Raipur :: राहुल नई घोषणाएं करने से पहले पुराना हिसाब बताएं- साव:

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कहां है 200 फूड प्रोसेसिंग, हर पंचायत को 1 करोड़, शराबबंदी, 10 लाख नौकरी, पेंशन, 4 मुफ्त सिलेंडर और 20 लाख का मुफ्त इलाज 15 हजार करोड़ का बेरोजगारी भत्ता,1500 का पेंशन,नियमतीकरण।

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से सवाल किया है कि क्या वे नई घोषणाएं करने के पहले पिछले चुनाव में की गई अपनी घोषणाओं का जवाब छत्तीसगढ़ की जनता को देंगे? उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया है कि छत्तीसगढ़ में 200 फूड प्रोसेसिंग प्लांट कहां हैं? नक्सल प्रभावित हर पंचायत को 1 करोड़ रुपए क्यों नहीं मिला? शराब बंदी लागू क्यों नहीं हुई? सभी को चार गैस सिलेंडर मुफ्त में क्यों नहीं मिले? महिलाओं की 1500 की पेंशन कहां है? कर्मचारियों का नियमितीकरण कहां है? छात्रों को 5 साल तक मुफ्त परिवहन क्यों नहीं मिला? बेरोजगारों के 15 हजार करोड़ रुपए कहां गए? न भत्ता दिया न रोजगार दिया। अब तक 700 से ज्यादा  घोषणाएं की जा चुकी हैं। भूपेश बघेल और राहुल गांधी मिलकर घोषणाओं का विश्व कीर्तिमान स्थापित करने पर आमादा है लेकिन जनता इनके किसी भी वादे पर ऐतबार नहीं कर सकती। क्योंकि 5 साल तक जनता ने कांग्रेस की धोखेबाजी झेली है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव के घोषणा पत्र में करीब 300 वादे किए थे। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य की जनता से कुल मिलाकर 400 के करीब वादे कर चुके हैं। इसके बाद हर रोज घोषणा पर घोषणा किए जा रहे हैं। राहुल गांधी भी इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ आ रहे हैं तो उन्हें जनता को जवाब देना चाहिए कि जब 5 साल पहले किए गए वादे नहीं निभाए तो अब नई-नई घोषणाएं करने का उन्हें नैतिक अधिकार कैसे हैं?


कहां है 200 फूड प्रोसेसिंग, हर पंचायत को 1 करोड़, शराबबंदी, 10 लाख नौकरी, पेंशन, 4 मुफ्त सिलेंडर और 20 लाख का मुफ्त इलाज 15 हजार करोड़ का बेरोजगारी भत्ता,1500 का पेंशन,नियमतीकरण।

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से सवाल किया है कि क्या वे नई घोषणाएं करने के पहले पिछले चुनाव में की गई अपनी घोषणाओं का जवाब छत्तीसगढ़ की जनता को देंगे? उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया है कि छत्तीसगढ़ में 200 फूड प्रोसेसिंग प्लांट कहां हैं? नक्सल प्रभावित हर पंचायत को 1 करोड़ रुपए क्यों नहीं मिला? शराब बंदी लागू क्यों नहीं हुई? सभी को चार गैस सिलेंडर मुफ्त में क्यों नहीं मिले? महिलाओं की 1500 की पेंशन कहां है? कर्मचारियों का नियमितीकरण कहां है? छात्रों को 5 साल तक मुफ्त परिवहन क्यों नहीं मिला? बेरोजगारों के 15 हजार करोड़ रुपए कहां गए? न भत्ता दिया न रोजगार दिया। अब तक 700 से ज्यादा  घोषणाएं की जा चुकी हैं। भूपेश बघेल और राहुल गांधी मिलकर घोषणाओं का विश्व कीर्तिमान स्थापित करने पर आमादा है लेकिन जनता इनके किसी भी वादे पर ऐतबार नहीं कर सकती। क्योंकि 5 साल तक जनता ने कांग्रेस की धोखेबाजी झेली है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव के घोषणा पत्र में करीब 300 वादे किए थे। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य की जनता से कुल मिलाकर 400 के करीब वादे कर चुके हैं। इसके बाद हर रोज घोषणा पर घोषणा किए जा रहे हैं। राहुल गांधी भी इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ आ रहे हैं तो उन्हें जनता को जवाब देना चाहिए कि जब 5 साल पहले किए गए वादे नहीं निभाए तो अब नई-नई घोषणाएं करने का उन्हें नैतिक अधिकार कैसे हैं?


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