अच्छी सेहत के लिए ध्यान रखें ये बातें, आयुर्वेद के अनुसार ये हैं फल खाने के सही नियम:

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सेहत को अच्छा बनाए रखने के लिए आयुर्वेद में खानपान
से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। इन नियमों में खासतौर पर खानपान के सही समय
और तरीके पर विशेष जौर दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अच्छी सेहत
के लिए जरूरी ये नियम सिर्फ भोजन पर ही नहीं बल्कि फलों के सेवन पर भी लागू
होते हैं। जी हां, आयुर्वेद फलों के सही तरीके से खाने के नियमों के बारे
में भी बताता है, जिससे व्यक्ति की सेहत को फलों के सेवन का पूरा फायदा मिल
सके। सेहत के लिए फलों के फायदे को देखते हुए हेल्थ एक्सपर्ट्स भी व्यक्ति
को रोजाना एक मौसमी फल खाने की सलाह देते हैं। फलों में
पोटेशियम,फाइबर,विटामिन सी, फोलेट,प्रोटीन,कैल्शियम,विटामिन और मिनरल्स
जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाते हैं।
लेकिन सेहत के लिए फायदेमंद इन फलों के सेवन का सही तरीका और समय मालूम ना
होने पर ये सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं। आयुर्वेद
विशेषज्ञ डॉ. दीक्सा भावसार सावलिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके
फलों के सेवन का सही तरीका और समय बताया है।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. दीक्सा भावसार सावलिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके फलों के सेवन का सही तरीका और समय बताया है।  

-आयुर्वेदिक के अनुसार ताजे फलों को अन्य खाद्य पदार्थों की
तुलना में हल्का और पचाने में आसान माना जाता है। लेकिन जब इन फलों का सेवन
हैवी फूड के साथ या खाना खाने के तुरंत बाद किया जाता है तो यह पेट में
भारी भोजन के पचने तक बने रहते हैं। नतीजतन, यह भोजन के साथ लंबे समय तक
पेट में बने रहते हैं, जो पाचन को प्रभावित करके पोषक तत्वों के अवशोषण में
बाधा उत्पन्न कर सकता है । 

-फलों को हमेशा अकेले खाना चाहिए। फलों को कभी भी भोजन के साथ या
बाद में नहीं खाना चाहिए। आप फल भोजन से 1 घंटा पहले या 2 घंटे बाद खा
सकते हैं।

-आप समान स्वाद वाले फलों को एक साथ खा सकते हैं लेकिन नियमित आधार पर मिश्रित फल का सेवन करने से बचें। 

-फलों का पूरा फायदा लेने के लिए उनका जूस निकालकर पीने की जगह
उन्हें कच्चा खाएं। फलों का रस निकालकर तभी पियें जब आपका पाचन खराब हो या
आप कमजोरी की वजह से ठीक तरह से चबाकर नहीं खा पा रहे हों। 

-फलों के सेवन का सबसे अच्छा समय सूरज डूबने से पहले का होता है। आप इस समय फलों का सेवन करें। देर रात या दिन में फल न खाएं।

-भोजन के साथ या बाद में कभी भी फल न खाएं।

-फलों को दूध या दही के साथ मिलाकर न खाएं। (प्लांट बेस्ड दूध-दही का सेवन किया जा सकता है।)

-आयुर्वेद में दूध और फल को अलग-अलग लेने की सलाह दी जाती है।  लेकिन आप दूध को केवल मीठे और पके फलों के साथ मिलाकर ले सकते हैं। 


सेहत को अच्छा बनाए रखने के लिए आयुर्वेद में खानपान
से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। इन नियमों में खासतौर पर खानपान के सही समय
और तरीके पर विशेष जौर दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अच्छी सेहत
के लिए जरूरी ये नियम सिर्फ भोजन पर ही नहीं बल्कि फलों के सेवन पर भी लागू
होते हैं। जी हां, आयुर्वेद फलों के सही तरीके से खाने के नियमों के बारे
में भी बताता है, जिससे व्यक्ति की सेहत को फलों के सेवन का पूरा फायदा मिल
सके। सेहत के लिए फलों के फायदे को देखते हुए हेल्थ एक्सपर्ट्स भी व्यक्ति
को रोजाना एक मौसमी फल खाने की सलाह देते हैं। फलों में
पोटेशियम,फाइबर,विटामिन सी, फोलेट,प्रोटीन,कैल्शियम,विटामिन और मिनरल्स
जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाते हैं।
लेकिन सेहत के लिए फायदेमंद इन फलों के सेवन का सही तरीका और समय मालूम ना
होने पर ये सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं। आयुर्वेद
विशेषज्ञ डॉ. दीक्सा भावसार सावलिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके
फलों के सेवन का सही तरीका और समय बताया है।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. दीक्सा भावसार सावलिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके फलों के सेवन का सही तरीका और समय बताया है।  

-आयुर्वेदिक के अनुसार ताजे फलों को अन्य खाद्य पदार्थों की
तुलना में हल्का और पचाने में आसान माना जाता है। लेकिन जब इन फलों का सेवन
हैवी फूड के साथ या खाना खाने के तुरंत बाद किया जाता है तो यह पेट में
भारी भोजन के पचने तक बने रहते हैं। नतीजतन, यह भोजन के साथ लंबे समय तक
पेट में बने रहते हैं, जो पाचन को प्रभावित करके पोषक तत्वों के अवशोषण में
बाधा उत्पन्न कर सकता है । 

-फलों को हमेशा अकेले खाना चाहिए। फलों को कभी भी भोजन के साथ या
बाद में नहीं खाना चाहिए। आप फल भोजन से 1 घंटा पहले या 2 घंटे बाद खा
सकते हैं।

-आप समान स्वाद वाले फलों को एक साथ खा सकते हैं लेकिन नियमित आधार पर मिश्रित फल का सेवन करने से बचें। 

-फलों का पूरा फायदा लेने के लिए उनका जूस निकालकर पीने की जगह
उन्हें कच्चा खाएं। फलों का रस निकालकर तभी पियें जब आपका पाचन खराब हो या
आप कमजोरी की वजह से ठीक तरह से चबाकर नहीं खा पा रहे हों। 

-फलों के सेवन का सबसे अच्छा समय सूरज डूबने से पहले का होता है। आप इस समय फलों का सेवन करें। देर रात या दिन में फल न खाएं।

-भोजन के साथ या बाद में कभी भी फल न खाएं।

-फलों को दूध या दही के साथ मिलाकर न खाएं। (प्लांट बेस्ड दूध-दही का सेवन किया जा सकता है।)

-आयुर्वेद में दूध और फल को अलग-अलग लेने की सलाह दी जाती है।  लेकिन आप दूध को केवल मीठे और पके फलों के साथ मिलाकर ले सकते हैं। 


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