कमजोर पाचन वालों के लिए सर्वोत्तम है सुपाच्य आहार, जानिए इसके लिए कौन से फूड हैं सही और कौन से नहीं:

post

आयुर्वेद के अनुसार हम सभी को सुपाच्य भोजन करना चाहिए। सुपाच्य भोजन यानी कि वह खाद्य पदार्थ जो आसानी से पच जाए। इस प्रकार के खाद्य पदार्थ आसानी से पच जाते हैं, ही साथ हमारी पाचन क्रिया इनमें मौजूद पोषक तत्वों को आसानी से और प्रभावी रूप से अवशोषित कर पाती है। जिससे की समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। जिस प्रकार आजकल पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, ऐसे में लोगों को सुपाच्य भोजन से जुड़ी जानकारी होनी चाहिए ताकि ब्लोटिंग, गैस, अपच, स्टोन अल्सर जैसी पेट संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो सके। सालों से मेरी मां सुपाच्य डाइट फॉलो करती चली आ रही हैं और उनका पेट पूरी तरह से साफ और संतुलित है। साथ ही उन्हें पाचन संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या परेशान नहीं करती, तो मैंने सोचा क्यों न इससे जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी आप सभी के साथ भी शेयर की जाए। तो चलिए जानते हैं, क्या है सुपाच्य भोजन और कौन-कौन से खाद्य पदार्थ इसके अंतर्गत आते हैं ।

जानें सुपाच्य भोजन के फायदे -

1. पोषक तत्वों की गुणवत्ता

सुपाच्य भोजन में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स सहित अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपके समग्र सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है। इतना ही नहीं सुपाच्य भोजन में मौजूद पोषक तत्व आसानी से शरीर में अवशोषित हो जाते हैं।

2. वेट मैनेजमेंट में मदद करे

सुपाच्य भोजन को पचाने में पाचन क्रिया को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है। यह आसानी से पच जाते हैं। वहीं यह पूरी तरह से डाइजेस्ट होते हैं, जिससे की बॉडी में एक्स्ट्रा फैट जमा नहीं होता और मोटापे का खतरा कम हो जाता है।

3. शरीर में बना रहता है ऊर्जा का स्तर

सुपाच्य भोजन के सेवन से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है। साथ ही साथ गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पाचन संबंधी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं। पाचन संबंधी समस्याओं के कारण आपको थकान महसूस होता है। इस प्रकार सुपाच्य भोजन शरीर को एनर्जेटिक रहने में भी मदद करता है।

4. इम्यूनिटी बूस्ट करे

सुपाच्य भोजन शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और आपकी बॉडी में इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। जिससे कि शरीर तमाम तरह की बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रहती है। यदि आप ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करती हैं, जिसे पचाना मुश्किल होता है, तो उनसे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सुपाच्य भोजन ठीक इसके विपरीत आपको सभी प्रकार के संक्रमण से बचाता है।

5. बीमारियों के खतरे को कम करे

स्वस्थ एवं संतुलित आहार समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होता है। जब कोई खाद्य पदार्थ पूरी तरह से पच जाते हैं, और उनके सभी पोषक तत्व शरीर में अवशोषित हो जाते हैं, तो इस प्रकार शरीर मजबूत होती है। वहीं तमाम तरह की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।

6. त्वचा एवं बालों की सेहत के लिए अच्छा है

सुपाच्य भोजन पाचन क्रिया को संतुलित रहने में मदद करता है, और एक संतुलित पाचन क्रिया त्वचा एवं बालों की सेहत को बढ़ावा देती है। वहीं सुपाच्य भोजन में मौजूद पोषक तत्व शरीर में पूरी तरह से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे कि त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती।

यहां जानें कुछ खास सुपाच्य भोजन के नाम -

केला, चावल, ओटमील, एवोकाडो, स्वीट पोटैटो, हर्बल टी, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्राउन राइस, चुकंदर, दलिया, खिचड़ी, फल, मशरूम, गाजर, अदरक, चिया सीड्स, अनानास, कैम्बुजा, दाल, अंडा, स्वीट पोटैटो आदि को पचाना बेहद आसान होता है। आप इन्हें अपनी नियमित डाइट में शामिल कर सकती हैं। इनके सेवन से पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा बेहद कम हो जाता है।


आयुर्वेद के अनुसार हम सभी को सुपाच्य भोजन करना चाहिए। सुपाच्य भोजन यानी कि वह खाद्य पदार्थ जो आसानी से पच जाए। इस प्रकार के खाद्य पदार्थ आसानी से पच जाते हैं, ही साथ हमारी पाचन क्रिया इनमें मौजूद पोषक तत्वों को आसानी से और प्रभावी रूप से अवशोषित कर पाती है। जिससे की समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। जिस प्रकार आजकल पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, ऐसे में लोगों को सुपाच्य भोजन से जुड़ी जानकारी होनी चाहिए ताकि ब्लोटिंग, गैस, अपच, स्टोन अल्सर जैसी पेट संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो सके। सालों से मेरी मां सुपाच्य डाइट फॉलो करती चली आ रही हैं और उनका पेट पूरी तरह से साफ और संतुलित है। साथ ही उन्हें पाचन संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या परेशान नहीं करती, तो मैंने सोचा क्यों न इससे जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी आप सभी के साथ भी शेयर की जाए। तो चलिए जानते हैं, क्या है सुपाच्य भोजन और कौन-कौन से खाद्य पदार्थ इसके अंतर्गत आते हैं ।

जानें सुपाच्य भोजन के फायदे -

1. पोषक तत्वों की गुणवत्ता

सुपाच्य भोजन में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स सहित अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपके समग्र सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है। इतना ही नहीं सुपाच्य भोजन में मौजूद पोषक तत्व आसानी से शरीर में अवशोषित हो जाते हैं।

2. वेट मैनेजमेंट में मदद करे

सुपाच्य भोजन को पचाने में पाचन क्रिया को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है। यह आसानी से पच जाते हैं। वहीं यह पूरी तरह से डाइजेस्ट होते हैं, जिससे की बॉडी में एक्स्ट्रा फैट जमा नहीं होता और मोटापे का खतरा कम हो जाता है।

3. शरीर में बना रहता है ऊर्जा का स्तर

सुपाच्य भोजन के सेवन से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है। साथ ही साथ गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पाचन संबंधी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं। पाचन संबंधी समस्याओं के कारण आपको थकान महसूस होता है। इस प्रकार सुपाच्य भोजन शरीर को एनर्जेटिक रहने में भी मदद करता है।

4. इम्यूनिटी बूस्ट करे

सुपाच्य भोजन शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और आपकी बॉडी में इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। जिससे कि शरीर तमाम तरह की बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रहती है। यदि आप ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करती हैं, जिसे पचाना मुश्किल होता है, तो उनसे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सुपाच्य भोजन ठीक इसके विपरीत आपको सभी प्रकार के संक्रमण से बचाता है।

5. बीमारियों के खतरे को कम करे

स्वस्थ एवं संतुलित आहार समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होता है। जब कोई खाद्य पदार्थ पूरी तरह से पच जाते हैं, और उनके सभी पोषक तत्व शरीर में अवशोषित हो जाते हैं, तो इस प्रकार शरीर मजबूत होती है। वहीं तमाम तरह की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।

6. त्वचा एवं बालों की सेहत के लिए अच्छा है

सुपाच्य भोजन पाचन क्रिया को संतुलित रहने में मदद करता है, और एक संतुलित पाचन क्रिया त्वचा एवं बालों की सेहत को बढ़ावा देती है। वहीं सुपाच्य भोजन में मौजूद पोषक तत्व शरीर में पूरी तरह से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे कि त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती।

यहां जानें कुछ खास सुपाच्य भोजन के नाम -

केला, चावल, ओटमील, एवोकाडो, स्वीट पोटैटो, हर्बल टी, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्राउन राइस, चुकंदर, दलिया, खिचड़ी, फल, मशरूम, गाजर, अदरक, चिया सीड्स, अनानास, कैम्बुजा, दाल, अंडा, स्वीट पोटैटो आदि को पचाना बेहद आसान होता है। आप इन्हें अपनी नियमित डाइट में शामिल कर सकती हैं। इनके सेवन से पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा बेहद कम हो जाता है।


...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...