चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा में शामिल होंगे शिशुपाल शोरी:

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रायपुर । लोकसभा चुनाव
पहले चरण 19 अप्रैल को है, और इसके ठीक एक दिन पहले, 18 अप्रैल को
कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांकेर के पूर्व विधायक तथा भूपेश सरकार में
संसदीय सचिव रहे शिशुपाल शोरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। शिशुपाल
शोरी आज भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे भवन में भाजपा के प्रदेश
नेतृत्व के समक्ष भाजपा की सदस्यता लेंगे।

शिशुपाल शोरी 2013 में
आईएएस को नौकरी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2018 के विधानसभा चुनाव
में शिशुपाल शोरी को कांकेर विधानभा से टिकट मिला और सत्ता विरोधी लहर के
बीच शिशुपाल शोरी कांकेर विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए और उन्हें सरकार
में संसदीय सचिव भी बनाया गया।

लेकिन 2023 के विधानभा चुनाव में
शिशुपाल शोरी का टिकट काट दिया गया, जिससे शोरी कांग्रेस पार्टी से नाराज
चल रहे थे। इस चुनाव में शिशुपाल शोरी का टिकट काट कर पूर्व विधायक शंकर
ध्रुवा को कांकेर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया, लेकिन महज 16
वोटों से कांकेर विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा
था।

पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी पर प्रदेश के चर्चित कोयले घोटाले पर
हुए एफआईआर में 1.10 करोड़ के एक्सटोर्सन को लेकर नाम दर्ज किया था, और
ईडी के रडार में थे। वहीं भाजपा सरकार बनने के 6 महीने बाद भी पूर्व विधायक
शिशुपाल शोरी ने सरकारी आवास खाली नहीं किया है। पूर्व विधायक शोरी टिकट
काटे जाने के बाद से ही भाजपा में शामिल होने का मन बना चुके थे। जिसके वजह
से उनके सरकारी आवास को खाली नहीं करने की बात कही जा रही है



रायपुर । लोकसभा चुनाव
पहले चरण 19 अप्रैल को है, और इसके ठीक एक दिन पहले, 18 अप्रैल को
कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांकेर के पूर्व विधायक तथा भूपेश सरकार में
संसदीय सचिव रहे शिशुपाल शोरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। शिशुपाल
शोरी आज भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे भवन में भाजपा के प्रदेश
नेतृत्व के समक्ष भाजपा की सदस्यता लेंगे।

शिशुपाल शोरी 2013 में
आईएएस को नौकरी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2018 के विधानसभा चुनाव
में शिशुपाल शोरी को कांकेर विधानभा से टिकट मिला और सत्ता विरोधी लहर के
बीच शिशुपाल शोरी कांकेर विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए और उन्हें सरकार
में संसदीय सचिव भी बनाया गया।

लेकिन 2023 के विधानभा चुनाव में
शिशुपाल शोरी का टिकट काट दिया गया, जिससे शोरी कांग्रेस पार्टी से नाराज
चल रहे थे। इस चुनाव में शिशुपाल शोरी का टिकट काट कर पूर्व विधायक शंकर
ध्रुवा को कांकेर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया, लेकिन महज 16
वोटों से कांकेर विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा
था।

पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी पर प्रदेश के चर्चित कोयले घोटाले पर
हुए एफआईआर में 1.10 करोड़ के एक्सटोर्सन को लेकर नाम दर्ज किया था, और
ईडी के रडार में थे। वहीं भाजपा सरकार बनने के 6 महीने बाद भी पूर्व विधायक
शिशुपाल शोरी ने सरकारी आवास खाली नहीं किया है। पूर्व विधायक शोरी टिकट
काटे जाने के बाद से ही भाजपा में शामिल होने का मन बना चुके थे। जिसके वजह
से उनके सरकारी आवास को खाली नहीं करने की बात कही जा रही है


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