ब्रेकफास्ट के लिए प्री बायोटिक और प्रो बायोटिक से भरपूर राइज़ कांजी यानि चावल कांजी एक बेहतरीन विकल्प है। चावल और दही से तैयार इस पौष्टिक रेसिपी से पाचनतंत्र सुचारू बना रहता है। साथ ही शरीर को डिहाइड्रेशन से भी बचाता है।
अक्सर लोग स्किन डलनेस, हेयरफॉल और इनडाइजेशन का शिकार होते हैं। ऐसे में शरीर को हेल्दी बनाए रखना आवश्यक है और उसके लिए आहार का पौष्टिक होना ज़रूरी है। अधिकतर लोग रोज़ाना प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते है, जिससे गट हेल्थ को नुकसान पहुंचता है और पाचन संबधी समस्याएं बढ़ जाती है। ऐसे में प्री बायोटिक और प्रो बायोटिक से भरपूर राइज़ कांजी यानि चावल की कांजी एक बेहतरीन विकल्प है। इस पौष्टिक रेसिपी से पाचनतंत्र सुचारू बना रहता है, जिससे शरीर में आने वाले अन्य बदलावों की रोकथाम की जा सकती है। जानते हैं चावल की कांजी (Rice Kanji recipe) के फायदे और इसे बनाने का आसान तरीका भी।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि चावल की कांजी एक नेचुरल प्रोबायोटिक फूड है। गर्मी के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है और शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को भी डिटॉक्स किया जा सकता है। फर्मेटिड चावल से तैयार इस रेसिपी से गट में गुड बैक्टीरिया का स्तर बढ़ जाता है, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। इससे पेट संबधी समस्याएं हल होती है और शरीर में एनर्जी का स्तर भी बना रहता है।
जानते हैं चावल की कांजी के फायदे (Rice kanji benefits)
1. गट हेल्थ को बनाए मज़बूत
डाइटरी फाइबर से भरपूर चावल कांजी से कब्ज, ब्लोटिंग और डायरिया से राहत मिलती है। चावल में दही को मिलाकर तैयार की जाने वाली इस प्रोबायोटिक रेसिपी से गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर कैलोरी स्टोरज़ से बचा जा सकता है और चयापचय संतुलित बना रहता है। इसमें मौजूद मिनरल्स और हेल्दी बैक्टीरिया की मात्रा शरीर को संतुलित बनाए रखती है।
2. शरीर को एनर्जी प्रदान करें
चावल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस और कार्ब्स की मात्रा शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। इसके अलावा शरीर को कैल्शियम, विटामिन और प्रोटीन की भी प्राप्ति होती है। इससे शरीर दिनभर एक्टिव रहता है और एपिटाइट भी इंप्रूव होता है। वहीं दही के सेवन से शरीर को प्रोबायोटिक्स के अलावा कैल्शियम और विटामिन बी 12 की प्राप्ति होती है। यूएसडीए के अनुसार एक कप दही का सेवन करने से शरीर 28 फीसदी फोसफोरस और 10 फीसदी मैग्नीशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है।
3. डिहाइड्रेशन से करे बचाव
चावल की कांजी से शरीर को इलेक्ट्रोलाइट की प्राप्ति होती है। इससे शरीर हाइड्रेट रहता है और विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। रोज़ाना इसका सेवन करने से पाचनतंत्र की मज़बूती के अलावा त्वचा और बालों का भी पोषण की प्राप्ति होती है।
4. त्वचा और बालों को करे पोषण प्रदान
आहार में चावल कांजी को शामिल करने से शरीर को अमीनो एसिड, विटामिन ई और मिनरल्स की उच्च मात्रा प्राप्त होती है। इससे स्किन सेल्स को बूस्ट करने के अलावा बालों की मज़बूती को बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
चावल की कांजी (Rice kanji)
इसे बनाने के लिए हमें चाहिए
पके हुए चावल 1 कप
पानी 1/2 कप
दही 1/2 कप
कटा हुआ प्याज 1
मुट्ठी भर धनिया पत्ती
हरी मिर्च 1
सरसों के बीज 1/4 चम्मच
हींग 1 चुटकी
जीरा 1/4 चम्मच
करी लीव्स 4 से 5
नमक स्वादानुसार
जानें चावल की कांजी कैसे बनाएं
सबसे पहले चावल को रातभर भीगने के लिए रख दें। 8 से 10 घंटे तक सोक करने के बाद उन्हें उसी पानी में पकने दें।
1 कप चावल पकने के बाद उसमें 1/2 कप पानी डाल दें और उसे हिलाए। अब उसमें आधा कप दही भी एड करके उसे हिलाएं।
इसके बाद उसमें कटा हुआ प्याज, हरी मिर्च, धनिया पत्ती और स्वादानुसार नमक डालकर हिलाएं। स्वाद के अनुसार इसमें भुना जीरा पाउडर भी डाल सकते है।
उसके बाद एक अलग पैन लें और उसमें 1/2 चम्मच घी डालकर हींग, जीरा, करी पत्ता और सरसों के बीज का तड़का लगाएं।
तैयार तड़के को दही में एड कर दें और उसे धनिया पत्ती या फिर काली मिर्च पाउडर से गार्निश करके सर्व करें।
ब्रेकफास्ट के लिए प्री बायोटिक और प्रो बायोटिक से भरपूर राइज़ कांजी यानि चावल कांजी एक बेहतरीन विकल्प है। चावल और दही से तैयार इस पौष्टिक रेसिपी से पाचनतंत्र सुचारू बना रहता है। साथ ही शरीर को डिहाइड्रेशन से भी बचाता है।
अक्सर लोग स्किन डलनेस, हेयरफॉल और इनडाइजेशन का शिकार होते हैं। ऐसे में शरीर को हेल्दी बनाए रखना आवश्यक है और उसके लिए आहार का पौष्टिक होना ज़रूरी है। अधिकतर लोग रोज़ाना प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते है, जिससे गट हेल्थ को नुकसान पहुंचता है और पाचन संबधी समस्याएं बढ़ जाती है। ऐसे में प्री बायोटिक और प्रो बायोटिक से भरपूर राइज़ कांजी यानि चावल की कांजी एक बेहतरीन विकल्प है। इस पौष्टिक रेसिपी से पाचनतंत्र सुचारू बना रहता है, जिससे शरीर में आने वाले अन्य बदलावों की रोकथाम की जा सकती है। जानते हैं चावल की कांजी (Rice Kanji recipe) के फायदे और इसे बनाने का आसान तरीका भी।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि चावल की कांजी एक नेचुरल प्रोबायोटिक फूड है। गर्मी के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है और शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को भी डिटॉक्स किया जा सकता है। फर्मेटिड चावल से तैयार इस रेसिपी से गट में गुड बैक्टीरिया का स्तर बढ़ जाता है, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। इससे पेट संबधी समस्याएं हल होती है और शरीर में एनर्जी का स्तर भी बना रहता है।
जानते हैं चावल की कांजी के फायदे (Rice kanji benefits)
1. गट हेल्थ को बनाए मज़बूत
डाइटरी फाइबर से भरपूर चावल कांजी से कब्ज, ब्लोटिंग और डायरिया से राहत मिलती है। चावल में दही को मिलाकर तैयार की जाने वाली इस प्रोबायोटिक रेसिपी से गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर कैलोरी स्टोरज़ से बचा जा सकता है और चयापचय संतुलित बना रहता है। इसमें मौजूद मिनरल्स और हेल्दी बैक्टीरिया की मात्रा शरीर को संतुलित बनाए रखती है।
2. शरीर को एनर्जी प्रदान करें
चावल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस और कार्ब्स की मात्रा शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। इसके अलावा शरीर को कैल्शियम, विटामिन और प्रोटीन की भी प्राप्ति होती है। इससे शरीर दिनभर एक्टिव रहता है और एपिटाइट भी इंप्रूव होता है। वहीं दही के सेवन से शरीर को प्रोबायोटिक्स के अलावा कैल्शियम और विटामिन बी 12 की प्राप्ति होती है। यूएसडीए के अनुसार एक कप दही का सेवन करने से शरीर 28 फीसदी फोसफोरस और 10 फीसदी मैग्नीशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है।
3. डिहाइड्रेशन से करे बचाव
चावल की कांजी से शरीर को इलेक्ट्रोलाइट की प्राप्ति होती है। इससे शरीर हाइड्रेट रहता है और विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। रोज़ाना इसका सेवन करने से पाचनतंत्र की मज़बूती के अलावा त्वचा और बालों का भी पोषण की प्राप्ति होती है।
4. त्वचा और बालों को करे पोषण प्रदान
आहार में चावल कांजी को शामिल करने से शरीर को अमीनो एसिड, विटामिन ई और मिनरल्स की उच्च मात्रा प्राप्त होती है। इससे स्किन सेल्स को बूस्ट करने के अलावा बालों की मज़बूती को बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
चावल की कांजी (Rice kanji)
इसे बनाने के लिए हमें चाहिए
पके हुए चावल 1 कप
पानी 1/2 कप
दही 1/2 कप
कटा हुआ प्याज 1
मुट्ठी भर धनिया पत्ती
हरी मिर्च 1
सरसों के बीज 1/4 चम्मच
हींग 1 चुटकी
जीरा 1/4 चम्मच
करी लीव्स 4 से 5
नमक स्वादानुसार
जानें चावल की कांजी कैसे बनाएं
सबसे पहले चावल को रातभर भीगने के लिए रख दें। 8 से 10 घंटे तक सोक करने के बाद उन्हें उसी पानी में पकने दें।
1 कप चावल पकने के बाद उसमें 1/2 कप पानी डाल दें और उसे हिलाए। अब उसमें आधा कप दही भी एड करके उसे हिलाएं।
इसके बाद उसमें कटा हुआ प्याज, हरी मिर्च, धनिया पत्ती और स्वादानुसार नमक डालकर हिलाएं। स्वाद के अनुसार इसमें भुना जीरा पाउडर भी डाल सकते है।
उसके बाद एक अलग पैन लें और उसमें 1/2 चम्मच घी डालकर हींग, जीरा, करी पत्ता और सरसों के बीज का तड़का लगाएं।
तैयार तड़के को दही में एड कर दें और उसे धनिया पत्ती या फिर काली मिर्च पाउडर से गार्निश करके सर्व करें।