National :: ब्लड प्रेशर के प्रति देश मे जागरूकता कम...:

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नई दिल्ली : हृदय रोगों के खतरे को कम करने के लिए सभी उम्र के लोगों को लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखने की सलाह दी जाती रही है। इसके अलावा रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की नियमित तौर पर जांच करते रहना भी आवश्यक माना जाता है। पर हालिया रिपोर्ट में जो बातें सामने आई हैं वो कई प्रकार से चिंता बढ़ाने वाली हैं।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की हालिया रिपोर्ट में देश में रक्तचाप के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी को लेकर चिंता जताई है। विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में 18-54 आयु वर्ग के लगभग 30% व्यक्तियों ने कभी भी अपने रक्तचाप की जांच नहीं कराई है।

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, गुजरात और नागालैंड जैसे राज्यों में लोग ब्लड प्रेशर की जांच को लेकर जागरूक नहीं हैं। गौरतलब है कि ब्लड प्रेशर की अनियंत्रित स्थिति को हृदय रोग-हार्ट अटैक और स्ट्रोक के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक माना जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सभी लोगों को नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेते रहना चाहिए, भले ही आपको ब्लड प्रेशर की दिक्कत न रही हो।

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला है कि देश के दक्षिणी राज्यों में ब्लड प्रेशर की नियमित जांच की जरूरतों को लेकर लोग अधिक जागरूक है जहां औसतन 76% आबादी का रक्तचाप कम से कम एक बार मापा गया। जबकि मध्य और उत्तर भारत के लोग इस जरूरत पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अध्ययन के ये निष्कर्ष स्वस्थ्य को लेकर व्यक्तिगत जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करते हैं। नियमित रक्तचाप की जांच महत्वपूर्ण है, खासकर युवा वयस्कों में जिनमें हाल के वर्षों में हार्ट अटैक के मामले काफी तेजी से बढ़ते हुए देखे जाते रहे हैं।


नई दिल्ली : हृदय रोगों के खतरे को कम करने के लिए सभी उम्र के लोगों को लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखने की सलाह दी जाती रही है। इसके अलावा रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की नियमित तौर पर जांच करते रहना भी आवश्यक माना जाता है। पर हालिया रिपोर्ट में जो बातें सामने आई हैं वो कई प्रकार से चिंता बढ़ाने वाली हैं।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की हालिया रिपोर्ट में देश में रक्तचाप के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी को लेकर चिंता जताई है। विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में 18-54 आयु वर्ग के लगभग 30% व्यक्तियों ने कभी भी अपने रक्तचाप की जांच नहीं कराई है।

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, गुजरात और नागालैंड जैसे राज्यों में लोग ब्लड प्रेशर की जांच को लेकर जागरूक नहीं हैं। गौरतलब है कि ब्लड प्रेशर की अनियंत्रित स्थिति को हृदय रोग-हार्ट अटैक और स्ट्रोक के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक माना जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सभी लोगों को नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेते रहना चाहिए, भले ही आपको ब्लड प्रेशर की दिक्कत न रही हो।

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला है कि देश के दक्षिणी राज्यों में ब्लड प्रेशर की नियमित जांच की जरूरतों को लेकर लोग अधिक जागरूक है जहां औसतन 76% आबादी का रक्तचाप कम से कम एक बार मापा गया। जबकि मध्य और उत्तर भारत के लोग इस जरूरत पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अध्ययन के ये निष्कर्ष स्वस्थ्य को लेकर व्यक्तिगत जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करते हैं। नियमित रक्तचाप की जांच महत्वपूर्ण है, खासकर युवा वयस्कों में जिनमें हाल के वर्षों में हार्ट अटैक के मामले काफी तेजी से बढ़ते हुए देखे जाते रहे हैं।


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