मुस्लिम हित में काम करने वाली प्रदेश भर की तंजीमों का होगा सम्मान,शिक्षा को प्रोत्साहित करने लगाया जाएगा कलम का लंगर संदल चादर में डीजे साउंड रहेगा पूरी तरह प्रतिबंध, इंतेजामिया कमेटी ने लिया निर्णय
रायपुर। शहंशाहे छत्तीसगढ़ के नाम से मशहूर सूफी-संत हुजूर बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह लुतरा शरीफ के लिए वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंतेजामिया कमेटी 6 दिवसीय सालाना उर्स की तैयारियों में जुटी हुई है। प्रेस क्लब रायपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कमेटी के सदर इरशाद अली ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के 6 दिवसीय 66 वां सालाना उर्स पाक आगामी 20 से 25 अक्टूबर 2024 तक बड़े ही अकीदत और शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा। इंतेजामिया कमेटी से जुड़े सभी पदाधिकारी,मेंबर के अलावा उर्स कमेटी के तमाम पदाधिकारी उर्स की तैयारियां तेज कर चुके हैं।
श्री अली ने जानकारी दी कि सालाना उर्स का आगाज़ 20 अक्टूबर की सुबह 11:00 बजे परचम कुशाई मटका पार्टी पप्पू नौशाही,कामठी नागपुर के साथ किया जाएगा। पहले दिन रात 9:00 बजे नात मनकबत तकरीर कारी अल्हाज हसन अशरफी व हाफिज मोहम्मद इजरायल मुदर्रिश दारुल उलूम फैजाने इंसान अली शाह के द्वारा कलामें पाक की तिलावत के साथ प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। इसके पहले दोपहर 3:00 बजे दरगाह से शाही संदल चादर निकाली जाएगी जिसे दादी अम्मा की दरगाह खम्हारिया में चढ़ाई जाएगी। उर्स के दूसरे दिन 21 अक्टूबर को दोपहर 12:40 बजे मजार ए पाक का गुस्ल,सलातो सलाम व शिजरा खानी होगी। शाम 3:00 बजे पुराने दरबार में संदल चादर व महफिले समा के साथ ही दरबारी कव्वाल यासीन शोला व उनके साथी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। रात 9:00 बजे तकरीर का अजीमुशशान जलसा रखा गया है जिसमें किछौछा शरीफ (उप्र) से आए धर्म गुरु सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब व कटिहार बिहार के मुफ्ती मोइनुद्दीन चतुर्वेदी साहब तकरीर (प्रवचन) करेंगे।
उर्स के तीसरे दिन 22 अक्टूबर को रात 9:00 बजे रेडियो ऑडियो एवं टीवी सिंगर दिल्ली के कव्वाल चांद अफजाल कादरी अपना कलाम पेश करेंगे।इसके पहले आल छत्तीसगढ़ मुस्लिम तंजीमों का इस्तेकबाल किया जाएगा।
प्रोग्राम के चौथे दिन 23 अक्टूबर को आल इंडिया नातियां मुशायरा कार्यक्रम रात 9 बजे किया जाएगा जिसमें जेरे सदारत फरजंदे गौसे आजम शहजादे शिमना हजरत अल्लामा वा मौलाना सैयद राशिद मक्की मियां साहब क़िब्ला किछौछा शरीफ की सदारत में जेरे नकाबत कफिल अंबर साहब कलकत्तवी, शायरे इस्लाम जैनुल आबदीन कानपुरी, नायाब व मंजर कलकत्तवी,गुलाम नूर ए मुजस्सम उन्नावी और अहमदुल फ़त्ताह फैजाबादी अपने-अपने अंदाज में खूबसूरत शायरी प्रस्तुत करेंगे। इसी तरह 24 अक्टूबर की रात 9:00 बजे से लुतरा शरीफ के दरबारी और हिंदुस्तान के मशहूर रेडियो ऑडियो एवं टीवी सिंगर बिजनौर यूपी के बीच कव्वाल रईस अनीस साबरी के द्वारा शानदार कव्वाली की प्रस्तुति दी जाएगी। उर्स के 6 वें दिन 25 अक्टूबर को बाद नमाजे फजर कुरान ख्वानी 11:00 बजे रंग की महफिल व कुल की फातिहा होगी जिसमें मुस्लिम समाज के धर्म गुरु हजरत अल्लामा व मौलाना सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब किछौछा शरीफ के द्वारा प्रदेश के अमन चैन की दुआ मांगी जाएगी। पूरे उर्स के दौरान 6 दिन 24 घंटे शुद्ध शाकाहारी दरबारी शाही लंगर के साथ रोजाना सुबह चाय नाश्ते का माकूल इंतेजाम रहेगा।
कमेटी के नायब सदर मोहम्मद सिराज ने इस दौरान बताया कि इस बार कमेटी के द्वारा प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बाबा सरकार के चाहने वालों को जोड़ा गया हैं। दरगाह परिसर में लगातार सुधार,जीर्णोद्धार के साथ ही मुस्लिम एजुकेशन सिस्टम को उन्नत किया जा रहा है। दरगाह परिसर में स्थित मदरसे में बच्चों को फ्री भोजन,आवास के साथ आधुनिक,शिक्षा दी जा रही है।उर्स के दौरान आने वाले हजारों लाखों श्रद्धालुओं की खिदमत के लिए कमेटी के तमाम सदस्य कमर कस कर तैयार हैं।इस दौरान दरगाह परिसर में कलम का लंगर लगाया जाएगा जिसके तहत "एक रोटी कम खाओ मगर बच्चों को खूब पढ़ाओ" का नारा देकर बच्चों और उनके परिजनों को जागरूक करते हुए उन्हें कलम और कॉपी बांटी जाएगी।इस अवसर पर धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक के अलावा अन्य संदेशपरक कार्यक्रम शामिल किए गए हैं।समाज के लोगों को सबसे बड़ा संदेश देने के लिए तंजीम का सम्मान किया जा रहा है।
कमेटी के सेक्रेटरी रियाज अशरफी ने बताया कि इस बार भी बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रशासन और हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए संदल चादर लेकर आने वाले श्रद्धालुओं के डीजे साउंड बजाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।सिंगल यूज प्लास्टिक को भी बैन करने का निर्णय लिया गया है इसके लिए सभी दुकानदारों से अपील की जाएगी।इस बार सालाना उर्स के दौरान मुस्लिम समाज के हित में जूझ कर कम करने वाली तंजीमों (संस्था) का कमेटी सम्मान करेगी। यही नहीं लुतरा शरीफ के आसपास के गांव,समाज प्रमुखों का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है।मुस्लिम बच्चों के अलावा दिगर कौम के बच्चों की भी शिक्षा और जनचेतना को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।इस बार शिरनी (प्रसाद) घर घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है।
उर्स कमेटी के सरपरस्त रायपुर निवासी एडवोकेट सैय्यद फैसल रिजवी साहब,हाजी रंगराज सहित अन्य पदाधिकारियों के दिशा निर्देश पर सालाना उर्स को सफल बनाने के लिए इंतेजामिया कमेटी दरगाह लुतरा शरीफ के नायब सेक्रेटरी हाजी गुलाम रसूल साबरी, खजांची रोशन खान,लंगर इंचार्ज मोहम्मद कुद्दूस,मेंबर मोहम्मद जुबेर,हाजी करीम बेग,रहीम खान,फिरोज खान उर्स कमेटी के सदस्य रायपुर निवासी हाजी गुलाम रसूल उर्फ दादा भाई, इदरीस लोया, इरफान सुल्तान सहित तमाम खिदमतगार सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
मुस्लिम हित में काम करने वाली प्रदेश भर की तंजीमों का होगा सम्मान,शिक्षा को प्रोत्साहित करने लगाया जाएगा कलम का लंगर संदल चादर में डीजे साउंड रहेगा पूरी तरह प्रतिबंध, इंतेजामिया कमेटी ने लिया निर्णय
रायपुर। शहंशाहे छत्तीसगढ़ के नाम से मशहूर सूफी-संत हुजूर बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह लुतरा शरीफ के लिए वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंतेजामिया कमेटी 6 दिवसीय सालाना उर्स की तैयारियों में जुटी हुई है। प्रेस क्लब रायपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कमेटी के सदर इरशाद अली ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के 6 दिवसीय 66 वां सालाना उर्स पाक आगामी 20 से 25 अक्टूबर 2024 तक बड़े ही अकीदत और शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा। इंतेजामिया कमेटी से जुड़े सभी पदाधिकारी,मेंबर के अलावा उर्स कमेटी के तमाम पदाधिकारी उर्स की तैयारियां तेज कर चुके हैं।
श्री अली ने जानकारी दी कि सालाना उर्स का आगाज़ 20 अक्टूबर की सुबह 11:00 बजे परचम कुशाई मटका पार्टी पप्पू नौशाही,कामठी नागपुर के साथ किया जाएगा। पहले दिन रात 9:00 बजे नात मनकबत तकरीर कारी अल्हाज हसन अशरफी व हाफिज मोहम्मद इजरायल मुदर्रिश दारुल उलूम फैजाने इंसान अली शाह के द्वारा कलामें पाक की तिलावत के साथ प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। इसके पहले दोपहर 3:00 बजे दरगाह से शाही संदल चादर निकाली जाएगी जिसे दादी अम्मा की दरगाह खम्हारिया में चढ़ाई जाएगी। उर्स के दूसरे दिन 21 अक्टूबर को दोपहर 12:40 बजे मजार ए पाक का गुस्ल,सलातो सलाम व शिजरा खानी होगी। शाम 3:00 बजे पुराने दरबार में संदल चादर व महफिले समा के साथ ही दरबारी कव्वाल यासीन शोला व उनके साथी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। रात 9:00 बजे तकरीर का अजीमुशशान जलसा रखा गया है जिसमें किछौछा शरीफ (उप्र) से आए धर्म गुरु सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब व कटिहार बिहार के मुफ्ती मोइनुद्दीन चतुर्वेदी साहब तकरीर (प्रवचन) करेंगे।
उर्स के तीसरे दिन 22 अक्टूबर को रात 9:00 बजे रेडियो ऑडियो एवं टीवी सिंगर दिल्ली के कव्वाल चांद अफजाल कादरी अपना कलाम पेश करेंगे।इसके पहले आल छत्तीसगढ़ मुस्लिम तंजीमों का इस्तेकबाल किया जाएगा।
प्रोग्राम के चौथे दिन 23 अक्टूबर को आल इंडिया नातियां मुशायरा कार्यक्रम रात 9 बजे किया जाएगा जिसमें जेरे सदारत फरजंदे गौसे आजम शहजादे शिमना हजरत अल्लामा वा मौलाना सैयद राशिद मक्की मियां साहब क़िब्ला किछौछा शरीफ की सदारत में जेरे नकाबत कफिल अंबर साहब कलकत्तवी, शायरे इस्लाम जैनुल आबदीन कानपुरी, नायाब व मंजर कलकत्तवी,गुलाम नूर ए मुजस्सम उन्नावी और अहमदुल फ़त्ताह फैजाबादी अपने-अपने अंदाज में खूबसूरत शायरी प्रस्तुत करेंगे। इसी तरह 24 अक्टूबर की रात 9:00 बजे से लुतरा शरीफ के दरबारी और हिंदुस्तान के मशहूर रेडियो ऑडियो एवं टीवी सिंगर बिजनौर यूपी के बीच कव्वाल रईस अनीस साबरी के द्वारा शानदार कव्वाली की प्रस्तुति दी जाएगी। उर्स के 6 वें दिन 25 अक्टूबर को बाद नमाजे फजर कुरान ख्वानी 11:00 बजे रंग की महफिल व कुल की फातिहा होगी जिसमें मुस्लिम समाज के धर्म गुरु हजरत अल्लामा व मौलाना सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब किछौछा शरीफ के द्वारा प्रदेश के अमन चैन की दुआ मांगी जाएगी। पूरे उर्स के दौरान 6 दिन 24 घंटे शुद्ध शाकाहारी दरबारी शाही लंगर के साथ रोजाना सुबह चाय नाश्ते का माकूल इंतेजाम रहेगा।
कमेटी के नायब सदर मोहम्मद सिराज ने इस दौरान बताया कि इस बार कमेटी के द्वारा प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बाबा सरकार के चाहने वालों को जोड़ा गया हैं। दरगाह परिसर में लगातार सुधार,जीर्णोद्धार के साथ ही मुस्लिम एजुकेशन सिस्टम को उन्नत किया जा रहा है। दरगाह परिसर में स्थित मदरसे में बच्चों को फ्री भोजन,आवास के साथ आधुनिक,शिक्षा दी जा रही है।उर्स के दौरान आने वाले हजारों लाखों श्रद्धालुओं की खिदमत के लिए कमेटी के तमाम सदस्य कमर कस कर तैयार हैं।इस दौरान दरगाह परिसर में कलम का लंगर लगाया जाएगा जिसके तहत "एक रोटी कम खाओ मगर बच्चों को खूब पढ़ाओ" का नारा देकर बच्चों और उनके परिजनों को जागरूक करते हुए उन्हें कलम और कॉपी बांटी जाएगी।इस अवसर पर धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक के अलावा अन्य संदेशपरक कार्यक्रम शामिल किए गए हैं।समाज के लोगों को सबसे बड़ा संदेश देने के लिए तंजीम का सम्मान किया जा रहा है।
कमेटी के सेक्रेटरी रियाज अशरफी ने बताया कि इस बार भी बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रशासन और हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए संदल चादर लेकर आने वाले श्रद्धालुओं के डीजे साउंड बजाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।सिंगल यूज प्लास्टिक को भी बैन करने का निर्णय लिया गया है इसके लिए सभी दुकानदारों से अपील की जाएगी।इस बार सालाना उर्स के दौरान मुस्लिम समाज के हित में जूझ कर कम करने वाली तंजीमों (संस्था) का कमेटी सम्मान करेगी। यही नहीं लुतरा शरीफ के आसपास के गांव,समाज प्रमुखों का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है।मुस्लिम बच्चों के अलावा दिगर कौम के बच्चों की भी शिक्षा और जनचेतना को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।इस बार शिरनी (प्रसाद) घर घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है।
उर्स कमेटी के सरपरस्त रायपुर निवासी एडवोकेट सैय्यद फैसल रिजवी साहब,हाजी रंगराज सहित अन्य पदाधिकारियों के दिशा निर्देश पर सालाना उर्स को सफल बनाने के लिए इंतेजामिया कमेटी दरगाह लुतरा शरीफ के नायब सेक्रेटरी हाजी गुलाम रसूल साबरी, खजांची रोशन खान,लंगर इंचार्ज मोहम्मद कुद्दूस,मेंबर मोहम्मद जुबेर,हाजी करीम बेग,रहीम खान,फिरोज खान उर्स कमेटी के सदस्य रायपुर निवासी हाजी गुलाम रसूल उर्फ दादा भाई, इदरीस लोया, इरफान सुल्तान सहित तमाम खिदमतगार सफल बनाने में जुटे हुए हैं।