एक स्वस्थ एवं संतुलित लिवर के लिए एक्सपर्ट के सुझाए इन 9 बातों का रखें खास ध्यान:

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लीवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो ब्लड को फ़िल्टर करता है, आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देता है, और शरीर में महत्वपूर्ण प्रोटीन को संश्लेषित करता है। हालांकि, आज कल लोगों के जीवनशैली में कई बदलाव आए हैं, और आहार संबंधी आदतें इस हद तक बदल चुकी हैं, की ये लीवर स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं।

इस पर यकीन करना मुश्किल है पर दुनिया भर में हर साल लगभग दो मिलियन लोग लीवर की बीमारियों से मरते हैं। इसका मतलब है कि यह दुनिया भर में जानलेवा बीमारी के रूप में 11वें स्थान पर है, और वैश्विक मृत्यु दर का 4% हिस्सा है। यह एक डरावना आंकड़ा है, जिसे ध्यान में रखते हुए लीवर के कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए व्यक्ति क्या खाता है, इस पर सतर्क रहना बेहद महत्वपूर्ण है।

सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल, HPB सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांट के सीनियर कंसल्टेंट और हेड ऑफ डिपार्मेंट डॉक्टर अंकुर गर्ग ने निम्नलिखित आहार संबंधी सुझाव दिए हैं, जो लीवर

से जुड़ी बीमारी के रोकथाम और अच्छे लीवर फंक्शन को प्राप्त करने में आपकी मदद करेंगे -

1. संतुलित आहार लें

हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ लीवर को बनाए रखने के लिए पौष्टिक खाने की आदतें कितनी महत्वपूर्ण हैं। आपको अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज के साथ-साथ हेल्दी फैट और लीन प्रोटीन भी शामिल करना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ लीवर को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करेंगे।

पालक, ब्रोकोली और गोभी जैसी कुछ हरी सब्ज़ियों में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स होते हैं। ये कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो आपके लीवर को क्लीन करने में मदद करेंगे। उदाहरण के लिए, सेलेनियम और एलिसिन से भरपूर लहसुन शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए लीवर एंजाइम को उत्तेजित करती हैं। लहसुन में कुछ सक्रिय रसायन इसे एंटीमाइक्रोबियल गतिविधि के साथ-साथ एंटीहाइपरलिपिडेमिक और एंटीप्लेटलेट गतिविधि प्रदान करते हैं।

वहीं चुकंदर में बीटालेन-एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लीवर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करते हैं। जबकि ब्लूबेरी और क्रैनबेरी में एंथोसायनिन होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के स्तर को बढ़ाता है और इस प्रकार लिवर संबंधी दिक्कतों को रोकता है।

2. शराब के सेवन से बचें

अत्यधिक शराब न पिएं, शराब की लत से फैटी लीवर, हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि लीवर की जटिलताओं से बचने के लिए व्यक्ति को कम मात्रा में शराब लेनी चाहिए। हालांकि, जो लोग शराब पीना पसंद करते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे संयम से लें, यानी महिलाओं के लिए एक गिलास वाइन और पुरुषों के लिए प्रति सप्ताह दो गिलास वाइन से अधिक नुकसानदेह हो सकता है।

3. खुद को हाइड्रेटेड रखें

पानी शरीर के हर हिस्से में पाया जाता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण रूप से यह लीवर में मौजूद होता है। इसीलिए सही मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। पानी शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है, और बॉडी से वेस्ट मैटेरियल को बाहर निकालता है। यह टॉक्सिंस को साफ करने में लीवर की सहायता करता है। एक स्वस्थ लीवर के लिए दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी पिएं। वहीं शारीरिक गतिविधियों को करने के बाद शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए इस बात का भी ध्यान रखें।

4. हेल्दी वेट मैनेजमेंट है जरूरी

मोटापा और वजन बढ़ना उन व्यक्तियों में आम है जिन्हें NAFLD है, जिसकी पहचान फैट के साथ लीवर कोशिकाओं का संचय है। एक संतुलित आहार योजना जिसमें स्वस्थ पोषण और नियमित व्यायाम शामिल है, NAFLD को रोकने में मददगार साबित हो सकती है।

कैलोरी में उच्च खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित रखें। साथ ही साथ पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ ले और फास्ट फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और प्रोसेस्ड स्नैक्स से दूरी बनाएं रखें। इस प्रकार आपको एक हेल्दी वेट मैनेज करने में मदद मिलेगी।

5. प्रोसेस्ड और रिफाइंड खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित रखें

आजकल ज्यादातर लोग रिफाइंड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के आदी हैं, ये लीवर में फैट के संचय का एक मुख्य कारण है और NAFLD का कारण बनता है। एडेड शुगर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कैंडी और एनर्जी ड्रिंक, कुकीज़ जैसे स्नैक आपके लीवर को बीमार कर सकते हैं। मिठास के लिए खजूर, शहद आदि जैसे स्वस्थ विकल्पों का चयन करें।

6. हेल्दी फैट लें

फैट को कम करने वाले एंटी इन्फ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ, जैसे कि एवोकाडो, ऑलिव ऑयल, फैटी मछली, आपके लीवर के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इनमें कई प्रकार के हेल्दी फैट पाए जाते हैं। इनमें से सबसे अच्छे प्रकार ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले मैकेरल और सार्डिन हैं।

जर्नल ऑफ हेपेटोलॉजी द्वारा प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार, ओमेगा-3 फैट NAFLD वाले व्यक्ति के लिवर फैट और सूजन की मात्रा को कम करने में मदद करता है।

7. कॉफी पिएं

कई अध्ययनों का मानना है कि काफी लीवर स्वास्थ्य का समर्थन करता है। इसके सेवन से लीवर फाइब्रोसिस और लीवर कैंसर का जोखिम कम होता है। यह सूजन को भी कम करता है और लीवर में एंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ाता है। हालांकि, ध्यान रहे कि किसी भी चीज की अधिकता नुकसान पहुंचाती है, इसी प्रकार कॉफी को मॉडरेशन में ले, साथ ही साथ इसे दोपहर के बाद लेने से बचें।

8. हल्दी और ग्रीन टी का प्रयोग करें

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक एक्टिव कंपाउंड लीवर के सूजन को कम करने में मदद करता है। यह लीवर की बीमारियों से लड़ता है। ग्रीन टी में प्रचुर मात्रा में कैटेचिन होता है, वे एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं जो लीवर के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। साथ ही फैट की मात्रा को भी कम करते हैं।

9. दवाओं के उपयोग पर नज़र रखें

कुछ दवाएं लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, अपने डॉक्टर की सहमति के बिना कोई भी दवा न लें। सुनिश्चित करें कि आप किसी भी नए सप्लीमेंट या दवा के बारे में पहले अपने डॉक्टर से बात करें। दर्द के इलाज के लिए ली जाने वाली एसिटामिनोफेन जैसी दवाओं के सेवन से सावधान रहना चाहिए क्योंकि अगर ओवरडोज़ में ली जाए तो यह लीवर के कामकाज में बाधा डाल सकती है।

नोट: लीवर, एक महत्वपूर्ण अंग है, गलत जीवनशैली के कारण इसकी गुणवत्ता पर बेहद नकारात्मक असर पड़ रहा है। लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए, फल, सब्जी और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार को प्राथमिकता दें। शराब, मीठे खाद्य पदार्थों और प्रोसेस्ड स्नैक्स का सेवन कम से कम करें।

हाइड्रेशन, वजन प्रबंधन और लीवर के अनुकूल खाद्य पदार्थों को शामिल करना आवश्यक है। नियमित व्यायाम और पर्याप्त आराम आपके लीवर को एक स्वस्थ जीवन देता हैं। यदि आप लिवर स्वास्थ्य को बनाए रखना चाहती है, तो एक उचित अंतराल पर इसकी जांच करवाती रहें।


लीवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो ब्लड को फ़िल्टर करता है, आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देता है, और शरीर में महत्वपूर्ण प्रोटीन को संश्लेषित करता है। हालांकि, आज कल लोगों के जीवनशैली में कई बदलाव आए हैं, और आहार संबंधी आदतें इस हद तक बदल चुकी हैं, की ये लीवर स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं।

इस पर यकीन करना मुश्किल है पर दुनिया भर में हर साल लगभग दो मिलियन लोग लीवर की बीमारियों से मरते हैं। इसका मतलब है कि यह दुनिया भर में जानलेवा बीमारी के रूप में 11वें स्थान पर है, और वैश्विक मृत्यु दर का 4% हिस्सा है। यह एक डरावना आंकड़ा है, जिसे ध्यान में रखते हुए लीवर के कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए व्यक्ति क्या खाता है, इस पर सतर्क रहना बेहद महत्वपूर्ण है।

सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल, HPB सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांट के सीनियर कंसल्टेंट और हेड ऑफ डिपार्मेंट डॉक्टर अंकुर गर्ग ने निम्नलिखित आहार संबंधी सुझाव दिए हैं, जो लीवर

से जुड़ी बीमारी के रोकथाम और अच्छे लीवर फंक्शन को प्राप्त करने में आपकी मदद करेंगे -

1. संतुलित आहार लें

हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ लीवर को बनाए रखने के लिए पौष्टिक खाने की आदतें कितनी महत्वपूर्ण हैं। आपको अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज के साथ-साथ हेल्दी फैट और लीन प्रोटीन भी शामिल करना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ लीवर को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करेंगे।

पालक, ब्रोकोली और गोभी जैसी कुछ हरी सब्ज़ियों में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स होते हैं। ये कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो आपके लीवर को क्लीन करने में मदद करेंगे। उदाहरण के लिए, सेलेनियम और एलिसिन से भरपूर लहसुन शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए लीवर एंजाइम को उत्तेजित करती हैं। लहसुन में कुछ सक्रिय रसायन इसे एंटीमाइक्रोबियल गतिविधि के साथ-साथ एंटीहाइपरलिपिडेमिक और एंटीप्लेटलेट गतिविधि प्रदान करते हैं।

वहीं चुकंदर में बीटालेन-एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लीवर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करते हैं। जबकि ब्लूबेरी और क्रैनबेरी में एंथोसायनिन होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के स्तर को बढ़ाता है और इस प्रकार लिवर संबंधी दिक्कतों को रोकता है।

2. शराब के सेवन से बचें

अत्यधिक शराब न पिएं, शराब की लत से फैटी लीवर, हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि लीवर की जटिलताओं से बचने के लिए व्यक्ति को कम मात्रा में शराब लेनी चाहिए। हालांकि, जो लोग शराब पीना पसंद करते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे संयम से लें, यानी महिलाओं के लिए एक गिलास वाइन और पुरुषों के लिए प्रति सप्ताह दो गिलास वाइन से अधिक नुकसानदेह हो सकता है।

3. खुद को हाइड्रेटेड रखें

पानी शरीर के हर हिस्से में पाया जाता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण रूप से यह लीवर में मौजूद होता है। इसीलिए सही मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। पानी शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है, और बॉडी से वेस्ट मैटेरियल को बाहर निकालता है। यह टॉक्सिंस को साफ करने में लीवर की सहायता करता है। एक स्वस्थ लीवर के लिए दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी पिएं। वहीं शारीरिक गतिविधियों को करने के बाद शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए इस बात का भी ध्यान रखें।

4. हेल्दी वेट मैनेजमेंट है जरूरी

मोटापा और वजन बढ़ना उन व्यक्तियों में आम है जिन्हें NAFLD है, जिसकी पहचान फैट के साथ लीवर कोशिकाओं का संचय है। एक संतुलित आहार योजना जिसमें स्वस्थ पोषण और नियमित व्यायाम शामिल है, NAFLD को रोकने में मददगार साबित हो सकती है।

कैलोरी में उच्च खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित रखें। साथ ही साथ पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ ले और फास्ट फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और प्रोसेस्ड स्नैक्स से दूरी बनाएं रखें। इस प्रकार आपको एक हेल्दी वेट मैनेज करने में मदद मिलेगी।

5. प्रोसेस्ड और रिफाइंड खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित रखें

आजकल ज्यादातर लोग रिफाइंड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के आदी हैं, ये लीवर में फैट के संचय का एक मुख्य कारण है और NAFLD का कारण बनता है। एडेड शुगर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कैंडी और एनर्जी ड्रिंक, कुकीज़ जैसे स्नैक आपके लीवर को बीमार कर सकते हैं। मिठास के लिए खजूर, शहद आदि जैसे स्वस्थ विकल्पों का चयन करें।

6. हेल्दी फैट लें

फैट को कम करने वाले एंटी इन्फ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ, जैसे कि एवोकाडो, ऑलिव ऑयल, फैटी मछली, आपके लीवर के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इनमें कई प्रकार के हेल्दी फैट पाए जाते हैं। इनमें से सबसे अच्छे प्रकार ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले मैकेरल और सार्डिन हैं।

जर्नल ऑफ हेपेटोलॉजी द्वारा प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार, ओमेगा-3 फैट NAFLD वाले व्यक्ति के लिवर फैट और सूजन की मात्रा को कम करने में मदद करता है।

7. कॉफी पिएं

कई अध्ययनों का मानना है कि काफी लीवर स्वास्थ्य का समर्थन करता है। इसके सेवन से लीवर फाइब्रोसिस और लीवर कैंसर का जोखिम कम होता है। यह सूजन को भी कम करता है और लीवर में एंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ाता है। हालांकि, ध्यान रहे कि किसी भी चीज की अधिकता नुकसान पहुंचाती है, इसी प्रकार कॉफी को मॉडरेशन में ले, साथ ही साथ इसे दोपहर के बाद लेने से बचें।

8. हल्दी और ग्रीन टी का प्रयोग करें

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक एक्टिव कंपाउंड लीवर के सूजन को कम करने में मदद करता है। यह लीवर की बीमारियों से लड़ता है। ग्रीन टी में प्रचुर मात्रा में कैटेचिन होता है, वे एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं जो लीवर के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। साथ ही फैट की मात्रा को भी कम करते हैं।

9. दवाओं के उपयोग पर नज़र रखें

कुछ दवाएं लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, अपने डॉक्टर की सहमति के बिना कोई भी दवा न लें। सुनिश्चित करें कि आप किसी भी नए सप्लीमेंट या दवा के बारे में पहले अपने डॉक्टर से बात करें। दर्द के इलाज के लिए ली जाने वाली एसिटामिनोफेन जैसी दवाओं के सेवन से सावधान रहना चाहिए क्योंकि अगर ओवरडोज़ में ली जाए तो यह लीवर के कामकाज में बाधा डाल सकती है।

नोट: लीवर, एक महत्वपूर्ण अंग है, गलत जीवनशैली के कारण इसकी गुणवत्ता पर बेहद नकारात्मक असर पड़ रहा है। लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए, फल, सब्जी और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार को प्राथमिकता दें। शराब, मीठे खाद्य पदार्थों और प्रोसेस्ड स्नैक्स का सेवन कम से कम करें।

हाइड्रेशन, वजन प्रबंधन और लीवर के अनुकूल खाद्य पदार्थों को शामिल करना आवश्यक है। नियमित व्यायाम और पर्याप्त आराम आपके लीवर को एक स्वस्थ जीवन देता हैं। यदि आप लिवर स्वास्थ्य को बनाए रखना चाहती है, तो एक उचित अंतराल पर इसकी जांच करवाती रहें।


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