ब्राजील के न्यायाधीश ने मस्क के खिलाफ जांच शुरू की:

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ब्रासीलिया । ब्राजील के
शीर्ष न्यायालय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ के मालिक एलन मस्क के
खिलाफ कुछ खातों को ब्लॉक करने के अदालत के आदेश को चुनौती देने तथा न्याय
में बाधा डालने और कई पूर्व खातों पर असंवैधानिक प्रतिबंध हटाने की घोषणा
के बाद जांच शुरू कर दी है।

एक अदालती दस्तावेज़ के हवाले से कई
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ब्राज़ीलियाई शीर्ष न्यायालय के
न्यायाधीश अलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने रविवार को अपनी सोशल मीडिया कंपनी एक्स
से जुड़े न्याय में बाधा डालने के लिए श्री मस्क के खिलाफ जांच शुरू की।

श्री
मस्क ने पिछले साल आठ जनवरी के दंगों के अपराधियों से संबंधित कुछ खातों
को ब्लॉक करने के न्यायाधीश मोरेस के फैसले को चुनौती दी। इन दंगों में
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के दूर-दक्षिणपंथी हजारों
समर्थकों ने देश की कांग्रेस, शीर्ष न्यायालय और राष्ट्रपति भवन पर धावा
बोल दिया था।

इससे पहले रविवार को श्री मस्क ने पोस्ट किया था कि
एक्स प्रतिबंध हटा देगा, क्योंकि वे असंवैधानिक थे। उन्होंने न्यायाधीश
मोरेस से इस्तीफा देने या महाभियोग चलाने का भी आह्वान किया। न्यायाधीश
मोरेस ने अपने आदेश में लिखा कि श्री मस्क ने शीर्ष अदालत के खिलाफ
दुष्प्रचार अभियान चलाया है।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार यदि
एक्स आदेश का पालन करने में विफल रहता है, तो उस पर प्रति दिन 100,000
रियास (19,774 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया जाएगा।











ब्रासीलिया । ब्राजील के
शीर्ष न्यायालय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ के मालिक एलन मस्क के
खिलाफ कुछ खातों को ब्लॉक करने के अदालत के आदेश को चुनौती देने तथा न्याय
में बाधा डालने और कई पूर्व खातों पर असंवैधानिक प्रतिबंध हटाने की घोषणा
के बाद जांच शुरू कर दी है।

एक अदालती दस्तावेज़ के हवाले से कई
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ब्राज़ीलियाई शीर्ष न्यायालय के
न्यायाधीश अलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने रविवार को अपनी सोशल मीडिया कंपनी एक्स
से जुड़े न्याय में बाधा डालने के लिए श्री मस्क के खिलाफ जांच शुरू की।

श्री
मस्क ने पिछले साल आठ जनवरी के दंगों के अपराधियों से संबंधित कुछ खातों
को ब्लॉक करने के न्यायाधीश मोरेस के फैसले को चुनौती दी। इन दंगों में
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के दूर-दक्षिणपंथी हजारों
समर्थकों ने देश की कांग्रेस, शीर्ष न्यायालय और राष्ट्रपति भवन पर धावा
बोल दिया था।

इससे पहले रविवार को श्री मस्क ने पोस्ट किया था कि
एक्स प्रतिबंध हटा देगा, क्योंकि वे असंवैधानिक थे। उन्होंने न्यायाधीश
मोरेस से इस्तीफा देने या महाभियोग चलाने का भी आह्वान किया। न्यायाधीश
मोरेस ने अपने आदेश में लिखा कि श्री मस्क ने शीर्ष अदालत के खिलाफ
दुष्प्रचार अभियान चलाया है।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार यदि
एक्स आदेश का पालन करने में विफल रहता है, तो उस पर प्रति दिन 100,000
रियास (19,774 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया जाएगा।











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