पेनल्टी क्यों न लगाएं, बाबा रामदेव के सामने नई मुश्किल:

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नई दिल्ली. पतंजलि समूह की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पतंजलि फूड्स को GST यानी वस्तु एवं सेवा कर की तरफ से नोटिस मिला है, जिसमें करोड़ों रुपये के टैक्स क्रेडिट को लेकर सवाल पूछे गए हैं। इधर, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में अवमानना के मामले में फिर सुनवाई जारी है। योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण अदालत पहुंचे हैं।

खबर है कि पतंजलि फूड्स को जीएसटी इंटेलिजेंस के चंडीगढ़ जोनल यूनिट से यह नोटिस मिला है। कारण बताओ नोटिस के जरिए पूछा गया है कि कंपनी से 27.46 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट को क्यों नहीं वसूला जाना चाहिए।

कंपनी ने कहा, 'एक शोकॉज नोटिस मिला है... जिसमें कंपनी, उसके अधिकारियों और पदाधिकारियों से कारण बताने के लिए कहा गया है कि 27,46,14,343 रुपये इनपुट टैक्स क्रेडिट क्यों नहीं (ब्याज के साथ) वसूल किया जाना चाहिए। साथ ही पेनल्टी क्यों नहीं लगाई जानी चाहिए...।' पतंजलि फूड्स का कहना है, 'अब तक सिर्फ शोकॉज नोटिस मिला है और कंपनी अपना पक्ष रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।'

बीते सप्ताह ही पतंजलि फूड्स ने कहा था कि प्रमोटर समूह पतंजलि आयुर्वेद के नॉन फूड बिजनेस को अधिग्रहित करने के प्रस्ताव का मूल्यांकन किया जाएगा। मुख्य रूप से खाद्य तेल का काम करने वाले पतंजलि फूड्स ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी थी कि उसके बोर्ड ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड से मिले प्रपोजल पर चर्चा की है।


नई दिल्ली. पतंजलि समूह की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पतंजलि फूड्स को GST यानी वस्तु एवं सेवा कर की तरफ से नोटिस मिला है, जिसमें करोड़ों रुपये के टैक्स क्रेडिट को लेकर सवाल पूछे गए हैं। इधर, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में अवमानना के मामले में फिर सुनवाई जारी है। योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण अदालत पहुंचे हैं।

खबर है कि पतंजलि फूड्स को जीएसटी इंटेलिजेंस के चंडीगढ़ जोनल यूनिट से यह नोटिस मिला है। कारण बताओ नोटिस के जरिए पूछा गया है कि कंपनी से 27.46 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट को क्यों नहीं वसूला जाना चाहिए।

कंपनी ने कहा, 'एक शोकॉज नोटिस मिला है... जिसमें कंपनी, उसके अधिकारियों और पदाधिकारियों से कारण बताने के लिए कहा गया है कि 27,46,14,343 रुपये इनपुट टैक्स क्रेडिट क्यों नहीं (ब्याज के साथ) वसूल किया जाना चाहिए। साथ ही पेनल्टी क्यों नहीं लगाई जानी चाहिए...।' पतंजलि फूड्स का कहना है, 'अब तक सिर्फ शोकॉज नोटिस मिला है और कंपनी अपना पक्ष रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।'

बीते सप्ताह ही पतंजलि फूड्स ने कहा था कि प्रमोटर समूह पतंजलि आयुर्वेद के नॉन फूड बिजनेस को अधिग्रहित करने के प्रस्ताव का मूल्यांकन किया जाएगा। मुख्य रूप से खाद्य तेल का काम करने वाले पतंजलि फूड्स ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी थी कि उसके बोर्ड ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड से मिले प्रपोजल पर चर्चा की है।


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