Odisha :: एक हॉस्पिटल में दो मरीजों के साथ डॉक्टर ने किया बलात्कार, डॉक्टर हुआ बर्खास्त:

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ओडिशा से बड़ी खबर सामने आ रही है. प्रदेश सरकार ने दो महिला मरीजों के साथ बलात्‍कार के आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्‍टर को बर्खास्‍त करने का आदेश दिया है. तीन सदस्‍यीय कमेटी की रिपोर्ट के बाद माझी सरकार ने रेप के आरोपी सीनियर डॉक्‍टर के खिलाफ बड़ा एक्‍शन लिया है. बता दें कि ओडिशा के पड़ोसी रज्‍य पश्चिम बंगाल की राजधानी आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्‍टर की रेप के बाद निर्मम तरीके से हत्‍या कर दी गई. इस घटना के बाद देशभर के डॉक्‍टर आक्रोशित हैं. हर तरफ विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल का यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है. मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर रेप के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कानून बनाने की मांग की है.

ओडिशा सरकार ने गुरुवार को कटक में एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एससीबीएमसीएच) के अधिकारियों को दो महिला मरीजों से बलात्कार के आरोपी एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को बर्खास्त करने का निर्देश दिया है. यह निर्णय चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण (DMET) के डायरेक्‍टर संतोष कुमार मिश्रा की सिफारिश के बाद लिया गया है. संतोष कुमार मिश्रा ने तीन सदस्‍यीय जांच समिति की अध्‍यक्षता की थी. एससीबी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को लिखे पत्र में DMET के डायरेक्‍टर ने निर्देश दिया कि आरोपी डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया जाए. संतोष मिश्रा ने PTI से बातचीत करते हुए इसकी पुष्टि की है.

DMET के अनुसार, तीन सदस्यीय समिति ने दो महिला के साथ कथित तौर पर किए गए रेप के मामलों की जांच की थी. छानबीन में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए. इसके बाद कमेटी ने आरोपी डॉक्‍टर को सेवा से हटाने की सिफारिश की है. आरोपी डॉक्‍टर मध्य प्रदेश के भोपाल का निवासी है. आरोपी डॉक्टर को 13 अगस्त को कटक के मंगलाबाग पुलिस स्टेशन में दो महिलाओं की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था. डॉक्टर की पत्नी ने दावा किया कि उनके पति को फंसाया गया है. कथित बलात्कार 11 अगस्त को हुआ था, जब मरीज़ इकोकार्डियोग्राम (ईसीएचओ) जांच के लिए आई थीं.

मेडिकल कॉलेज के सीनियर डॉक्‍टर पर दो महिला मरीजों से दुष्‍कर्म करने का आरोप लगने के बाद राज्‍य सरकार भी हरकत में आ गई थी. सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने घटना को गंभीरता से लिया और एक जांच समिति का गठन किया. कमेटी में डॉ. संतोष कुमार मिश्रा (डीएमईटी), डॉ. सुधांशु शेखर मिश्रा (अधीक्षक, एससीबी एमसीएच, कटक) और डॉ. रोमा रतन (संयुक्त) शामिल थे


ओडिशा से बड़ी खबर सामने आ रही है. प्रदेश सरकार ने दो महिला मरीजों के साथ बलात्‍कार के आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्‍टर को बर्खास्‍त करने का आदेश दिया है. तीन सदस्‍यीय कमेटी की रिपोर्ट के बाद माझी सरकार ने रेप के आरोपी सीनियर डॉक्‍टर के खिलाफ बड़ा एक्‍शन लिया है. बता दें कि ओडिशा के पड़ोसी रज्‍य पश्चिम बंगाल की राजधानी आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्‍टर की रेप के बाद निर्मम तरीके से हत्‍या कर दी गई. इस घटना के बाद देशभर के डॉक्‍टर आक्रोशित हैं. हर तरफ विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल का यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है. मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर रेप के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कानून बनाने की मांग की है.

ओडिशा सरकार ने गुरुवार को कटक में एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एससीबीएमसीएच) के अधिकारियों को दो महिला मरीजों से बलात्कार के आरोपी एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को बर्खास्त करने का निर्देश दिया है. यह निर्णय चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण (DMET) के डायरेक्‍टर संतोष कुमार मिश्रा की सिफारिश के बाद लिया गया है. संतोष कुमार मिश्रा ने तीन सदस्‍यीय जांच समिति की अध्‍यक्षता की थी. एससीबी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को लिखे पत्र में DMET के डायरेक्‍टर ने निर्देश दिया कि आरोपी डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया जाए. संतोष मिश्रा ने PTI से बातचीत करते हुए इसकी पुष्टि की है.

DMET के अनुसार, तीन सदस्यीय समिति ने दो महिला के साथ कथित तौर पर किए गए रेप के मामलों की जांच की थी. छानबीन में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए. इसके बाद कमेटी ने आरोपी डॉक्‍टर को सेवा से हटाने की सिफारिश की है. आरोपी डॉक्‍टर मध्य प्रदेश के भोपाल का निवासी है. आरोपी डॉक्टर को 13 अगस्त को कटक के मंगलाबाग पुलिस स्टेशन में दो महिलाओं की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था. डॉक्टर की पत्नी ने दावा किया कि उनके पति को फंसाया गया है. कथित बलात्कार 11 अगस्त को हुआ था, जब मरीज़ इकोकार्डियोग्राम (ईसीएचओ) जांच के लिए आई थीं.

मेडिकल कॉलेज के सीनियर डॉक्‍टर पर दो महिला मरीजों से दुष्‍कर्म करने का आरोप लगने के बाद राज्‍य सरकार भी हरकत में आ गई थी. सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने घटना को गंभीरता से लिया और एक जांच समिति का गठन किया. कमेटी में डॉ. संतोष कुमार मिश्रा (डीएमईटी), डॉ. सुधांशु शेखर मिश्रा (अधीक्षक, एससीबी एमसीएच, कटक) और डॉ. रोमा रतन (संयुक्त) शामिल थे


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