 68.2, कांगउ़ा में 52, डलहौजी में 20 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। ताजा वर्षा के बाद दो से चार डिग्री तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अब तक नुकसान का आकलन 8661.68 करोड़ पहुंच गया है। अभी तक 432 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। जिसमें से 145 लोगों की मौत भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने के कारण हुई है।

मानसून के दौरान 2617 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं।11032 मकानों को नुकसान हुआ है। 318 दुकानों के साथ 5913 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अब तक हुए नुकसान में लोक निर्माण विभाग का नुकसान 2941.54 करोड़, जल शक्ति विभाग को 2119.10 करोड़, बिजली बोर्ड को 1740.16 करोड़ का नुकसान हुआ है।


शिमला। प्रदेश में मौसम विभाग के येलो अलर्ट के बीच धर्मशाला, नालगढ़ और कई स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। दो मकानों को नुकसान होने के साथ एक एनएच सहित 128 सड़कें अभी भी बंद है। ताजा वर्षा के बाद कई घरों में पानी घुसने के साथ पुल पर आवााजाही को रोना पड़ा। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में बांधी व वर्षा को लेकर येलो अर्ट जारी किया है।

इस दौरान कई सथानों पर भारी वर्षा होन की संभावना जताई गई है। धर्मशाला में 68.2, कांगउ़ा में 52, डलहौजी में 20 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। ताजा वर्षा के बाद दो से चार डिग्री तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अब तक नुकसान का आकलन 8661.68 करोड़ पहुंच गया है। अभी तक 432 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। जिसमें से 145 लोगों की मौत भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने के कारण हुई है।

मानसून के दौरान 2617 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं।11032 मकानों को नुकसान हुआ है। 318 दुकानों के साथ 5913 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अब तक हुए नुकसान में लोक निर्माण विभाग का नुकसान 2941.54 करोड़, जल शक्ति विभाग को 2119.10 करोड़, बिजली बोर्ड को 1740.16 करोड़ का नुकसान हुआ है।


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