सीएम साय - चुनाव को प्रभावित करने के लिए षड्यंत्र रच रहे थे नक्सली:

post

रायपुर । छत्तीसगढ़ के
सीएम विष्णुदेव साय ने कांकेर में 29 नक्सलियों के एनकाउंटर पर कहा कि यह
ऐतिहासिक सफलता है। इस मुठभेड़ में शामिल सभी जवानों और सुरक्षा अधिकारियों
को बधाई। छत्तीसगढ़ के नक्सल मामलों के इतिहास की यह सबसे बड़ी सफलता है।
सीएम हाउस में मीडिया से चर्चा में कहा कि नक्सली लोकतंत्र में आस्था नहीं
रखते और हर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को हिंसात्मक गतिविधि से प्रभावित करते
हैं। इस मामले में भी ऐसा लगता है कि नक्सली चुनाव को प्रभावित करने की
कोशिश में थे। वो चुनाव बहिष्कार और अन्य तरह से चुनावी संभावनाओं को
प्रभावित करने का षड्यंत्र रचते रहे हैं। इस बार भी वे बड़ी वारदात की कोशिश
में थे, जिसे सीमा सुरक्षा बलों और पुलिस ने नाकाम कर दिया है।



उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में 3 जवान जो घायल
थे, उनका इलाज चल रहा है। उनकी स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है। निश्चित
ही बस्तर में शांति बहाली की दृष्टि से यह बड़ी सफलता है। हालांकि सरकार यह
चाहती है कि खून-खराबे का यह खेल बंद हो। हम फिर से नक्सलियों से यह कहना
चाहते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें। विकास की मुख्यधारा में शामिल हों।
उनके आतंक और हिंसा से कोई समाधान नहीं निकालने वाला।मुठभेड़ का क्षेत्र
बस्तर और कांकेर दोनों लोकसभा क्षेत्र के नजदीक है। बस्तर में तो दो दिन
बाद ही चुनाव है। कल वहां चुनाव प्रचार थम जाएगा। हमारी सरकार माओवादी
आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्र में नियद नेल्लानार आदि योजनाओं के जरिये
विकास सुनिश्चित करते हुए आलोकतांत्रिक हिंसा के विरुद्ध कड़ाई से निपटने
के सिद्धांत के साथ ही इस समस्या के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।


रायपुर । छत्तीसगढ़ के
सीएम विष्णुदेव साय ने कांकेर में 29 नक्सलियों के एनकाउंटर पर कहा कि यह
ऐतिहासिक सफलता है। इस मुठभेड़ में शामिल सभी जवानों और सुरक्षा अधिकारियों
को बधाई। छत्तीसगढ़ के नक्सल मामलों के इतिहास की यह सबसे बड़ी सफलता है।
सीएम हाउस में मीडिया से चर्चा में कहा कि नक्सली लोकतंत्र में आस्था नहीं
रखते और हर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को हिंसात्मक गतिविधि से प्रभावित करते
हैं। इस मामले में भी ऐसा लगता है कि नक्सली चुनाव को प्रभावित करने की
कोशिश में थे। वो चुनाव बहिष्कार और अन्य तरह से चुनावी संभावनाओं को
प्रभावित करने का षड्यंत्र रचते रहे हैं। इस बार भी वे बड़ी वारदात की कोशिश
में थे, जिसे सीमा सुरक्षा बलों और पुलिस ने नाकाम कर दिया है।



उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में 3 जवान जो घायल
थे, उनका इलाज चल रहा है। उनकी स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है। निश्चित
ही बस्तर में शांति बहाली की दृष्टि से यह बड़ी सफलता है। हालांकि सरकार यह
चाहती है कि खून-खराबे का यह खेल बंद हो। हम फिर से नक्सलियों से यह कहना
चाहते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें। विकास की मुख्यधारा में शामिल हों।
उनके आतंक और हिंसा से कोई समाधान नहीं निकालने वाला।मुठभेड़ का क्षेत्र
बस्तर और कांकेर दोनों लोकसभा क्षेत्र के नजदीक है। बस्तर में तो दो दिन
बाद ही चुनाव है। कल वहां चुनाव प्रचार थम जाएगा। हमारी सरकार माओवादी
आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्र में नियद नेल्लानार आदि योजनाओं के जरिये
विकास सुनिश्चित करते हुए आलोकतांत्रिक हिंसा के विरुद्ध कड़ाई से निपटने
के सिद्धांत के साथ ही इस समस्या के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।


शयद आपको भी ये अच्छा लगे!