खनिज विभाग मे ट्रक ड्राइवर चला रहा बड़े अधिकारीयो की शासकीय चारपाहिया वाहन किसके आशीर्वाद से ?:

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खनिज विभाग मे अधिकारियो के नजदीकी व अच्छे सम्बन्ध का फायदा उठाते हुवे एक शासकीय ट्रक ड्राइवर आज रायपुर जिला कार्यलय की वाहन सूमो को चला रहा है सूत्रों की माने तो यह नियमानुसार गलत है कुछ दिन पूर्व उक्त चालक दिनेश तिवारी ने शासकीय सूमो को कुरुद से रेट घाट जाने के रोड के आसपास रेट घाट आने जाने वाले रास्ते मे सामने से आ रहे टेक्टर मे लापरवाही पूर्व गाड़ी चलाते हुवे ठोका है जिसमे खनिज विभाग का अमले को जनहानि होते होते विभागीय लोग बचे है गलत तरीके से दिनेश तिवारी का ट्रांसफर जिले कार्यलय मे किया गया है छेत्रिय ट्रक चालक की डियूटी बड़े अधिकारी के आशीर्वाद से जिला कार्यलय मे की गईं है यहाँ यह बात विचरनीय है की कैसे नियमों के विरुद्ध जिला कार्यलय ट्रांसफर किया गया ?

बड़े साहब के आशीर्वाद व मोन सहमति से नियमों के विपरीत साहब व ड्राइवर को ख़ुश करने किया गया खेल?

जंगल मे खनिज की खोज के लिए जो केम्प लगाया जाता है उसमे ट्रक चलाने के लिए नियुक्ति दी गई है केम्प के लगे रहते तक ट्रक चालक को वही रहना होता है

ट्रक चालक का पद है जिनका वेतन कार चालक से अधिक रहता है लेकिन ये कार चालक के स्थान पर जिला कार्यलय रायपुर मे अपनी राजनैतिक पहुंच के चलते यहाँ पदस्थ है ये  ट्रक चालक का वेतन लेकर कार चला रहे है इनका अतिरिक्त वेतन का भुगतान किसके द्वारा व किस मद से दिया जा रहा है विचारने योग्य बात है

विभाग खाली बैठे कार चालकों द्वारा इस गलत कार्य की शिकायत की गई थी की अनुमानित 10 से 12 कार चालक वर्तमान मे खाली बेटे इंद्रवती व सोनाखान है

उच्च अधिकारी इन सभी कार्य से अनभिज्ञ है


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खनिज विभाग मे अधिकारियो के नजदीकी व अच्छे सम्बन्ध का फायदा उठाते हुवे एक शासकीय ट्रक ड्राइवर आज रायपुर जिला कार्यलय की वाहन सूमो को चला रहा है सूत्रों की माने तो यह नियमानुसार गलत है कुछ दिन पूर्व उक्त चालक दिनेश तिवारी ने शासकीय सूमो को कुरुद से रेट घाट जाने के रोड के आसपास रेट घाट आने जाने वाले रास्ते मे सामने से आ रहे टेक्टर मे लापरवाही पूर्व गाड़ी चलाते हुवे ठोका है जिसमे खनिज विभाग का अमले को जनहानि होते होते विभागीय लोग बचे है गलत तरीके से दिनेश तिवारी का ट्रांसफर जिले कार्यलय मे किया गया है छेत्रिय ट्रक चालक की डियूटी बड़े अधिकारी के आशीर्वाद से जिला कार्यलय मे की गईं है यहाँ यह बात विचरनीय है की कैसे नियमों के विरुद्ध जिला कार्यलय ट्रांसफर किया गया ?

बड़े साहब के आशीर्वाद व मोन सहमति से नियमों के विपरीत साहब व ड्राइवर को ख़ुश करने किया गया खेल?

जंगल मे खनिज की खोज के लिए जो केम्प लगाया जाता है उसमे ट्रक चलाने के लिए नियुक्ति दी गई है केम्प के लगे रहते तक ट्रक चालक को वही रहना होता है

ट्रक चालक का पद है जिनका वेतन कार चालक से अधिक रहता है लेकिन ये कार चालक के स्थान पर जिला कार्यलय रायपुर मे अपनी राजनैतिक पहुंच के चलते यहाँ पदस्थ है ये  ट्रक चालक का वेतन लेकर कार चला रहे है इनका अतिरिक्त वेतन का भुगतान किसके द्वारा व किस मद से दिया जा रहा है विचारने योग्य बात है

विभाग खाली बैठे कार चालकों द्वारा इस गलत कार्य की शिकायत की गई थी की अनुमानित 10 से 12 कार चालक वर्तमान मे खाली बेटे इंद्रवती व सोनाखान है

उच्च अधिकारी इन सभी कार्य से अनभिज्ञ है


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