होम वोटिंग के माध्यम से घर पर मतदान कर 92 वर्षीय सुलखन सोनपिपरे लोकतंत्र के महापर्व में हुए शामिल:

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राजनांदगांव . भारत निर्वाचन आयोग के उद्देश्यों को परिलक्षित करते हुए मतदान अधिकारियों द्वारा जिले के चिन्हांकित दिव्यांगजनों और 85 प्लस बुजुर्ग व्यक्तियों के घरों में जाकर मतदान कराया गया। अत्यंत दिव्यांगता और अधिक उम्रदराज से लोकतंत्र में हिस्सा बनने से वंचित न हो, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई है।

जिले के उम्रदराज और दिव्यांगजनों ने होम वोटिंग कर लोकतंत्र में अपनी उपयोगिता साबित की है। होम वोटिंग के लिए नियुक्त मतदान अधिकारियों ने मतदान कराने दूरस्थ वनांचल ग्राम खैरबना, मोहनपुर, गाताटोला, तेन्दूनाला, आसरा, पुरेना, अण्डी, बिच्छीटोला, पिनकापार, मेढ़ा जाकर दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के घरों में दस्तक दी। होम वोटिंग के लिए शेष रहे मतदाताओं का 19 अप्रैल को मतदान कराया गया। मतदान अधिकारियों को अपने घर में देखकर मतदाताओं सहित परिजनों ने खुशी जाहिर की। मतदाताओं ने कहा यह बहुत अच्छा क्षण है जिससे हम अपने देश के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

मोहनपुर निवासी 92 वर्षीय सुलखन बाई सोनपिपरे ने होम वोटिंग के माध्यम से अपना मताधिकार का उपयोग किया। सुलखन बाई के बेटे ने कहा कि यह बहुत खुशी का समय है कि लोकतंत्र के महापर्व में उनकी मां शामिल हो रही है। मतदान अधिकारियों द्वारा होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही मतदान कराया जा रहा है। उनकी मां पहले स्वयं मतदान बूथ में जाकर वोट दे देती थी। लेकिन उम्र की अधिकता और लकवाग्रस्त होने के कारण पिछले दो वर्षों से बिस्तर पर है। जिसके कारण कही चल-फिर नहीं पाती है। पिछले निर्वाचन में भी होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही मतदान की थी। उनके बेटे ने कहा कि भारत निर्वाचन अयोग की इस अच्छी पहल के कारण उम्रदराज और दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार से वंचित होने से बच रहे हैं। उनके लिए यह सुविधा बहुत लाभकारी है। बिना परेशानी के वे घर पर ही वोट दे रहे हैं। जिससे वे लोकतंत्र में अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभा रहे हैं। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग और मतदान अधिकारियों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।

जिले के अंतिम छोर वनांचल ग्राम खैरबना निवासी 98 वर्षीय सोनकुंवर चंद्रवंशी और 97 वर्षीय सोनाबाई निषाद ने घर पर लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए अपने मताधिकार का उपयोग किया। सोनकुंवर अत्यंत बुजुर्ग हैं। वे नहीं चल पाती हैं न ही बोल पाती हैं। सोनकुंवर की नाती देवानंद ने मतदान करने के लिए सहयोग किया। परिजनों ने बताया कि पहले मतदान केन्द्र तक मतदान कराने के लिए ले जाया जाता था। लेकिन पिछले विधानसभा निर्वाचन में बीएलओ द्वारा होम वोटिंग की सूचना देने पर चिन्हांकित किया गया। पिछले विधानसभा निर्वाचन में भी होम वोटिंग के माध्यम से मतदान की थी और इस बार लोकसभा निर्वाचन में भी घर में मतदान करने का अवसर मिला है। ग्राम खैरबना की सोना बाई निषाद के बेटे ने मतदान करने में सहयोग किया। सोना बाई के बेटे ने बताया कि उनकी मां को आंखों से ज्यादा दिखाई नहीं देता है और उम्र अधिक होने के कारण स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। जिसके कारण पिछले निर्वाचन में मतदान से वंचित रह गई थी, लेकिन इस बार होम वोटिंग सुविधा से मतदान करने का अवसर मिला है।

ग्राम गाताटोला निवासी 91 वर्षीय गणेशिया बाई चंद्रवंशी ने घर में मतदान कर अपने मताधिकार का उपयोग किया। गणेशिया बाई के घर विवाह समारोह का कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच मतदान अधिकारियों द्वारा गणेशिया बाई का होम वोटिंग कराया गया। इस दौरान उनके यहां मेहमान भी उपस्थित थे। सभी ने होम वोटिंग सुविधा की सराहना की। गणेशिया बाई की अधिक उम्र होने के कारण सुनने की समस्या है। उनके परिजनों ने बताया कि पिछले विधानसभा निर्वाचन के दौरान भी होम वोटिंग किया गया था। यह सुविधा मिलने से बुजुर्ग व्यक्ति के लिए बहुत सहारा मिलता है। गणेशिया बाई पहले मतदान केन्द्र में जाकर मतदान करती थी। यह सुविधा मिलने से घर पर वोट करना बहुत अच्छा लगा है।


राजनांदगांव . भारत निर्वाचन आयोग के उद्देश्यों को परिलक्षित करते हुए मतदान अधिकारियों द्वारा जिले के चिन्हांकित दिव्यांगजनों और 85 प्लस बुजुर्ग व्यक्तियों के घरों में जाकर मतदान कराया गया। अत्यंत दिव्यांगता और अधिक उम्रदराज से लोकतंत्र में हिस्सा बनने से वंचित न हो, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई है।

जिले के उम्रदराज और दिव्यांगजनों ने होम वोटिंग कर लोकतंत्र में अपनी उपयोगिता साबित की है। होम वोटिंग के लिए नियुक्त मतदान अधिकारियों ने मतदान कराने दूरस्थ वनांचल ग्राम खैरबना, मोहनपुर, गाताटोला, तेन्दूनाला, आसरा, पुरेना, अण्डी, बिच्छीटोला, पिनकापार, मेढ़ा जाकर दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के घरों में दस्तक दी। होम वोटिंग के लिए शेष रहे मतदाताओं का 19 अप्रैल को मतदान कराया गया। मतदान अधिकारियों को अपने घर में देखकर मतदाताओं सहित परिजनों ने खुशी जाहिर की। मतदाताओं ने कहा यह बहुत अच्छा क्षण है जिससे हम अपने देश के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

मोहनपुर निवासी 92 वर्षीय सुलखन बाई सोनपिपरे ने होम वोटिंग के माध्यम से अपना मताधिकार का उपयोग किया। सुलखन बाई के बेटे ने कहा कि यह बहुत खुशी का समय है कि लोकतंत्र के महापर्व में उनकी मां शामिल हो रही है। मतदान अधिकारियों द्वारा होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही मतदान कराया जा रहा है। उनकी मां पहले स्वयं मतदान बूथ में जाकर वोट दे देती थी। लेकिन उम्र की अधिकता और लकवाग्रस्त होने के कारण पिछले दो वर्षों से बिस्तर पर है। जिसके कारण कही चल-फिर नहीं पाती है। पिछले निर्वाचन में भी होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही मतदान की थी। उनके बेटे ने कहा कि भारत निर्वाचन अयोग की इस अच्छी पहल के कारण उम्रदराज और दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार से वंचित होने से बच रहे हैं। उनके लिए यह सुविधा बहुत लाभकारी है। बिना परेशानी के वे घर पर ही वोट दे रहे हैं। जिससे वे लोकतंत्र में अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभा रहे हैं। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग और मतदान अधिकारियों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।

जिले के अंतिम छोर वनांचल ग्राम खैरबना निवासी 98 वर्षीय सोनकुंवर चंद्रवंशी और 97 वर्षीय सोनाबाई निषाद ने घर पर लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए अपने मताधिकार का उपयोग किया। सोनकुंवर अत्यंत बुजुर्ग हैं। वे नहीं चल पाती हैं न ही बोल पाती हैं। सोनकुंवर की नाती देवानंद ने मतदान करने के लिए सहयोग किया। परिजनों ने बताया कि पहले मतदान केन्द्र तक मतदान कराने के लिए ले जाया जाता था। लेकिन पिछले विधानसभा निर्वाचन में बीएलओ द्वारा होम वोटिंग की सूचना देने पर चिन्हांकित किया गया। पिछले विधानसभा निर्वाचन में भी होम वोटिंग के माध्यम से मतदान की थी और इस बार लोकसभा निर्वाचन में भी घर में मतदान करने का अवसर मिला है। ग्राम खैरबना की सोना बाई निषाद के बेटे ने मतदान करने में सहयोग किया। सोना बाई के बेटे ने बताया कि उनकी मां को आंखों से ज्यादा दिखाई नहीं देता है और उम्र अधिक होने के कारण स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। जिसके कारण पिछले निर्वाचन में मतदान से वंचित रह गई थी, लेकिन इस बार होम वोटिंग सुविधा से मतदान करने का अवसर मिला है।

ग्राम गाताटोला निवासी 91 वर्षीय गणेशिया बाई चंद्रवंशी ने घर में मतदान कर अपने मताधिकार का उपयोग किया। गणेशिया बाई के घर विवाह समारोह का कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच मतदान अधिकारियों द्वारा गणेशिया बाई का होम वोटिंग कराया गया। इस दौरान उनके यहां मेहमान भी उपस्थित थे। सभी ने होम वोटिंग सुविधा की सराहना की। गणेशिया बाई की अधिक उम्र होने के कारण सुनने की समस्या है। उनके परिजनों ने बताया कि पिछले विधानसभा निर्वाचन के दौरान भी होम वोटिंग किया गया था। यह सुविधा मिलने से बुजुर्ग व्यक्ति के लिए बहुत सहारा मिलता है। गणेशिया बाई पहले मतदान केन्द्र में जाकर मतदान करती थी। यह सुविधा मिलने से घर पर वोट करना बहुत अच्छा लगा है।


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