गौठान विकास के लिए शराब टैक्स की राशि का उपयोग, विपक्ष का दूसरी बार वाकआउट:

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00 मंत्री चौबे बोले - गौठान और गौधन विकास एक, अलग नही


रायपुर।
छत्तीसगढ़
विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा विपक्षी सदस्यों ने दूसरी बार सदन से
वाकआउट कर दिया। प्रश्नकाल के दौरान पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने गौठान
विकास के लिए शराब बिक्री के लिए लगाया गया सेस (टैक्स) का मामला उठाते हुए
राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि
गौठान और गौधन विकास योजना अलग नहीं है एक ही है। इस जवाब से विपक्ष
असंतुष्ट हो गए और दूसरी बार सदन की कार्रवाई से वाकआउट कर दिया।


प्रश्नकाल
के दौरान पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने गौठान विकास के लिए शराब बिक्री पर
लगाया गया सेस (टैक्स) की राशि का उपयोग गोधन योजना में किए जाने का मामला
उठाते हुए सवाल किया कि शराब पर लगे टैक्स का उपयोग गौठान विकास पर खर्च
करना था, लेकिन खर्च गौधन खरीदी में किया गया। उन्होंने पूछा कि डेढ़ सौ
करोड़ में से साढ़े तीन करोड़ खर्च किए गए। बाकी राशि कहां गई? शराब पर लगे
टैक्स का दूसरे मद में खर्च करने आरोप लगाया। यह भी कहा कि स्वास्थ्य और
गौठान विकास में उक्त राशि खर्च नहीं की गई है। इस पर कृषि मंत्री रविंद्र
चौबे ने सदन को बताया कि जिस उद्देश्य से सेस (टैक्स) लगाया गया है, उसी
उद्देश्य से खर्च किया जा रहा है। गौठान विकास और गौधन विकास को अलग नहीं
देखा जाना चाहिए। इस पर भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने कहा कि गौधन विकास के
लिए लगाए गए टैक्स का उपयोग गोधन योजना पर खर्च हो रहा है। उन्होंने टैक्स
के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और इसको गंभीर वित्तीय अनियमितता
करार दिया। इस पूरे मामले में मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों
ने सदन से दूसरी बार वाकआउट कर दिया।



00 मंत्री चौबे बोले - गौठान और गौधन विकास एक, अलग नही


रायपुर।
छत्तीसगढ़
विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा विपक्षी सदस्यों ने दूसरी बार सदन से
वाकआउट कर दिया। प्रश्नकाल के दौरान पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने गौठान
विकास के लिए शराब बिक्री के लिए लगाया गया सेस (टैक्स) का मामला उठाते हुए
राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि
गौठान और गौधन विकास योजना अलग नहीं है एक ही है। इस जवाब से विपक्ष
असंतुष्ट हो गए और दूसरी बार सदन की कार्रवाई से वाकआउट कर दिया।


प्रश्नकाल
के दौरान पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने गौठान विकास के लिए शराब बिक्री पर
लगाया गया सेस (टैक्स) की राशि का उपयोग गोधन योजना में किए जाने का मामला
उठाते हुए सवाल किया कि शराब पर लगे टैक्स का उपयोग गौठान विकास पर खर्च
करना था, लेकिन खर्च गौधन खरीदी में किया गया। उन्होंने पूछा कि डेढ़ सौ
करोड़ में से साढ़े तीन करोड़ खर्च किए गए। बाकी राशि कहां गई? शराब पर लगे
टैक्स का दूसरे मद में खर्च करने आरोप लगाया। यह भी कहा कि स्वास्थ्य और
गौठान विकास में उक्त राशि खर्च नहीं की गई है। इस पर कृषि मंत्री रविंद्र
चौबे ने सदन को बताया कि जिस उद्देश्य से सेस (टैक्स) लगाया गया है, उसी
उद्देश्य से खर्च किया जा रहा है। गौठान विकास और गौधन विकास को अलग नहीं
देखा जाना चाहिए। इस पर भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने कहा कि गौधन विकास के
लिए लगाए गए टैक्स का उपयोग गोधन योजना पर खर्च हो रहा है। उन्होंने टैक्स
के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और इसको गंभीर वित्तीय अनियमितता
करार दिया। इस पूरे मामले में मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों
ने सदन से दूसरी बार वाकआउट कर दिया।



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