ये हैं मलेरिया रोग के लक्षण और उपचार, जानें कैसे रखें खुद को सुरक्षित:

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आज दुनियाभर में वर्ल्ड मलेरिया डे 2024 मनाया जा रहा है। विश्व मलेरिया दिवस 2024 मनाने के पीछे का उद्धेश्य लोगों को मच्छर के काटने से होने वाले इस जानलेवा रोग के प्रति जागरूक करके उनकी जान बचाना है। बता दें, मादा एनोफिलीज मच्छर अपनी लार के माध्यम से प्लास्मोडियम परजीवी फैलाती हैं,जो मलेरिया का कारण बनता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार,दुनियाभर में अभी भी मलेरिया एक गंभीर जनस्वास्थ्य समस्या है। आइए जान लेते हैं क्या है मलेरिया रोग के लक्षण, उपचार और बचाव के तरीके।

कैसे फैलता है मलेरिया रोग?
मलेरिया मादा मच्छर एनाफिलीज के काटने से फैलता है। वयस्क मादा एनोफिलीज मच्छर आमतौर पर देर शाम या रात में काटते हैं। प्लाज्मोडियम नामक परजीवी मादा मच्छर एनॉफिलीज के शरीर के अंदर पलता है। यह परजीवी मादा मच्छर एनॉफिलीज के काटने से फैलता है। यह मच्छर संक्रमित व्यक्ति के खून को चूसता है और फिर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटने पर उसे भी संक्रमित कर देता है। मलेरिया रोग का समय रहते इलाज न करवाने पर यह व्यक्ति की मौत का कारण भी बन सकता है।

मलेरिया रोग के लक्षण-
-तेज बुखार, अक्सर ठंड लगना और पसीना आना
-सिरदर्द
-मांसपेशियों में दर्द
-थकान
-मतली और उल्टी
-दस्त
-भूख न लगना
-खांसी
-सांस लेने में तकलीफ

मलेरिया रोग का उपचार-
आमतौर पर किसी भी बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरूरी होता है। अगर बीमारी गंभीर है तो उसके लिए डॉक्टर की सलाह पर कुछ जांच भी करवाई जाती है। मलेरिया की जांच के लिए भी डॉक्टर ब्लड टेस्ट, एक्स-रे आदि कराने की सलाह देते हैं।

मलेरिया रोग से बचाव के तरीके-
-मलेरिया रोग मच्छरों की वजह से होता है। ऐसे में इससे बचाव करने के लिए टंकी और कूलर का पानी बदलते रहें।  
-मलेरिया से बचाव करने के लिए पूरे बाजू के कपड़े पहनें और सिर ढ़ककर रखें।  
-घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छर घर के अंदर न आ सकें।
-मलेरिया से बचाव करने के लिए मच्छरदानी या फिर मॉस्किटो रेपेलेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आजकल बाजार में कई तरह के मच्छर रेपेलेंट उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ बच्चों के लिए भी उपयुक्त होते हैं।
 -अपने घर के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। टूटे बर्तन, टायर, डिब्बे आदि जैसी चीजों में पानी जमा न होने दें। यही वो जगहें हैं जहां मच्छर पनपते हैं।


आज दुनियाभर में वर्ल्ड मलेरिया डे 2024 मनाया जा रहा है। विश्व मलेरिया दिवस 2024 मनाने के पीछे का उद्धेश्य लोगों को मच्छर के काटने से होने वाले इस जानलेवा रोग के प्रति जागरूक करके उनकी जान बचाना है। बता दें, मादा एनोफिलीज मच्छर अपनी लार के माध्यम से प्लास्मोडियम परजीवी फैलाती हैं,जो मलेरिया का कारण बनता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार,दुनियाभर में अभी भी मलेरिया एक गंभीर जनस्वास्थ्य समस्या है। आइए जान लेते हैं क्या है मलेरिया रोग के लक्षण, उपचार और बचाव के तरीके।

कैसे फैलता है मलेरिया रोग?
मलेरिया मादा मच्छर एनाफिलीज के काटने से फैलता है। वयस्क मादा एनोफिलीज मच्छर आमतौर पर देर शाम या रात में काटते हैं। प्लाज्मोडियम नामक परजीवी मादा मच्छर एनॉफिलीज के शरीर के अंदर पलता है। यह परजीवी मादा मच्छर एनॉफिलीज के काटने से फैलता है। यह मच्छर संक्रमित व्यक्ति के खून को चूसता है और फिर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटने पर उसे भी संक्रमित कर देता है। मलेरिया रोग का समय रहते इलाज न करवाने पर यह व्यक्ति की मौत का कारण भी बन सकता है।

मलेरिया रोग के लक्षण-
-तेज बुखार, अक्सर ठंड लगना और पसीना आना
-सिरदर्द
-मांसपेशियों में दर्द
-थकान
-मतली और उल्टी
-दस्त
-भूख न लगना
-खांसी
-सांस लेने में तकलीफ

मलेरिया रोग का उपचार-
आमतौर पर किसी भी बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरूरी होता है। अगर बीमारी गंभीर है तो उसके लिए डॉक्टर की सलाह पर कुछ जांच भी करवाई जाती है। मलेरिया की जांच के लिए भी डॉक्टर ब्लड टेस्ट, एक्स-रे आदि कराने की सलाह देते हैं।

मलेरिया रोग से बचाव के तरीके-
-मलेरिया रोग मच्छरों की वजह से होता है। ऐसे में इससे बचाव करने के लिए टंकी और कूलर का पानी बदलते रहें।  
-मलेरिया से बचाव करने के लिए पूरे बाजू के कपड़े पहनें और सिर ढ़ककर रखें।  
-घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छर घर के अंदर न आ सकें।
-मलेरिया से बचाव करने के लिए मच्छरदानी या फिर मॉस्किटो रेपेलेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आजकल बाजार में कई तरह के मच्छर रेपेलेंट उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ बच्चों के लिए भी उपयुक्त होते हैं।
 -अपने घर के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। टूटे बर्तन, टायर, डिब्बे आदि जैसी चीजों में पानी जमा न होने दें। यही वो जगहें हैं जहां मच्छर पनपते हैं।


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