वजन घटाने के लिए डायटिंग कर रहे तो जान लें कौन सा न्यूट्रिशन लेना है जरूरी:

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कई
लोग मेरे पास आकर कहते हैं कि मैंने वजन घटाने के लिए सभी तरह की कोशिश कर
ली- तरह-तरह के डाइट को अपनाकर देख लिया, कुछ खास तरह के खाद्य पदार्थ का
सेवन बंद कर दिया, बिना कार्बोहाइड्रेट या बिना फैट वाली डाइट अपनाकर देख
ली, कई-कई घंटे का व्रत रख लिया, खूब व्यायाम कर लिया- पर कामयाबी नहीं
मिली। मैं ऐसे लोगों को कहती हूं कि उन्होंने तमाम तरह की कोशिश तो कर ली,
पर अपने शरीर में पैठ जमाए हुए पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए कुछ
नहीं किया है। तो अगर आप भी वजन कम करने की जुगत में लगी हुई हैं तो शरीर
में पोषक तत्वों के संतुलन को और बिगाड़ने की जगह उन खाद्य पदार्थों और पोषक
तत्वों पर ध्यान दें, जो सही वजन के लक्ष्य को बरकरार रखने में आपकी मदद
करे। इस काम में कौन-कौन से पोषक तत्व करेंगे मदद, आइए जानें:

पोटैशियम का साथ

शरीर में पोटैशियम की कमी से वजन बढ़ना, पानी जमा होना और ब्लोटिंग की
समस्या हो सकती है। पोटैशियम मेटाबॉलिज्म को तेज बनाने वाले पोषक तत्वों
जैसे आयरन, मैग्नीशियम और कैल्शियम के इस्तेमाल को भी बढ़ाता है। जब
मेटाबॉलिज्म तेज रहता है, तो कैलोरी तेजी से बर्न होती है और वजन भी
नियंत्रित रहता है। इसके अलावा पोटैशियम मांसपेशियों की मजबूती के लिए भी
जरूरी है। मांसपेशियां मजबूत रहेंगी, तो कैलोरी भी ज्यादा बर्न होगी। शरीर
में पोटैशियम की कमी को दूर करने के लिए दिन भर में फल और सब्जियां
कम-से-कम पांच बार खाएं। केला और आलू पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। इसके
अलावा मशरूम, ब्रोकली, टमाटर, हरी पत्तेदार सब्जियां, खीरा, स्ट्राबेरी,
संतरा और अनार आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।

कैल्शियम की करामात

कैल्शियम और विटामिन-डी युक्त खाद्य पदार्थों का ज्यादा मात्रा में सेवन
शरीर के वजन को नियंत्रित रखने में प्रभावी पाया गया है। कैल्शियम
मेटाबॉलिज्म को तेज करके ज्यादा कैलोरी को बर्न करने में मदद करता है।
कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से पेट देर तक भरा रहता है और किसी
खास तरह के खाद्य पदार्थों के सेवन का मन भी नहीं करता है। कैल्शियम और
विटामिन-डी के लिए अपनी डाइट में दूध और उससे बने खाद्य पदार्थ, हरी
पत्तेदार सब्जियां, तिल और टोफू जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें।

नाम सुना है क्रोमियम का?

हम में से अधिकांश लोगों ने क्रोमियम नाम के इस मिनरल का नाम भी नहीं सुना
होगा। प्रचुर मात्रा में इससे युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की बात तो दूर
है। बार-बार भूख लगने की समस्या को दूर भगाने और लगातार कुछ-न-कुछ खाते
रहने की समस्या को दूर भगाने के यह पोषक तत्व जरूरी है। यह ब्लड शुगर के
स्तर को संतुलित रखने के लिए भी आवश्यक है। ब्रोकली, ओट्स, टमाटर और बीन्स
इसके अच्छे स्रोत हैं। काली मिर्च भी क्रोमियम का अच्छा स्रोत है।

कोलीन भी है जरूरी

संभव है कि पानी में घुल सकने वाले इस विटामिन का आपने नाम भी ना सुना हो,
पर वजन कम करने की आपकी कोशिशों को यह विटामिन एक नए मुकाम तक पहुंचा सकता
है। विटामिन-बी समूह का यह विटामिन शरीर के उस जींस को असक्रिय कर देता है,
जो लिवर के आसपास वसा को इकट्ठा करने के लिए जिम्मेदार होता है। इस पोषक
तत्व के लिए अपनी डाइट में अंडा, सीताफल, सूरजमुखी के बीज, डेयरी पदार्थ,
सालमन मछली, ब्रोकली और गोभी को नियमित रूप से शामिल करें।

आयरन की ताकत

जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी होती है, उनका मेटाबॉलिज्म अपने-आप धीमा
हो जाता है। साथ ही आयरन शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम
करता है, जो वसा कम करने में मददगार साबित होता है। आयरन की कमी से एनीमिया
नाम की बीमारी भी हो जाती है, जिससे थकान बढ़ती है और वजन कम करने के लिए
एक जरूरी काम व्यायाम करने की हिम्मत ही नहीं बचती। शरीर में आयरन की कमी
को दूर करने के लिए अपनी डाइट में अंडे का पीला हिस्सा, मीट, सोयाबीन, फल,
खजूर और अनार आदि को शामिल करें।




कई
लोग मेरे पास आकर कहते हैं कि मैंने वजन घटाने के लिए सभी तरह की कोशिश कर
ली- तरह-तरह के डाइट को अपनाकर देख लिया, कुछ खास तरह के खाद्य पदार्थ का
सेवन बंद कर दिया, बिना कार्बोहाइड्रेट या बिना फैट वाली डाइट अपनाकर देख
ली, कई-कई घंटे का व्रत रख लिया, खूब व्यायाम कर लिया- पर कामयाबी नहीं
मिली। मैं ऐसे लोगों को कहती हूं कि उन्होंने तमाम तरह की कोशिश तो कर ली,
पर अपने शरीर में पैठ जमाए हुए पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए कुछ
नहीं किया है। तो अगर आप भी वजन कम करने की जुगत में लगी हुई हैं तो शरीर
में पोषक तत्वों के संतुलन को और बिगाड़ने की जगह उन खाद्य पदार्थों और पोषक
तत्वों पर ध्यान दें, जो सही वजन के लक्ष्य को बरकरार रखने में आपकी मदद
करे। इस काम में कौन-कौन से पोषक तत्व करेंगे मदद, आइए जानें:

पोटैशियम का साथ

शरीर में पोटैशियम की कमी से वजन बढ़ना, पानी जमा होना और ब्लोटिंग की
समस्या हो सकती है। पोटैशियम मेटाबॉलिज्म को तेज बनाने वाले पोषक तत्वों
जैसे आयरन, मैग्नीशियम और कैल्शियम के इस्तेमाल को भी बढ़ाता है। जब
मेटाबॉलिज्म तेज रहता है, तो कैलोरी तेजी से बर्न होती है और वजन भी
नियंत्रित रहता है। इसके अलावा पोटैशियम मांसपेशियों की मजबूती के लिए भी
जरूरी है। मांसपेशियां मजबूत रहेंगी, तो कैलोरी भी ज्यादा बर्न होगी। शरीर
में पोटैशियम की कमी को दूर करने के लिए दिन भर में फल और सब्जियां
कम-से-कम पांच बार खाएं। केला और आलू पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। इसके
अलावा मशरूम, ब्रोकली, टमाटर, हरी पत्तेदार सब्जियां, खीरा, स्ट्राबेरी,
संतरा और अनार आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।

कैल्शियम की करामात

कैल्शियम और विटामिन-डी युक्त खाद्य पदार्थों का ज्यादा मात्रा में सेवन
शरीर के वजन को नियंत्रित रखने में प्रभावी पाया गया है। कैल्शियम
मेटाबॉलिज्म को तेज करके ज्यादा कैलोरी को बर्न करने में मदद करता है।
कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से पेट देर तक भरा रहता है और किसी
खास तरह के खाद्य पदार्थों के सेवन का मन भी नहीं करता है। कैल्शियम और
विटामिन-डी के लिए अपनी डाइट में दूध और उससे बने खाद्य पदार्थ, हरी
पत्तेदार सब्जियां, तिल और टोफू जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें।

नाम सुना है क्रोमियम का?

हम में से अधिकांश लोगों ने क्रोमियम नाम के इस मिनरल का नाम भी नहीं सुना
होगा। प्रचुर मात्रा में इससे युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की बात तो दूर
है। बार-बार भूख लगने की समस्या को दूर भगाने और लगातार कुछ-न-कुछ खाते
रहने की समस्या को दूर भगाने के यह पोषक तत्व जरूरी है। यह ब्लड शुगर के
स्तर को संतुलित रखने के लिए भी आवश्यक है। ब्रोकली, ओट्स, टमाटर और बीन्स
इसके अच्छे स्रोत हैं। काली मिर्च भी क्रोमियम का अच्छा स्रोत है।

कोलीन भी है जरूरी

संभव है कि पानी में घुल सकने वाले इस विटामिन का आपने नाम भी ना सुना हो,
पर वजन कम करने की आपकी कोशिशों को यह विटामिन एक नए मुकाम तक पहुंचा सकता
है। विटामिन-बी समूह का यह विटामिन शरीर के उस जींस को असक्रिय कर देता है,
जो लिवर के आसपास वसा को इकट्ठा करने के लिए जिम्मेदार होता है। इस पोषक
तत्व के लिए अपनी डाइट में अंडा, सीताफल, सूरजमुखी के बीज, डेयरी पदार्थ,
सालमन मछली, ब्रोकली और गोभी को नियमित रूप से शामिल करें।

आयरन की ताकत

जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी होती है, उनका मेटाबॉलिज्म अपने-आप धीमा
हो जाता है। साथ ही आयरन शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम
करता है, जो वसा कम करने में मददगार साबित होता है। आयरन की कमी से एनीमिया
नाम की बीमारी भी हो जाती है, जिससे थकान बढ़ती है और वजन कम करने के लिए
एक जरूरी काम व्यायाम करने की हिम्मत ही नहीं बचती। शरीर में आयरन की कमी
को दूर करने के लिए अपनी डाइट में अंडे का पीला हिस्सा, मीट, सोयाबीन, फल,
खजूर और अनार आदि को शामिल करें।



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