नौ दिनों के पवन व्रत नवरात्रि में देवी मां की आराधना की जाती है। इस दौरान मां की पूजा में उनका पसंदीदा भोग, फूल और वस्त्र चढ़ाएं जाते हैं। आप सभी को यह मालूम होगा की देवी माता पर गुड़हल का फूल चढ़ाया जाता है। नवरात्रि के दिनों में लाल रंग के गुड़हल के फूल की मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं ज्यादा तो लोग इसे अगले दिन कही रख देते हैं, या विसर्जित कर देते हैं।
पर आपको बताएं की गुड़हल के फूल में कई ऐसी खास गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपकी सेहत के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद साबित हो सकती हैं। त्वचा से लेकर पाचन स्वास्थ्य तक गुड़हल के फूल के अपने कई खास फायदे हैं। मेरी मां और दादी सालों से नवरात्रों में गुड़हल के फूल को देवी मां को अर्पित करने के बाद इसे हमेशा इस्तेमाल करती हैं (how to use hibiscus flower)।
अब आप सोच रही होंगी इसे किस तरह इस्तेमाल करते हैं? तो चिंता न करें, हम आपको बताएंगे इसे अलग-अलग रूपों में इस्तेमाल करने का सही तरीका। तो इस नवरात्री किस तरह इस्तेमाल करना है गुड़हल का फूल (how to use hibiscus flower)।
इन 5 तरीकों से इस्तेमाल कर सकती हैं गुड़हल के फूल (How to use Hibiscus flower)
1. गुड़हल की चाय (hibiscus tea)
गुड़हल के फूल को भूख की कमी, सर्दी, हृदय और तंत्रिका रोग, रेस्पिरेटरी ट्रैक पेन और सूजन, वॉटर रिटेंशन, पेट की जलन और सर्कुलेशन डिसऑर्डर के उपचार के रूप में किया जा सकता है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : 2 कप ताज़े गुड़हल के फूल या 1/2 कप सूखे गुड़हल के फूल, 8 कप पानी, 2 चम्मच शहद, अगर आपको अपनी चाय ज़्यादा मीठी पसंद है तो और मिलाएं, 3 बड़े चम्मच ताज़ा नींबू का रस
इस तरह तैयार करें
एक बड़े बर्तन में गुड़हल के फूल और पानी को उबाल लें।
जब पानी उबलने लगे, तो आंच बंद कर दें और बर्तन को ढक दें।
आप इसमें अन्य जड़ी-बूटियां भी मिला सकती हैं या तुलसी, लेमन ग्रास, लेमन जेस्ट आदि भी मिला सकती हैं।
चाय को 15 से 20 मिनट तक उबलने दें। शहद और नींबू के रस को पूरी तरह से मिलाएं, फिर चाय को छान लें।
आप गुड़हल की चाय को गर्मागर्म पी सकती हैं, या फिर इसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रख सकती हैं।
यह दोनों रूपों में आपको स्वादिष्ट लगेंगे।
पोल
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच बंद कर देने चाहिए स्कूल?
अभी इसकी जरूरत नहीं
हां, ये जरूरी है
2. गुड़हल और आंवला हेयर मास्क (hibiscus hair mask)
गुड़हल और आंवला दोनों के लाभों से युक्त यह मास्क आपके बालों में डेंसिटी जोड़ता है। आंवला विटामिन सी, सहित कई अन्य मिनरल और पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं और बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : गुड़हल की पंखुड़ियां, आंवला पाउडर (2 बड़े चम्मच), मुल्तानी मिट्टी (2 बड़े चम्मच), दही (2 बड़े चम्मच), गुलाब की पंखुड़ियां (4-5 पंखुड़ियां)
इस तरह तैयार करें
इस हेयर पैक को बनाने के लिए, सभी पंखुड़ियों को धो लें, सभी सामग्री को ब्लेंडर में डालें, थोड़ा पानी डालें, चिकना पेस्ट बना लें।
इसे अपने बाल एवं स्कैल्प पर अप्लाई करें, फिर इसे 10 से 15 मिनट तक लगाए रखें।
उसके बाद अपने बाल धो लें, और सामान्य रूप से शैम्पू कर लें।
3. गुड़हल का तेल (hibiscus oil)
गुड़हल के तेल से नियमित रूप से स्कैल्प की मालिश करने से बालों की ग्रोथ बढ़ती है और आपके बाल स्वस्थ रहते हैं। आप कुछ आसान चरणों का पालन करके घर पर ही ताज़ा गुड़हल का तेल बना सकते हैं।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : गुड़हल की पंखुड़ियां और पत्ते और नारियल का तेल
इस तरह तैयार करें गुड़हल के फूल के तेल
8 से 10 गुड़हल के फूल और पत्ते लें और उन्हें पीसकर पेस्ट बना लें।
फिर एक कप नारियल का तेल गर्म करें और उसमें पेस्ट मिला लें।
अब मिश्रण को 2 से 3 मिनट तक उबालें और फिर इसे कंटेनर में डाल दें।
उसके बाद इसे ठंडा होने के लिए अलग रख दें।
आपका गुड़हल का तेल तैयार है। आप इसे छानकर साफ़ तेल बना सकते हैं, या इसे ऐसे ही इस्तेमाल कर सकती हैं।
4. गुड़हल और शहद से बना फेस मास्क (hibiscus face mask)
गुड़हल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से प्रोटेक्ट करते हैं। वहीं त्वचा को प्राकृतिक ग्लो प्रदान करते हैं। शहद त्वचा को अंदर से नमी प्रदान करता है, जिससे की त्वचा हाइड्रेटेड रहती है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : गुड़हल के फूल की पंखुड़ियां और शहद
इस तरह तैयार करें
गुड़हल के फूल की पंखुड़ियों को एक चम्मच शहद के साथ ब्लेंड कर लें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर सभी ओर अच्छी तरह से अप्लाई करें।
अप्लाई करने के बाद 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें।
5. खाना पकाने के लिए इस्तेमाल करें (hibiscus for cooking)
हिबिस्कस के फूल खाने योग्य होते हैं और इनका स्वाद खट्टे फल जैसा होता है। इनका इस्तेमाल सूप, चटनी, सलाद, करी, जेली और जैम में किया जा सकता है। हिबिस्कस के पत्तों को उबालकर उन व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो आमतौर पर पालक के साथ बनाए जाते हैं। मैक्सिकन व्यंजनों में भी टैकोस और क्वेसाडिला जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों में हिबिस्कस की पंखुड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है।
नौ दिनों के पवन व्रत नवरात्रि में देवी मां की आराधना की जाती है। इस दौरान मां की पूजा में उनका पसंदीदा भोग, फूल और वस्त्र चढ़ाएं जाते हैं। आप सभी को यह मालूम होगा की देवी माता पर गुड़हल का फूल चढ़ाया जाता है। नवरात्रि के दिनों में लाल रंग के गुड़हल के फूल की मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं ज्यादा तो लोग इसे अगले दिन कही रख देते हैं, या विसर्जित कर देते हैं।
पर आपको बताएं की गुड़हल के फूल में कई ऐसी खास गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपकी सेहत के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद साबित हो सकती हैं। त्वचा से लेकर पाचन स्वास्थ्य तक गुड़हल के फूल के अपने कई खास फायदे हैं। मेरी मां और दादी सालों से नवरात्रों में गुड़हल के फूल को देवी मां को अर्पित करने के बाद इसे हमेशा इस्तेमाल करती हैं (how to use hibiscus flower)।
अब आप सोच रही होंगी इसे किस तरह इस्तेमाल करते हैं? तो चिंता न करें, हम आपको बताएंगे इसे अलग-अलग रूपों में इस्तेमाल करने का सही तरीका। तो इस नवरात्री किस तरह इस्तेमाल करना है गुड़हल का फूल (how to use hibiscus flower)।
इन 5 तरीकों से इस्तेमाल कर सकती हैं गुड़हल के फूल (How to use Hibiscus flower)
1. गुड़हल की चाय (hibiscus tea)
गुड़हल के फूल को भूख की कमी, सर्दी, हृदय और तंत्रिका रोग, रेस्पिरेटरी ट्रैक पेन और सूजन, वॉटर रिटेंशन, पेट की जलन और सर्कुलेशन डिसऑर्डर के उपचार के रूप में किया जा सकता है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : 2 कप ताज़े गुड़हल के फूल या 1/2 कप सूखे गुड़हल के फूल, 8 कप पानी, 2 चम्मच शहद, अगर आपको अपनी चाय ज़्यादा मीठी पसंद है तो और मिलाएं, 3 बड़े चम्मच ताज़ा नींबू का रस
इस तरह तैयार करें
एक बड़े बर्तन में गुड़हल के फूल और पानी को उबाल लें।
जब पानी उबलने लगे, तो आंच बंद कर दें और बर्तन को ढक दें।
आप इसमें अन्य जड़ी-बूटियां भी मिला सकती हैं या तुलसी, लेमन ग्रास, लेमन जेस्ट आदि भी मिला सकती हैं।
चाय को 15 से 20 मिनट तक उबलने दें। शहद और नींबू के रस को पूरी तरह से मिलाएं, फिर चाय को छान लें।
आप गुड़हल की चाय को गर्मागर्म पी सकती हैं, या फिर इसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रख सकती हैं।
यह दोनों रूपों में आपको स्वादिष्ट लगेंगे।
पोल
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच बंद कर देने चाहिए स्कूल?
अभी इसकी जरूरत नहीं
हां, ये जरूरी है
2. गुड़हल और आंवला हेयर मास्क (hibiscus hair mask)
गुड़हल और आंवला दोनों के लाभों से युक्त यह मास्क आपके बालों में डेंसिटी जोड़ता है। आंवला विटामिन सी, सहित कई अन्य मिनरल और पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं और बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : गुड़हल की पंखुड़ियां, आंवला पाउडर (2 बड़े चम्मच), मुल्तानी मिट्टी (2 बड़े चम्मच), दही (2 बड़े चम्मच), गुलाब की पंखुड़ियां (4-5 पंखुड़ियां)
इस तरह तैयार करें
इस हेयर पैक को बनाने के लिए, सभी पंखुड़ियों को धो लें, सभी सामग्री को ब्लेंडर में डालें, थोड़ा पानी डालें, चिकना पेस्ट बना लें।
इसे अपने बाल एवं स्कैल्प पर अप्लाई करें, फिर इसे 10 से 15 मिनट तक लगाए रखें।
उसके बाद अपने बाल धो लें, और सामान्य रूप से शैम्पू कर लें।
3. गुड़हल का तेल (hibiscus oil)
गुड़हल के तेल से नियमित रूप से स्कैल्प की मालिश करने से बालों की ग्रोथ बढ़ती है और आपके बाल स्वस्थ रहते हैं। आप कुछ आसान चरणों का पालन करके घर पर ही ताज़ा गुड़हल का तेल बना सकते हैं।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : गुड़हल की पंखुड़ियां और पत्ते और नारियल का तेल
इस तरह तैयार करें गुड़हल के फूल के तेल
8 से 10 गुड़हल के फूल और पत्ते लें और उन्हें पीसकर पेस्ट बना लें।
फिर एक कप नारियल का तेल गर्म करें और उसमें पेस्ट मिला लें।
अब मिश्रण को 2 से 3 मिनट तक उबालें और फिर इसे कंटेनर में डाल दें।
उसके बाद इसे ठंडा होने के लिए अलग रख दें।
आपका गुड़हल का तेल तैयार है। आप इसे छानकर साफ़ तेल बना सकते हैं, या इसे ऐसे ही इस्तेमाल कर सकती हैं।
4. गुड़हल और शहद से बना फेस मास्क (hibiscus face mask)
गुड़हल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से प्रोटेक्ट करते हैं। वहीं त्वचा को प्राकृतिक ग्लो प्रदान करते हैं। शहद त्वचा को अंदर से नमी प्रदान करता है, जिससे की त्वचा हाइड्रेटेड रहती है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : गुड़हल के फूल की पंखुड़ियां और शहद
इस तरह तैयार करें
गुड़हल के फूल की पंखुड़ियों को एक चम्मच शहद के साथ ब्लेंड कर लें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर सभी ओर अच्छी तरह से अप्लाई करें।
अप्लाई करने के बाद 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें।
5. खाना पकाने के लिए इस्तेमाल करें (hibiscus for cooking)
हिबिस्कस के फूल खाने योग्य होते हैं और इनका स्वाद खट्टे फल जैसा होता है। इनका इस्तेमाल सूप, चटनी, सलाद, करी, जेली और जैम में किया जा सकता है। हिबिस्कस के पत्तों को उबालकर उन व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो आमतौर पर पालक के साथ बनाए जाते हैं। मैक्सिकन व्यंजनों में भी टैकोस और क्वेसाडिला जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों में हिबिस्कस की पंखुड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है।