बारिश में गर्मागर्म भुट्टा स्वाद ही नहीं सेहत का भी रखता है ख्याल, मिलते हैं ये फायदे:

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रिमझिम बारिश में गर्मागर्म चटपटा भुट्टा खाने का मजा ही अलग है। इसका स्वाद और मजा सिर्फ भुट्टे के शौकीन लोग ही अच्छे से बता पाते हैं। गली नुक्कड़ पर भुट्टे की स्टॉल पर लगी भीड़ बताती है कि लोगों को इसका स्वाद कितना पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते भुट्टा सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि आपकी सेहत का भी खास ख्याल रखता है। जी हां, स्वीट कॉर्न में विटामिन ए, बी, ई खनिज और एंटीऑक्सीडेंट के साथ मौजूदा फाइबर्स पाचन क्रिया को बेहतर बनाए रखते हैं जबकि इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स कई तरह की बीमारियों से बचाव करने में मदद करते हैं। तो अगली बार रिमझिम बारिश में मिट्टी की सोंधी-सोंधी खुशबू लेते हुए जब कभी आप भुट्टा खाएं तो उसके ये फायदे जरूर याद कर लें।

भुट्टा खाने के फायदे-

इम्यूनिटी करें बूस्ट-

बारिश के दौरान व्यक्ति की इम्यूनिटी अकसर कमजोर हो जाती है। इन दिनों शरीर को कई तरह के संक्रमणों से बचाने में भुट्टा बेहद फायदेमंद हो सकता है। हॉपकिंस मेडिकल यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉर्न तमाम तरह के मैक्रोन्यूट्रिएंट्स यानी विटामिन, खनिज और एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। इसमें प्रोटीन, सोडियम, विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट, बी विटामिन, मैग्नीशियम, विटामिन सी और पोटैशियम के साथ ही कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। जो इम्यूनिटी को बूस्ट करके सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।

बढ़ती उम्र के लक्षणों को करें कम-

भुट्टा खाने के बाद पानी क्यों नहीं पीना चाहिए? एक्सपर्ट से जानें जवाब | why  we should not drink water after eating corn or bhutta | HerZindagi

उम्र बढ़ने के साथ त्वचा पर उसका असर भी झुर्रियों के रूप में साफ नजर आने लगता है। लेकिन बीटा कैरोटीन से भरपूर मक्का अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। यह त्वचा को मुक्त कणों और सूर्य की यूवी किरणों से होने वाले नुकसान से बचाकर बढ़ती उम्र के असर को भी रोकने में मदद करता है।

कब्ज के लिए-

बरसात के मौसम में कब्ज की समस्या अकसर लोगों को परेशान करती है। ऐसे में इस समस्या से राहत पाने के लिए आप मकई को डाइट में शामिल कर सकते हैं। मकई में मौजूद फाइबर कब्ज, गैस, एसिडिटी की समस्या को दूर करने में मददगार है।

प्रेगनेंसी के दौरान मकई का सेवन: स्वास्थ्य लाभ, जोखिम और सुझाव | Eating  Corn During Pregnancy in Hindi

आंखों के लिए-

मकई में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व आंखों की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं। मकई को डाइट में शामिल करके आंखों की सेहत का ध्यान रखा जा सकता है।

वेट कंट्रोल-

अगर आप अपना वेट कंट्रोल रखना चाहते हैं तो भी भुट्टे को अपनी डाइट में शामिल कर लीजिए। भुने हुए भुट्टे को डाइट में शामिल करने से वजन प्रबंधन में मदद मिल सकती है। कैलोरी में कम और फाइबर ज्यादा होने की वजह से ये वेट लॉस में बहुत कारगर माना जाता है।

हड्डियों को रखें मजबूत-

मक्के में नेचुरल कैल्शियम मौजूद होने से हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद मिल सकती है। ये हड्डियों के घनत्व को भी बढ़ाकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसे खतरे से बचाव कर सकता है। इसके अलावा भुट्टा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और किडनी जैसी समस्या में भी फायदेमंद है। हालांकि मध्यम आयु और वृद्ध लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

ब्लड शुगर-

भुट्टे में मौजूद फाइटेट्स, टैनिन, पॉलीफेनोल्स जैसे पोषक तत्व पाचन प्रक्रिया को धीमा करते हैं जिसकी वजह से हाई ब्लड शुगर कम हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों में ये बहुत फायदेमंद है।


रिमझिम बारिश में गर्मागर्म चटपटा भुट्टा खाने का मजा ही अलग है। इसका स्वाद और मजा सिर्फ भुट्टे के शौकीन लोग ही अच्छे से बता पाते हैं। गली नुक्कड़ पर भुट्टे की स्टॉल पर लगी भीड़ बताती है कि लोगों को इसका स्वाद कितना पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते भुट्टा सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि आपकी सेहत का भी खास ख्याल रखता है। जी हां, स्वीट कॉर्न में विटामिन ए, बी, ई खनिज और एंटीऑक्सीडेंट के साथ मौजूदा फाइबर्स पाचन क्रिया को बेहतर बनाए रखते हैं जबकि इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स कई तरह की बीमारियों से बचाव करने में मदद करते हैं। तो अगली बार रिमझिम बारिश में मिट्टी की सोंधी-सोंधी खुशबू लेते हुए जब कभी आप भुट्टा खाएं तो उसके ये फायदे जरूर याद कर लें।

भुट्टा खाने के फायदे-

इम्यूनिटी करें बूस्ट-

बारिश के दौरान व्यक्ति की इम्यूनिटी अकसर कमजोर हो जाती है। इन दिनों शरीर को कई तरह के संक्रमणों से बचाने में भुट्टा बेहद फायदेमंद हो सकता है। हॉपकिंस मेडिकल यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉर्न तमाम तरह के मैक्रोन्यूट्रिएंट्स यानी विटामिन, खनिज और एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। इसमें प्रोटीन, सोडियम, विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट, बी विटामिन, मैग्नीशियम, विटामिन सी और पोटैशियम के साथ ही कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। जो इम्यूनिटी को बूस्ट करके सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।

बढ़ती उम्र के लक्षणों को करें कम-

भुट्टा खाने के बाद पानी क्यों नहीं पीना चाहिए? एक्सपर्ट से जानें जवाब | why  we should not drink water after eating corn or bhutta | HerZindagi

उम्र बढ़ने के साथ त्वचा पर उसका असर भी झुर्रियों के रूप में साफ नजर आने लगता है। लेकिन बीटा कैरोटीन से भरपूर मक्का अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। यह त्वचा को मुक्त कणों और सूर्य की यूवी किरणों से होने वाले नुकसान से बचाकर बढ़ती उम्र के असर को भी रोकने में मदद करता है।

कब्ज के लिए-

बरसात के मौसम में कब्ज की समस्या अकसर लोगों को परेशान करती है। ऐसे में इस समस्या से राहत पाने के लिए आप मकई को डाइट में शामिल कर सकते हैं। मकई में मौजूद फाइबर कब्ज, गैस, एसिडिटी की समस्या को दूर करने में मददगार है।

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आंखों के लिए-

मकई में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व आंखों की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं। मकई को डाइट में शामिल करके आंखों की सेहत का ध्यान रखा जा सकता है।

वेट कंट्रोल-

अगर आप अपना वेट कंट्रोल रखना चाहते हैं तो भी भुट्टे को अपनी डाइट में शामिल कर लीजिए। भुने हुए भुट्टे को डाइट में शामिल करने से वजन प्रबंधन में मदद मिल सकती है। कैलोरी में कम और फाइबर ज्यादा होने की वजह से ये वेट लॉस में बहुत कारगर माना जाता है।

हड्डियों को रखें मजबूत-

मक्के में नेचुरल कैल्शियम मौजूद होने से हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद मिल सकती है। ये हड्डियों के घनत्व को भी बढ़ाकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसे खतरे से बचाव कर सकता है। इसके अलावा भुट्टा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और किडनी जैसी समस्या में भी फायदेमंद है। हालांकि मध्यम आयु और वृद्ध लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

ब्लड शुगर-

भुट्टे में मौजूद फाइटेट्स, टैनिन, पॉलीफेनोल्स जैसे पोषक तत्व पाचन प्रक्रिया को धीमा करते हैं जिसकी वजह से हाई ब्लड शुगर कम हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों में ये बहुत फायदेमंद है।


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