सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद है रोजमेरी की चाय, कैंसर, अल्जाइमर, मोटापा जैसी समस्या को करे दूर…:

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रोजमेरी चाय एक अनोखी सुगंध वाली हर्बल चाय है और इसे रोजमेरी की पत्तियों से बनाया जाता है. इसका सेवन चाय की तलब को दूर करने के साथ-साथ सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद होता है. यह चाय एंटी-ऑक्सीडेंट गुण, पॉलीफेनोल और अन्य कई महत्वपूर्ण तत्वों से भरपूर होती है. आइए जानते हैं कि इस चाय के नियमित सेवन से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं, और इस चाय को बनाने की विधि के बारे में.

रोजमेरी चाय बनाने का तरीका :: सामग्री- एक से दो कप पानी, कुछ रोजमेरी की पत्तियां, एक चुटकी दालचीनी (वैकल्पिक) और एक चम्मच शहद.

रेसिपी- सबसे पहले एक पैन में पानी उबाल लें, फिर इसमें रोजमेरी की पत्तियां डालें. करीब 5 से 10 मिनट तक इसे उबलने दें. समय पूरा होने के बाद गैस बंद कर दें और पानी को कप में छान लें. अब तैयार चाय में दालचीनी या शहद मिलाकर इसका सेवन करें.


रोजमेरी चाय पीने के फायदे :: तनाव दूर करने में मददगार – रोजमेरी चाय में चिंता और तनाव से राहत दिलाने में मदद करने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेशन गुण भी पाए जाते हैं. ये गुण मानसिक विकार के कारण होने वाली बेचैनी और व्याकुलता को भी कम कर सकते हैं. जब भी आप इन मानसिक विकारों का सामना करें तो रोजमेरी चाय का सेवन शुरू कर दें. इससे आपको कुछ समय में ही राहत मिलना शुरू हो जाएगी.

कैंसर से बचाने में भी प्रभावी – रोजमेरी चाय कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा कम करने में भी मदद कर सकती है. इस चाय में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर फैलाने वाली कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं. इसके साथ ही इसमें कई तरह के फेनोल्स, फ्लेवोनोइड और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं, जो कैंसर का खतरा कम करने में मदद कर सकते हैं.

पाचन क्रिया को मजबूत करे – रोजमेरी चाय का सेवन पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद होता है. रोजमेरी पाचन एंजाइम बढ़ाकर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद कर सकती है.इसके अलावा यह यह कब्ज, डायरिया, अपच और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी काम कर सकती है.इसके लिए अपनी डाइट में रोजमेरी चाय को शामिल करें.

अल्जाइमर का खतरा हो कम – अल्जाइमर एक मानसिक रोग है. इसमें व्यक्ति के मस्तिष्क की कोशिकाएं धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं और उसके बाद याददाश्त कमजोर होती है.ऐसे में इससे पीड़ित लोगों के लिए रोजमेरी चाय का सेवन लाभदायक हो सकता है. इसमें मौजूद डाइटरपेन्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को खत्म होने से रोकते हैं.इसी तरह इसमें मौजूज एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-डिप्रेसेंट और एंगेरियोलाइटिक गुण याददाश्त बढ़ाने में काफी मददगार हो सकते हैं.


बढ़ते वजन को करे नियंत्रण – वजन घटाने के लिए भी रोजमेरी चाय का सेवन किया जा सकता है. रोजमेरी के अर्क में अत्यधिक मात्रा में मौजूद एंटी-ओबेसिटी गुण मेटाबॉलिज्म को तेज करके शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी और कैलरी को कम करने में मददगार हो सकते हैं.हालांकि, दिनभर में एक से दो कप ही रोजमेरी चाय का सेवन करना चाहिए. चाय का अधिक सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है.


रोजमेरी चाय एक अनोखी सुगंध वाली हर्बल चाय है और इसे रोजमेरी की पत्तियों से बनाया जाता है. इसका सेवन चाय की तलब को दूर करने के साथ-साथ सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद होता है. यह चाय एंटी-ऑक्सीडेंट गुण, पॉलीफेनोल और अन्य कई महत्वपूर्ण तत्वों से भरपूर होती है. आइए जानते हैं कि इस चाय के नियमित सेवन से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं, और इस चाय को बनाने की विधि के बारे में.

रोजमेरी चाय बनाने का तरीका :: सामग्री- एक से दो कप पानी, कुछ रोजमेरी की पत्तियां, एक चुटकी दालचीनी (वैकल्पिक) और एक चम्मच शहद.

रेसिपी- सबसे पहले एक पैन में पानी उबाल लें, फिर इसमें रोजमेरी की पत्तियां डालें. करीब 5 से 10 मिनट तक इसे उबलने दें. समय पूरा होने के बाद गैस बंद कर दें और पानी को कप में छान लें. अब तैयार चाय में दालचीनी या शहद मिलाकर इसका सेवन करें.


रोजमेरी चाय पीने के फायदे :: तनाव दूर करने में मददगार – रोजमेरी चाय में चिंता और तनाव से राहत दिलाने में मदद करने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेशन गुण भी पाए जाते हैं. ये गुण मानसिक विकार के कारण होने वाली बेचैनी और व्याकुलता को भी कम कर सकते हैं. जब भी आप इन मानसिक विकारों का सामना करें तो रोजमेरी चाय का सेवन शुरू कर दें. इससे आपको कुछ समय में ही राहत मिलना शुरू हो जाएगी.

कैंसर से बचाने में भी प्रभावी – रोजमेरी चाय कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा कम करने में भी मदद कर सकती है. इस चाय में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर फैलाने वाली कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं. इसके साथ ही इसमें कई तरह के फेनोल्स, फ्लेवोनोइड और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं, जो कैंसर का खतरा कम करने में मदद कर सकते हैं.

पाचन क्रिया को मजबूत करे – रोजमेरी चाय का सेवन पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद होता है. रोजमेरी पाचन एंजाइम बढ़ाकर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद कर सकती है.इसके अलावा यह यह कब्ज, डायरिया, अपच और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी काम कर सकती है.इसके लिए अपनी डाइट में रोजमेरी चाय को शामिल करें.

अल्जाइमर का खतरा हो कम – अल्जाइमर एक मानसिक रोग है. इसमें व्यक्ति के मस्तिष्क की कोशिकाएं धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं और उसके बाद याददाश्त कमजोर होती है.ऐसे में इससे पीड़ित लोगों के लिए रोजमेरी चाय का सेवन लाभदायक हो सकता है. इसमें मौजूद डाइटरपेन्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को खत्म होने से रोकते हैं.इसी तरह इसमें मौजूज एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-डिप्रेसेंट और एंगेरियोलाइटिक गुण याददाश्त बढ़ाने में काफी मददगार हो सकते हैं.


बढ़ते वजन को करे नियंत्रण – वजन घटाने के लिए भी रोजमेरी चाय का सेवन किया जा सकता है. रोजमेरी के अर्क में अत्यधिक मात्रा में मौजूद एंटी-ओबेसिटी गुण मेटाबॉलिज्म को तेज करके शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी और कैलरी को कम करने में मददगार हो सकते हैं.हालांकि, दिनभर में एक से दो कप ही रोजमेरी चाय का सेवन करना चाहिए. चाय का अधिक सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है.


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