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साइक्लोन दाना के कारण तेज हवा-बारिश का दौर शुरू...सात राज्यों पर असर... 300 उड़ानें, 552 ट्रेनें रद्द:

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पुरी/कोलकाता ।  बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘दाना’ गुरूवार-शुक्रवार की देर रात करीब 2 बजे ओडिशा के तट से टकराएगा। इसका असर पश्चिम बंगाल पर भी होगा। तटीय इलाकों (धामरा) में इस वक्त 70 किमी की रफ्तार से हवा चल रही है। भुवनेश्वर मौसम केंद्र के मुताबिक तूफान ओडिशा में भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा पोर्ट के पास लैंड करेगा। इसकी लैंडफॉल प्रोसेस 5 घंटे चलेगी और यह 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा के उत्तरी हिस्से से गुजरेगा। दाना के असर से भद्रक, केंद्रपाड़ा सहित कुछ स्थानों पर 30 सेमी यानी 12 इंच (एक फुट) से ज्यादा बारिश हो सकती है। बाकी तटीय इलाकों में 20 सेमी तक बारिश के आसार है। ओडिशा के 14 जिलों में 10 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया है। शुक्रवार को चक्रवाती तूफान की तबाही देखने को मिल सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा होने की संभावना है। देश में हर साल कोई न कोई चक्रवात आ रहा है। चक्रवाती तूफान के रौद्र रूप से लोगों के जान-माल को भारी नुकसान पहुंचता है। जीवन को फिर से पटरी पर लाने में अरबों रुपए खर्च हो रहे हैं। दाना से पहले रेमल, तितली, गाजा, बुलबुल व बिपरजॉय जैसे चक्रवाती तूफान भारी तबाही मचा चुके हैं।

भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम 5 बजे से 25 अक्टूबर सुबह 9 बजे तक 16 घंटे करीब 300 फ्लाइट्स कैंसिल रहेंगी। इधर साउथ ईस्ट रेलवे ने 150, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 198, ईस्टर्न रेलवे ने 190 और साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 14 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। कुल 552 ट्रेनें रद्द की गई हैं। पुरी के जगन्नाथ मंदिर परिसर में सभी अस्थायी टेंट हटा दिए गए हैं। एस्बेस्टस की छतों पर रेत की बोरियां रखी गई हैं। ताकि उड़ न जाएं। वहीं कोणार्क मंदिर को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।

ओडिशा ने नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स, ओडिशा डिजास्टर रिलीफ फोर्स और फायर ब्रिगेड की 288 टीमें तैनात की हैं। तूफान से प्रभावित 14 जिलों के स्कूल-कॉलेज 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। इन जिलों में सभी टूरिज्म पार्क के साथ ओडिशा हाईकोर्ट को भी 25 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हाई लेवल मीटिंग कर तूफान से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की है।

बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का असर सात राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, तमिलनाडु पर पड़ेगा। ओडिशा के 30 में से 14 तटीय जिलों में तूफान का व्यापक असर होने की आशंका है। मौसम विभाग ने 26 अक्टूबर तक अंगुल, नयागढ़, बालेश्वर, मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, केंदुझार, जाजपुर, कटक और ढेंकनाल, खुर्दा, गंजम और पुरी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना में बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है, जबकि कोलकाता, हावड़ा, हुगली और झारग्राम में भारी बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में भारी बारिश के साथ 30 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। झारखंड में पूर्व सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरीडीह, गोड्डा, जामताड़ा में बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने आज 8 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन 25 से 27 अक्टूबर तक कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। 25 और 26 अक्टूबर को 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बिहार में भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, जहानाबाद, लखीसराय, नवादा, गया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज में इसका असर दिखाई देगा। कई जिलों में 20 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के तमिलनाडु और पूर्वी भारत के कुछ राज्यों में पांच दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

चक्रवात दाना के पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने के पूर्वानुमान के मद्देनजर भारतीय तटरक्षक हाई अलर्ट पर है और उसने समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तटरक्षक बल स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और चक्रवात के प्रभाव से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी सुनिश्चित करने को लेकर सक्रिय कदम उठाए गए हैं। बयान में कहा गया है कि तटरक्षक अपनी खास आपदा राहत टीम के साथ हाई अलर्ट पर है, जो सहायता, बचाव और राहत कार्य प्रदान करने के लिए तैयार हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘चक्रवात दाना के क्योंकि 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर पहुंचने का अनुमान है, इसलिए तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर-पूर्व) ने समुद्र में जान-माल की सुरक्षा के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं।


पुरी/कोलकाता ।  बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘दाना’ गुरूवार-शुक्रवार की देर रात करीब 2 बजे ओडिशा के तट से टकराएगा। इसका असर पश्चिम बंगाल पर भी होगा। तटीय इलाकों (धामरा) में इस वक्त 70 किमी की रफ्तार से हवा चल रही है। भुवनेश्वर मौसम केंद्र के मुताबिक तूफान ओडिशा में भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा पोर्ट के पास लैंड करेगा। इसकी लैंडफॉल प्रोसेस 5 घंटे चलेगी और यह 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा के उत्तरी हिस्से से गुजरेगा। दाना के असर से भद्रक, केंद्रपाड़ा सहित कुछ स्थानों पर 30 सेमी यानी 12 इंच (एक फुट) से ज्यादा बारिश हो सकती है। बाकी तटीय इलाकों में 20 सेमी तक बारिश के आसार है। ओडिशा के 14 जिलों में 10 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया है। शुक्रवार को चक्रवाती तूफान की तबाही देखने को मिल सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा होने की संभावना है। देश में हर साल कोई न कोई चक्रवात आ रहा है। चक्रवाती तूफान के रौद्र रूप से लोगों के जान-माल को भारी नुकसान पहुंचता है। जीवन को फिर से पटरी पर लाने में अरबों रुपए खर्च हो रहे हैं। दाना से पहले रेमल, तितली, गाजा, बुलबुल व बिपरजॉय जैसे चक्रवाती तूफान भारी तबाही मचा चुके हैं।

भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम 5 बजे से 25 अक्टूबर सुबह 9 बजे तक 16 घंटे करीब 300 फ्लाइट्स कैंसिल रहेंगी। इधर साउथ ईस्ट रेलवे ने 150, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 198, ईस्टर्न रेलवे ने 190 और साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 14 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। कुल 552 ट्रेनें रद्द की गई हैं। पुरी के जगन्नाथ मंदिर परिसर में सभी अस्थायी टेंट हटा दिए गए हैं। एस्बेस्टस की छतों पर रेत की बोरियां रखी गई हैं। ताकि उड़ न जाएं। वहीं कोणार्क मंदिर को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।

ओडिशा ने नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स, ओडिशा डिजास्टर रिलीफ फोर्स और फायर ब्रिगेड की 288 टीमें तैनात की हैं। तूफान से प्रभावित 14 जिलों के स्कूल-कॉलेज 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। इन जिलों में सभी टूरिज्म पार्क के साथ ओडिशा हाईकोर्ट को भी 25 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हाई लेवल मीटिंग कर तूफान से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की है।

बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का असर सात राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, तमिलनाडु पर पड़ेगा। ओडिशा के 30 में से 14 तटीय जिलों में तूफान का व्यापक असर होने की आशंका है। मौसम विभाग ने 26 अक्टूबर तक अंगुल, नयागढ़, बालेश्वर, मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, केंदुझार, जाजपुर, कटक और ढेंकनाल, खुर्दा, गंजम और पुरी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना में बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है, जबकि कोलकाता, हावड़ा, हुगली और झारग्राम में भारी बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में भारी बारिश के साथ 30 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। झारखंड में पूर्व सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरीडीह, गोड्डा, जामताड़ा में बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने आज 8 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन 25 से 27 अक्टूबर तक कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। 25 और 26 अक्टूबर को 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बिहार में भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, जहानाबाद, लखीसराय, नवादा, गया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज में इसका असर दिखाई देगा। कई जिलों में 20 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के तमिलनाडु और पूर्वी भारत के कुछ राज्यों में पांच दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

चक्रवात दाना के पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने के पूर्वानुमान के मद्देनजर भारतीय तटरक्षक हाई अलर्ट पर है और उसने समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तटरक्षक बल स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और चक्रवात के प्रभाव से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी सुनिश्चित करने को लेकर सक्रिय कदम उठाए गए हैं। बयान में कहा गया है कि तटरक्षक अपनी खास आपदा राहत टीम के साथ हाई अलर्ट पर है, जो सहायता, बचाव और राहत कार्य प्रदान करने के लिए तैयार हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘चक्रवात दाना के क्योंकि 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर पहुंचने का अनुमान है, इसलिए तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर-पूर्व) ने समुद्र में जान-माल की सुरक्षा के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं।


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