नौतपा 25 मई से 2 जून तक, खूब तपेगी धरती :

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नई दिल्ली :- हर साल मई-जून में पड़ने वाली भीषण गर्मी की शुरुआत नौतपा से हो जाती है.हर साल ज्येष्ठ माह के दौरान सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, जिस वजह से नौतपा लगता है. प्रत्येक वर्ष मई-जून के दौरान सूर्य 9 दिनों के लिए रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं उस दौरान पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता और लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है.

कब से कब तक लगेगा नौतपा 2024 -
साल 2024 में नौतपा 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक चलेगा. इस दौरान लोगों को भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.

सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 25 मई, शनिवार को सुबह 03:27 मिनट पर प्रवेश करेंगे.

सूर्य रोहिणी नक्षत्र से मॄगशिरा नक्षत्र में 8 जून, रात 01:16 मिनट पर प्रस्थान करेंगे.

रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव हैं. नौतपा के दौरान सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में जानें से चंद्र देव की शीतलता पर असर पड़ता है. नौतपा के दौरान सूर्य देव के प्रभाव की वजह से चंद्रमा का प्रभाव कम हो जाता है. इसी को नौतपा कहा जाता है.

नौतपा का ये प्रभाव -

नौतपा के दौरान आग लगने की घटनाएं अधिक हो जाती हैं.

सूर्य की रोशनी अधिक होनी की वजह से विषाणुओं का अंत होने लगता है.

सूर्य की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है.


नौतपा में ये करना चाहिए -

नौतपा के दौरान सूर्य देव की आराधना करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है.

नौतपा के दौरान सुबह-सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने से घर के लोग स्वस्थ रहते हैं.

इस दौरान जरुरतमंदों को गर्मी से बचाव की चीजों का दान देना चाहिए.

सूर्य पूजा से घर-परिवार के लोग सेहतमंद रहते हैं और घर में खुशहाली आती है.


नई दिल्ली :- हर साल मई-जून में पड़ने वाली भीषण गर्मी की शुरुआत नौतपा से हो जाती है.हर साल ज्येष्ठ माह के दौरान सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, जिस वजह से नौतपा लगता है. प्रत्येक वर्ष मई-जून के दौरान सूर्य 9 दिनों के लिए रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं उस दौरान पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता और लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है.

कब से कब तक लगेगा नौतपा 2024 -
साल 2024 में नौतपा 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक चलेगा. इस दौरान लोगों को भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.

सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 25 मई, शनिवार को सुबह 03:27 मिनट पर प्रवेश करेंगे.

सूर्य रोहिणी नक्षत्र से मॄगशिरा नक्षत्र में 8 जून, रात 01:16 मिनट पर प्रस्थान करेंगे.

रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव हैं. नौतपा के दौरान सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में जानें से चंद्र देव की शीतलता पर असर पड़ता है. नौतपा के दौरान सूर्य देव के प्रभाव की वजह से चंद्रमा का प्रभाव कम हो जाता है. इसी को नौतपा कहा जाता है.

नौतपा का ये प्रभाव -

नौतपा के दौरान आग लगने की घटनाएं अधिक हो जाती हैं.

सूर्य की रोशनी अधिक होनी की वजह से विषाणुओं का अंत होने लगता है.

सूर्य की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है.


नौतपा में ये करना चाहिए -

नौतपा के दौरान सूर्य देव की आराधना करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है.

नौतपा के दौरान सुबह-सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने से घर के लोग स्वस्थ रहते हैं.

इस दौरान जरुरतमंदों को गर्मी से बचाव की चीजों का दान देना चाहिए.

सूर्य पूजा से घर-परिवार के लोग सेहतमंद रहते हैं और घर में खुशहाली आती है.


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