दस साल की बच्ची की बलि चढ़ाने खेत ले गया गांव का व्यक्ति, मवेशी चराने वालों ...:

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छतरपुर ।    सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम कतरवारा से बलि चढ़ाने को लेकर सनसनीखेज आरोप सामने आया है। यहां रहने वाले एक परिवार ने गांव के ही एक व्यक्ति पर आरोप लगाए हैं कि वह व्यक्ति 10 साल की बच्ची को बलि चढ़ाने के लिए खेत पर ले गया था। वहां मवेशी चराने वालों की नजर पड़ने के कारण बच्ची की जान बच गई।

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम कतरवारा में रहने वाले काशीराम बंसल के परिवार ने बुधवार को सिविल लाइन थाना पहुंचकर गांव के ही भगवानदास पटेल पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में कहा गया कि 18 फरवरी को भगवानदास पटेल उसकी बेटी अर्चना बंसल को बलि चढ़ाने के उद्देश्य से खेतों की तरफ ले गया था।

वह बच्ची को मारने ही वाला था कि बच्ची चिल्लाने लगी, जिसके बाद खेतों पर मौजूद मवेशी चराने वाले लोगों और बच्ची के भाई ने मौके पर पहुंचकर चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आरोपी वहां से भाग गया और बच्ची की जान बच गई।  परिवार ने आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है। उधर, दो दिनों तक परिवार ने मामले की रिपोर्ट न दर्ज कराना भी संदेह के घेरे में है।


छतरपुर ।    सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम कतरवारा से बलि चढ़ाने को लेकर सनसनीखेज आरोप सामने आया है। यहां रहने वाले एक परिवार ने गांव के ही एक व्यक्ति पर आरोप लगाए हैं कि वह व्यक्ति 10 साल की बच्ची को बलि चढ़ाने के लिए खेत पर ले गया था। वहां मवेशी चराने वालों की नजर पड़ने के कारण बच्ची की जान बच गई।

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम कतरवारा में रहने वाले काशीराम बंसल के परिवार ने बुधवार को सिविल लाइन थाना पहुंचकर गांव के ही भगवानदास पटेल पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में कहा गया कि 18 फरवरी को भगवानदास पटेल उसकी बेटी अर्चना बंसल को बलि चढ़ाने के उद्देश्य से खेतों की तरफ ले गया था।

वह बच्ची को मारने ही वाला था कि बच्ची चिल्लाने लगी, जिसके बाद खेतों पर मौजूद मवेशी चराने वाले लोगों और बच्ची के भाई ने मौके पर पहुंचकर चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आरोपी वहां से भाग गया और बच्ची की जान बच गई।  परिवार ने आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है। उधर, दो दिनों तक परिवार ने मामले की रिपोर्ट न दर्ज कराना भी संदेह के घेरे में है।


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