मंत्री डॉ डहरिया ने वृद्धा सुखम बाई की जिंदगी को सुखमय बनाने की पहल:

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गाँव
में रहने वाली वृद्धा सुखम बाई का नाम भले ही सुख शब्द से जुड़ा है, लेकिन
उसकी असल जिंदगी में सुख और सुकून  की कुछ कमी थीं। उन्हें पेंशन तो मिलता
है लेकिन पेंशन की कम राशि उसकी सुखमय ज़िन्दगी में रोड़ा की तरह थी। वह
अक्सर सोचती थी कि गाँव में कोई मंत्री आएंगे तो वह अपनी बात उनके समक्ष
रखेगी और सहयोग मांगेगी। आखिरकार वह दिन आ ही गया और गाँव में सड़क निर्माण
कार्य के भूमिपूजन लिए यहाँ के विधायक और प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं
विकास तथा श्रम मंत्री  डॉ शिवकुमार डहरिया यहाँ पहुंचे। वृद्धा सुखम बाई
भी यहाँ पहुँची। इससे पहले मंत्री डॉ डहरिया माइक से अपना उदबोधन शुरू
करते, उन्होंने पास ही खड़ी सुखम बाई को हाथ जोड़े हुए अपनी ओर निहारते हुए
देखा। अपनी सवेंदनशीलता का परिचय देते हुए उन्होंने तत्काल वृद्धा से पूछा,
कइसे माताराम कुछ समस्या हे का। मंत्री डॉ डहरिया की ओर से यह सवाल आते ही
वृद्धा ने तत्काल ही बताया कि उसे जो पेंशन मिलती है उससे उसका गुजारा
नहीं हो पा रहा है। अभी उसे अतरिक्त पैसों की जरूरत है। मंत्री डॉ डहरिया
ने पहले उन्हें बताया कि पेंशन की राशि एक निश्चित राशि होती है। इसलिए
उतनी ही मिलती है। आपकों चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपकी समस्या का
निदान होगा। उन्होंने तत्काल ही गाँव के सरपंच श्री अशोक बंजारे को
निर्देशित किया कि इस माताराम की सेवा करनी है। जो भी सहयोग चाहती है , उसे
दे और यदि आप नहीं कर सकते  तो बताए। गाँव के सरपंच ने कहा कि नहीं,ऐसी
नौबत नहीं आएगी। मंत्री डॉ डहरिया ने इस दौरान माइक से कहा कि माता-पिता की
सेवा करना हम सबका दायित्व है। बुजुर्ग माता-पिता की बिल्कुल भी उपेक्षा
नहीं करनी चाहिए। मंत्री जी के इस बात को सुनकर और अपनी फरियाद पूरी होती
देख वृद्धा सुखम बाई ने जहां खूब ताली बजाई वहीं अन्य लोगों ने जोर -जोर से
मंत्री डॉ डहरिया के सम्मान में नारे लगाए।




 अपने
विधानसभा क्षेत्र आरंग के ग्राम बहनाकाड़ी में सड़क निर्माण के भूमिपूजन
कार्यक्रम में मंत्री ने अन्य कार्यों की स्वीकृति भी दी। उन्होंने यहाँ
कहा कि गांव में सड़क,पानी की समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी। मुख्यमंत्री के
नेतृत्व में विकास कार्यों की सौगात लगातार ग्रामवासियों को उपलब्ध कराई
जा रही है।



गाँव
में रहने वाली वृद्धा सुखम बाई का नाम भले ही सुख शब्द से जुड़ा है, लेकिन
उसकी असल जिंदगी में सुख और सुकून  की कुछ कमी थीं। उन्हें पेंशन तो मिलता
है लेकिन पेंशन की कम राशि उसकी सुखमय ज़िन्दगी में रोड़ा की तरह थी। वह
अक्सर सोचती थी कि गाँव में कोई मंत्री आएंगे तो वह अपनी बात उनके समक्ष
रखेगी और सहयोग मांगेगी। आखिरकार वह दिन आ ही गया और गाँव में सड़क निर्माण
कार्य के भूमिपूजन लिए यहाँ के विधायक और प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं
विकास तथा श्रम मंत्री  डॉ शिवकुमार डहरिया यहाँ पहुंचे। वृद्धा सुखम बाई
भी यहाँ पहुँची। इससे पहले मंत्री डॉ डहरिया माइक से अपना उदबोधन शुरू
करते, उन्होंने पास ही खड़ी सुखम बाई को हाथ जोड़े हुए अपनी ओर निहारते हुए
देखा। अपनी सवेंदनशीलता का परिचय देते हुए उन्होंने तत्काल वृद्धा से पूछा,
कइसे माताराम कुछ समस्या हे का। मंत्री डॉ डहरिया की ओर से यह सवाल आते ही
वृद्धा ने तत्काल ही बताया कि उसे जो पेंशन मिलती है उससे उसका गुजारा
नहीं हो पा रहा है। अभी उसे अतरिक्त पैसों की जरूरत है। मंत्री डॉ डहरिया
ने पहले उन्हें बताया कि पेंशन की राशि एक निश्चित राशि होती है। इसलिए
उतनी ही मिलती है। आपकों चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपकी समस्या का
निदान होगा। उन्होंने तत्काल ही गाँव के सरपंच श्री अशोक बंजारे को
निर्देशित किया कि इस माताराम की सेवा करनी है। जो भी सहयोग चाहती है , उसे
दे और यदि आप नहीं कर सकते  तो बताए। गाँव के सरपंच ने कहा कि नहीं,ऐसी
नौबत नहीं आएगी। मंत्री डॉ डहरिया ने इस दौरान माइक से कहा कि माता-पिता की
सेवा करना हम सबका दायित्व है। बुजुर्ग माता-पिता की बिल्कुल भी उपेक्षा
नहीं करनी चाहिए। मंत्री जी के इस बात को सुनकर और अपनी फरियाद पूरी होती
देख वृद्धा सुखम बाई ने जहां खूब ताली बजाई वहीं अन्य लोगों ने जोर -जोर से
मंत्री डॉ डहरिया के सम्मान में नारे लगाए।




 अपने
विधानसभा क्षेत्र आरंग के ग्राम बहनाकाड़ी में सड़क निर्माण के भूमिपूजन
कार्यक्रम में मंत्री ने अन्य कार्यों की स्वीकृति भी दी। उन्होंने यहाँ
कहा कि गांव में सड़क,पानी की समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी। मुख्यमंत्री के
नेतृत्व में विकास कार्यों की सौगात लगातार ग्रामवासियों को उपलब्ध कराई
जा रही है।


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