आयुर्वेद में कैंसर-एनीमिया का इलाज है अनार:

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फलों में वो सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के
लिए जरूरी हैं। ऐसा ही एक जबरदस्त फल है अनार। लाल दाने वाला मीठा अनार
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को पसंद आता है। यह फल विभिन्न पोषक
तत्वों का भंडार है। इसके दाने, दानों का रस, छिल्के और यहां तक की पत्ते
भी सेहत का खजाना हैं।

अगर बात करें अनार के पोषक तत्वों की, तो
अनार में प्रोटीन, विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम,
पोटैशियम, फॉस्फोरस और फोलेट जैसी जरूरी पोषक तत्व भरे पड़े हैं। अनार के
लाल दाने पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरे होते हैं। यह ऐसे पदार्थ
हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं।

​अनार के रस में अन्य एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर पेय, जैसे ग्रीन टी और रेड
वाइन की तुलना में तीन गुना अधिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। अनार को आयुर्वेद
में भी एक शक्तिशाली फल माना गया है।

अनार के आयुर्वेदिक गुण

अनार के आयुर्वेदिक गुण

रस (स्वाद)- मधुरा (मीठा), आंवला (खट्टा), कषाय (कसैला)
गुण (गुण) - लघु (पचाने में हल्का), स्निग्धा (चिकना, तैलीय)
वीर्या (शक्ति) - अनुष्णा (न ठंडा, न गर्म)
विपाक (पाचन के बाद स्वाद परिवर्तन)- मधुरा या आंवला

त्रिदोष पर प्रभाव
मीठा अनार त्रिदोष - वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है।
खट्टा अनार वात और कफ को संतुलित करता है और पित्त को बढ़ाता है।

कोलेस्ट्रॉल को करता है खत्म

कोलेस्ट्रॉल को करता है खत्म

डॉक्टर
ने बताया कि अनार के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम
करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, यह ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने और
एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) में सुधार करने में भी सहायक है।

एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है अनार

एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है अनार

अनार
में रेड वाइन और ग्रीन टी की तुलना में तीन गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट भी
होते हैं। यही वजह है कि अनार को सबसे बढ़िया एंटी इंफ्लेमेटरी फूड माना
जाता है।

स्पर्म काउंट बढ़ाने में सहायक

स्पर्म काउंट बढ़ाने में सहायक

अनार
के सेवन से पुरुषों को सबसे ज्यादा फायदे मिलते हैं। यह नैचुरल ऐफ्रडिजीऐक
है। यही वजह है कि यह स्पर्म काउंट और क्वालिटी में सुधार करता है।
पुरुषों का इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

महिलाओं के लिए सबसे बढ़िया फल

महिलाओं के लिए सबसे बढ़िया फल

डॉक्टर
दीक्षा ने बताया कि महिलाओं में पीसीओएस, इनफर्टिलिटी, बालों का झड़ना,
मुहांसे और मेनोपॉज आम समस्याएं हैं। ऐसे विकारों से पीड़ित महिलाओं को
नियमित रूप से अनार का सेवन करना चाहिए।

पेट के रोग भी होंगे साफ

पेट के रोग भी होंगे साफ

डॉक्टर
के अनुसार, अनार का स्वाद कसैला होता है, यही वजह है कि इसके नियमित सेवन
से आपको दस्त, आईबीएस और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी पेट और आंतों की गंभीर
बीमारियों से राहत मिल सकती है।

दिमाग और शरीर की ताकत बढ़ाता है अनार

दिमाग और शरीर की ताकत बढ़ाता है अनार

अगर
आप दिमाग और शरीर की ताकात बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको अनार खाना शुरू कर
देना चाहिए। रोजाना इसके सेवन से ब्रेन पावर, इम्यून सिस्टम और बॉडी
स्ट्रेंथ बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

अनार खाने के अन्य फायदे

अनार खाने के अन्य फायदे

यह
इंसुलिन रेसिस्टेंट और ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। येही वजह है
कि डायबिटीज के मरीज भी इसे बेझिझक खा सकते हैं। अत्यधिक प्यास और जलन से
राहत पाने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख
केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का
विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क
करें।

फलों में वो सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के
लिए जरूरी हैं। ऐसा ही एक जबरदस्त फल है अनार। लाल दाने वाला मीठा अनार
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को पसंद आता है। यह फल विभिन्न पोषक
तत्वों का भंडार है। इसके दाने, दानों का रस, छिल्के और यहां तक की पत्ते
भी सेहत का खजाना हैं।

अगर बात करें अनार के पोषक तत्वों की, तो
अनार में प्रोटीन, विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम,
पोटैशियम, फॉस्फोरस और फोलेट जैसी जरूरी पोषक तत्व भरे पड़े हैं। अनार के
लाल दाने पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरे होते हैं। यह ऐसे पदार्थ
हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं।

​अनार के रस में अन्य एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर पेय, जैसे ग्रीन टी और रेड
वाइन की तुलना में तीन गुना अधिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। अनार को आयुर्वेद
में भी एक शक्तिशाली फल माना गया है।

अनार के आयुर्वेदिक गुण

अनार के आयुर्वेदिक गुण

रस (स्वाद)- मधुरा (मीठा), आंवला (खट्टा), कषाय (कसैला)
गुण (गुण) - लघु (पचाने में हल्का), स्निग्धा (चिकना, तैलीय)
वीर्या (शक्ति) - अनुष्णा (न ठंडा, न गर्म)
विपाक (पाचन के बाद स्वाद परिवर्तन)- मधुरा या आंवला

त्रिदोष पर प्रभाव
मीठा अनार त्रिदोष - वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है।
खट्टा अनार वात और कफ को संतुलित करता है और पित्त को बढ़ाता है।

कोलेस्ट्रॉल को करता है खत्म

कोलेस्ट्रॉल को करता है खत्म

डॉक्टर
ने बताया कि अनार के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम
करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, यह ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने और
एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) में सुधार करने में भी सहायक है।

एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है अनार

एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है अनार

अनार
में रेड वाइन और ग्रीन टी की तुलना में तीन गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट भी
होते हैं। यही वजह है कि अनार को सबसे बढ़िया एंटी इंफ्लेमेटरी फूड माना
जाता है।

स्पर्म काउंट बढ़ाने में सहायक

स्पर्म काउंट बढ़ाने में सहायक

अनार
के सेवन से पुरुषों को सबसे ज्यादा फायदे मिलते हैं। यह नैचुरल ऐफ्रडिजीऐक
है। यही वजह है कि यह स्पर्म काउंट और क्वालिटी में सुधार करता है।
पुरुषों का इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

महिलाओं के लिए सबसे बढ़िया फल

महिलाओं के लिए सबसे बढ़िया फल

डॉक्टर
दीक्षा ने बताया कि महिलाओं में पीसीओएस, इनफर्टिलिटी, बालों का झड़ना,
मुहांसे और मेनोपॉज आम समस्याएं हैं। ऐसे विकारों से पीड़ित महिलाओं को
नियमित रूप से अनार का सेवन करना चाहिए।

पेट के रोग भी होंगे साफ

पेट के रोग भी होंगे साफ

डॉक्टर
के अनुसार, अनार का स्वाद कसैला होता है, यही वजह है कि इसके नियमित सेवन
से आपको दस्त, आईबीएस और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी पेट और आंतों की गंभीर
बीमारियों से राहत मिल सकती है।

दिमाग और शरीर की ताकत बढ़ाता है अनार

दिमाग और शरीर की ताकत बढ़ाता है अनार

अगर
आप दिमाग और शरीर की ताकात बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको अनार खाना शुरू कर
देना चाहिए। रोजाना इसके सेवन से ब्रेन पावर, इम्यून सिस्टम और बॉडी
स्ट्रेंथ बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

अनार खाने के अन्य फायदे

अनार खाने के अन्य फायदे

यह
इंसुलिन रेसिस्टेंट और ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। येही वजह है
कि डायबिटीज के मरीज भी इसे बेझिझक खा सकते हैं। अत्यधिक प्यास और जलन से
राहत पाने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख
केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का
विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क
करें।

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