रायपुर । अपने ठेठ अंदाज और बयानों के लिए मशहूर पूर्व
मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा हमेशा चर्चा में रहते हैं। कांग्रेस ने उन्हें बस्तर सीट से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है. जगदलपुर में आयोजित आमसभा में उन्होंने ऐसा बयान दिया कि लोगों की हंसी छूट गई।
दरअसल बुधवार को जगदलपुर के लालबाग मैदान में नामांकन सभा का आयोजन हो रहा था। इस
दौरान सभा को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने बेहद मजाकिया अंदाज में कहा- 'मैं तो अपने बेटे के लिए बहु तलाशने गया था। लेकिन पार्टी ने मुझे दुल्हन सौंप दी है।' लखमा के इस बयान के बाद सभा में ठहाके लगाने लगे थे।
रस्साकस्सी के दौरान कवासी लखमा दिल्ली तक पंहुचा गए थे। लखमा चाहते थे कि, पार्टी उनके बेटे और सुकमा जिला के पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी को टिकट दे, लेकिन पार्टी ने आखिर में कवासी लखमा को ही प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
कवासी लखमा के इस बयान ने कांग्रेस के अंदर टिकट को लेकर हुई रस्साकसी को भी स्पष्ट कर दिया है। सभा को सम्बोधित करते हुए कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष
दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताया और कहा कि, उनके गुट को भी साधना जरूरी है। क्योंकि कवासी लखमा जानते हैं कि, अगर उन्हें बस्तर में
जीतना है तो उन्हें पीसीसी चीफ दीपक बैज के गुट को भी साधना होगा। इसलिए कवासी लखमा ने मंच से कहा कि, दीपक बैज पीसीसी अध्यक्ष हैं, इसके नाते वे
प्रदेश के सबसे बड़े नेता होंगे और उनकी जिम्मेदारी 11 लोकसभा सीट जीतने की होगी।
रायपुर । अपने ठेठ अंदाज और बयानों के लिए मशहूर पूर्व
मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा हमेशा चर्चा में रहते हैं। कांग्रेस ने उन्हें बस्तर सीट से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है. जगदलपुर में आयोजित आमसभा में उन्होंने ऐसा बयान दिया कि लोगों की हंसी छूट गई।
दरअसल बुधवार को जगदलपुर के लालबाग मैदान में नामांकन सभा का आयोजन हो रहा था। इस
दौरान सभा को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने बेहद मजाकिया अंदाज में कहा- 'मैं तो अपने बेटे के लिए बहु तलाशने गया था। लेकिन पार्टी ने मुझे दुल्हन सौंप दी है।' लखमा के इस बयान के बाद सभा में ठहाके लगाने लगे थे।
रस्साकस्सी के दौरान कवासी लखमा दिल्ली तक पंहुचा गए थे। लखमा चाहते थे कि, पार्टी उनके बेटे और सुकमा जिला के पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी को टिकट दे, लेकिन पार्टी ने आखिर में कवासी लखमा को ही प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
कवासी लखमा के इस बयान ने कांग्रेस के अंदर टिकट को लेकर हुई रस्साकसी को भी स्पष्ट कर दिया है। सभा को सम्बोधित करते हुए कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष
दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताया और कहा कि, उनके गुट को भी साधना जरूरी है। क्योंकि कवासी लखमा जानते हैं कि, अगर उन्हें बस्तर में
जीतना है तो उन्हें पीसीसी चीफ दीपक बैज के गुट को भी साधना होगा। इसलिए कवासी लखमा ने मंच से कहा कि, दीपक बैज पीसीसी अध्यक्ष हैं, इसके नाते वे
प्रदेश के सबसे बड़े नेता होंगे और उनकी जिम्मेदारी 11 लोकसभा सीट जीतने की होगी।