रोहित शर्मा ने सरफराज खान के पिता को लेकर किया बड़ा खुलासा:

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भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल में समाप्त हुई
टेस्ट सीरीज के दौरान डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए
बुधवार को कहा कि उन्होंने इन युवा क्रिकेटरों के साथ खेलने का भरपूर आनंद
लिया. विराट कोहली सहित कुछ सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में पांच युवा
खिलाड़ियों रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, आकाश दीप और देवदत्त
पडिक्कल ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया. बता दें, भारत को हैदराबाद में
हुए सीरीज के पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके बाद
टीम इंडिया ने शानदार वापसी की और फिर लगातार चार मैच जीते और सीरीज 4-1 से
जीत ली.

वहीं अब रोहित
शर्मा ने इन खिलाड़ियों के साथ खेलने को लेकर बात की है. रोहित ने अपने
इंस्टाग्राम हैंडल पर कहा,"व्यक्तिगत रूप से मुझे इनके साथ काम करके बहुत
मजा आया. जितने भी युवा लड़के थे, सब काफी चुलबुले थे." रोहित शर्मा ने आगे
कहा,"इनमें से अधिकतर को मैं अच्छी तरह से जानता था तथा मुझे उनके मजबूत
पक्षों के बारे में पता था. मैं जानता था कि वह किस तरह से खेलना चाहते
हैं. मेरा काम केवल उन्हें सहज बनाए रखना था. जिस तरह से उन्होंने मेरी और
राहुल भाई (मुख्य कोच राहुल द्रविड़) की उम्मीदों को पूरा किया, वह शानदार
था."

रोहित शर्मा ने इन खिलाड़ियों के डेब्यू को लेकर आगे कहा,"मैं इन सभी
लड़कों के डेब्यू में खो गया था. उनके माता-पिता भी वहां थे, बहुत सारी
भावनाएं थीं. मुझे उनका डेब्यू देखकर बहुत मजा आया."

भारतीय कप्तान
ने सरफराज खान का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने एक युवा खिलाड़ी के रूप
में अपने पिता के खिलाफ खेलते हुए उनकी यात्रा देखी है. रोहित शर्मा ने आगे
कहा,"मैं उनके डेब्यू में खो गया था. मैं उनके डेब्यू का बहुत आनंद ले रहा
था क्योंकि उनके माता-पिता वहां थे. बहुत सारी भावनाएं थीं. मैं सरफराज के
पिता के साथ कांगा लीग में खेल चुका हूं जब मैं बहुत छोटा था."

रोहित
शर्मा ने आगे कहा,"उनके पिता बाएं हाथ के बल्लेबाज थे. वह एक आक्रामक
खिलाड़ी थे और मुंबई क्रिकेट सर्कल में बहुत प्रसिद्ध थे. मैं उनके प्रयास
और कड़ी मेहनत को स्वीकार करना चाहता था जिसका फल उनके बेटे को भारत के लिए
खेलने में मिला. मैं बस उन्हें यह बताना चाहता था कि उनके बेटे की टेस्ट
कैप उतनी ही उनकी है जितनी उनके बेटे की."


भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल में समाप्त हुई
टेस्ट सीरीज के दौरान डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए
बुधवार को कहा कि उन्होंने इन युवा क्रिकेटरों के साथ खेलने का भरपूर आनंद
लिया. विराट कोहली सहित कुछ सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में पांच युवा
खिलाड़ियों रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, आकाश दीप और देवदत्त
पडिक्कल ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया. बता दें, भारत को हैदराबाद में
हुए सीरीज के पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके बाद
टीम इंडिया ने शानदार वापसी की और फिर लगातार चार मैच जीते और सीरीज 4-1 से
जीत ली.

वहीं अब रोहित
शर्मा ने इन खिलाड़ियों के साथ खेलने को लेकर बात की है. रोहित ने अपने
इंस्टाग्राम हैंडल पर कहा,"व्यक्तिगत रूप से मुझे इनके साथ काम करके बहुत
मजा आया. जितने भी युवा लड़के थे, सब काफी चुलबुले थे." रोहित शर्मा ने आगे
कहा,"इनमें से अधिकतर को मैं अच्छी तरह से जानता था तथा मुझे उनके मजबूत
पक्षों के बारे में पता था. मैं जानता था कि वह किस तरह से खेलना चाहते
हैं. मेरा काम केवल उन्हें सहज बनाए रखना था. जिस तरह से उन्होंने मेरी और
राहुल भाई (मुख्य कोच राहुल द्रविड़) की उम्मीदों को पूरा किया, वह शानदार
था."

रोहित शर्मा ने इन खिलाड़ियों के डेब्यू को लेकर आगे कहा,"मैं इन सभी
लड़कों के डेब्यू में खो गया था. उनके माता-पिता भी वहां थे, बहुत सारी
भावनाएं थीं. मुझे उनका डेब्यू देखकर बहुत मजा आया."

भारतीय कप्तान
ने सरफराज खान का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने एक युवा खिलाड़ी के रूप
में अपने पिता के खिलाफ खेलते हुए उनकी यात्रा देखी है. रोहित शर्मा ने आगे
कहा,"मैं उनके डेब्यू में खो गया था. मैं उनके डेब्यू का बहुत आनंद ले रहा
था क्योंकि उनके माता-पिता वहां थे. बहुत सारी भावनाएं थीं. मैं सरफराज के
पिता के साथ कांगा लीग में खेल चुका हूं जब मैं बहुत छोटा था."

रोहित
शर्मा ने आगे कहा,"उनके पिता बाएं हाथ के बल्लेबाज थे. वह एक आक्रामक
खिलाड़ी थे और मुंबई क्रिकेट सर्कल में बहुत प्रसिद्ध थे. मैं उनके प्रयास
और कड़ी मेहनत को स्वीकार करना चाहता था जिसका फल उनके बेटे को भारत के लिए
खेलने में मिला. मैं बस उन्हें यह बताना चाहता था कि उनके बेटे की टेस्ट
कैप उतनी ही उनकी है जितनी उनके बेटे की."


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