वोटिंग से पहले कांग्रेस ने गंवाई सूरत लोकसभा सीट:

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अहमदाबाद| कांग्रेस ने दक्षिण गुजरात की सूरत लोकसभा सीट मतदान से पहले ही गंवा दी है| सूरत से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुंभाणी का निर्वाचन अधिकारी ने आज पर्चा रद्द कर दिया| चर्चा है कि इस मामले में कांग्रेस अब हाईकोर्ट के द्वार खटखटाएगी| दूसरी ओर निलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द होने के बाद कांग्रेस में ही आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं| कांग्रेस के नेता ही निलेश कुंभाणी पर भाजपा से रुपए लेने का आरोप लगाया है| निलेश कुंभाणी की भाजपा के सेटिंग की वजह से कांग्रेस को एक सीट गंवानी पड़ी| कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आखिर किस प्रकार अपने परिवार के लोग विश्वासघात कर सकते हैं और यह मामला जांच का विषय है| गवाह तो निलेश कुंभाणी के संबंधी थे और वह किसी प्रकार विश्वासघात कर सकते हैं| कांग्रेस नेत असलम साइकलवाला ने बीते दिन के घटना के लिए भाजपा और निलेश कुंभाणी की सोची समझी साजिश थी| निलेश कुंभाणी के जो गवाह थे वह कांग्रेस पार्टी और जिम्मेदार व्यक्ति नहीं थे| गवावों में निलेश कुंभाणी के सगे बहनोई, सगा भांजा और दो व्यवसायी साझीदार थे| इसलिए पूरे मामले के लिए निलेश कुंभाणी स्वयं जिम्मेदार हैं| क्योंकि निलेश कुंभाणी को कांग्रेस ने संगठन के गवाहों को रखने की सलाह दी थी| लेकिन निलेश कुंभाणी ने पार्टी की सलाह को अनसुनी कर अपने निजी व्यक्तियों को गवाह बनाया| असलम साइकिल वाला ने कांग्रेस हाईकमान से अनुरोध किया है कि इस पूरे मामले में जो भी कोई दोषी है उसके खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की जानी चाहिए| बता दें कि निलेश कुंभाणी के फार्म में गवाहों के फर्जी हस्ताक्षर आरोप लगाते हुए भाजपा आपत्ति दर्ज कराई थी| निलेश कुंभाणी के गवाहों ने निलेश कुंभाणी के फार्म में अपने हस्ताक्षर होने से साफ इंकार कर दिया और इसके लिए हलफनामा भी दिया था| हांलाकि निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस उम्मीदवार को आज यानी 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक अपने गवाहों के साथ पेश होने का समय दिया था| लेकिन आज सुबह 11 बजे तक निलेश कुंभाणी एक भी गवाह पेश नहीं कर पाए| जिसकी वजह निलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द हो गया है|


अहमदाबाद| कांग्रेस ने दक्षिण गुजरात की सूरत लोकसभा सीट मतदान से पहले ही गंवा दी है| सूरत से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुंभाणी का निर्वाचन अधिकारी ने आज पर्चा रद्द कर दिया| चर्चा है कि इस मामले में कांग्रेस अब हाईकोर्ट के द्वार खटखटाएगी| दूसरी ओर निलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द होने के बाद कांग्रेस में ही आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं| कांग्रेस के नेता ही निलेश कुंभाणी पर भाजपा से रुपए लेने का आरोप लगाया है| निलेश कुंभाणी की भाजपा के सेटिंग की वजह से कांग्रेस को एक सीट गंवानी पड़ी| कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आखिर किस प्रकार अपने परिवार के लोग विश्वासघात कर सकते हैं और यह मामला जांच का विषय है| गवाह तो निलेश कुंभाणी के संबंधी थे और वह किसी प्रकार विश्वासघात कर सकते हैं| कांग्रेस नेत असलम साइकलवाला ने बीते दिन के घटना के लिए भाजपा और निलेश कुंभाणी की सोची समझी साजिश थी| निलेश कुंभाणी के जो गवाह थे वह कांग्रेस पार्टी और जिम्मेदार व्यक्ति नहीं थे| गवावों में निलेश कुंभाणी के सगे बहनोई, सगा भांजा और दो व्यवसायी साझीदार थे| इसलिए पूरे मामले के लिए निलेश कुंभाणी स्वयं जिम्मेदार हैं| क्योंकि निलेश कुंभाणी को कांग्रेस ने संगठन के गवाहों को रखने की सलाह दी थी| लेकिन निलेश कुंभाणी ने पार्टी की सलाह को अनसुनी कर अपने निजी व्यक्तियों को गवाह बनाया| असलम साइकिल वाला ने कांग्रेस हाईकमान से अनुरोध किया है कि इस पूरे मामले में जो भी कोई दोषी है उसके खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की जानी चाहिए| बता दें कि निलेश कुंभाणी के फार्म में गवाहों के फर्जी हस्ताक्षर आरोप लगाते हुए भाजपा आपत्ति दर्ज कराई थी| निलेश कुंभाणी के गवाहों ने निलेश कुंभाणी के फार्म में अपने हस्ताक्षर होने से साफ इंकार कर दिया और इसके लिए हलफनामा भी दिया था| हांलाकि निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस उम्मीदवार को आज यानी 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक अपने गवाहों के साथ पेश होने का समय दिया था| लेकिन आज सुबह 11 बजे तक निलेश कुंभाणी एक भी गवाह पेश नहीं कर पाए| जिसकी वजह निलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द हो गया है|


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