पुणे. महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में सरकारी अस्पताल के
आईसीयू वॉर्ड में भीषण आग लगने में 11 लोगों की मौत मामले में सामने आया है
कि कुछ मरीजों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण हुई. पुलिस के एक अधिकारी
ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शनिवार को गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू)
में पूर्वाह्न करीब 11 बजे आग लगी, जहां कोविड-19 के 17 मरीजों का इलाज चल
रहा था. उनमें से कई वरिष्ठ नागरिक थे और कुछ वेंटिलेटर या आॅक्सीजन पर
थे. पुणे से अहमदनगर करीब 120 किलोमीटर दूर है. तोपखाना पुलिस थाने के
सहायक पुलिस निरीक्षक जुबैर मुजवारा ने रविवार को बताया,‘‘कुछ मरीजों की
मौत जलने से हुई वहीं कुछ की मौत धुएं के कारण हुई. हम विस्तृत पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. आगे की जांच जारी है.’’ उन्होंने कहा कि
मृतकों में से एक की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है. अहमदनगर के जिला पुलिस
अधीक्षक मनोज पाटिल ने बताया कि देर शाम भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (ए)
के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया
गया. इस संबंध में अहमदनगर नगर निगम के अग्निशमन विभाग के प्रमुख शंकर
मिसाल ने बताया कि अपराह्न करीब 1.30 बजे आग पर काबू पा लिया गया तथा इस
हादसे का कारण ‘शॉर्ट र्सिकट’ हो सकता है. मरीजों के रिश्तेदारों ने बताया
कि अस्पताल र्किमयों ने उन्हें वार्ड से बाहर जाने को कहा क्योंकि उन्हें
वहां की सफाई करनी थी. उनमें से ज्यादातर वार्ड से धुआं निकलते देख वापस
लौटे और मरीजों को निकालने का प्रयास करने लगे. हादसे में मारे एक लोगों की
उम्र 65 से 83 वर्ष के बीच थी.
पुणे. महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में सरकारी अस्पताल के
आईसीयू वॉर्ड में भीषण आग लगने में 11 लोगों की मौत मामले में सामने आया है
कि कुछ मरीजों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण हुई. पुलिस के एक अधिकारी
ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शनिवार को गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू)
में पूर्वाह्न करीब 11 बजे आग लगी, जहां कोविड-19 के 17 मरीजों का इलाज चल
रहा था. उनमें से कई वरिष्ठ नागरिक थे और कुछ वेंटिलेटर या आॅक्सीजन पर
थे. पुणे से अहमदनगर करीब 120 किलोमीटर दूर है. तोपखाना पुलिस थाने के
सहायक पुलिस निरीक्षक जुबैर मुजवारा ने रविवार को बताया,‘‘कुछ मरीजों की
मौत जलने से हुई वहीं कुछ की मौत धुएं के कारण हुई. हम विस्तृत पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. आगे की जांच जारी है.’’ उन्होंने कहा कि
मृतकों में से एक की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है. अहमदनगर के जिला पुलिस
अधीक्षक मनोज पाटिल ने बताया कि देर शाम भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (ए)
के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया
गया. इस संबंध में अहमदनगर नगर निगम के अग्निशमन विभाग के प्रमुख शंकर
मिसाल ने बताया कि अपराह्न करीब 1.30 बजे आग पर काबू पा लिया गया तथा इस
हादसे का कारण ‘शॉर्ट र्सिकट’ हो सकता है. मरीजों के रिश्तेदारों ने बताया
कि अस्पताल र्किमयों ने उन्हें वार्ड से बाहर जाने को कहा क्योंकि उन्हें
वहां की सफाई करनी थी. उनमें से ज्यादातर वार्ड से धुआं निकलते देख वापस
लौटे और मरीजों को निकालने का प्रयास करने लगे. हादसे में मारे एक लोगों की
उम्र 65 से 83 वर्ष के बीच थी.