वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कुदरगढ़ परिक्षेत्र में
वन विभाग द्वारा बाघ विचरण क्षेत्र से आमजनों को दूर रहने के लिए की गई अपील
सूरजपुर, आज वन मण्डल सूरजपुर के कुदरगढ़ परिक्षेत्र में विगत कुछ दिनों से विचरण कर रहे बाघ की ट्रेसिंग का प्रयास किया गया। संयुक्त वन मण्डलाधिकारी ओड़गी के नेतृत्व में वनपरिक्षेत्र अधिकारी कुदरगढ़ एवं उनके परिक्षेत्र के समस्त कर्मचारियों एवं उड़नदस्ता सूरजपुर वन मण्डल तथा परिक्षेत्र अधिकारी बिहारपुर की उपस्थिति में कुल 04 दलों का गठन किया गया। सभी उपस्थित सदस्यों को वन मण्डल अधिकारी सूरजपुर एवं श्री प्रभात दुबे वन्यप्राणी विशेषज्ञ द्वारा संबोधित कर बाघ की ट्रेकिंग हेतु आवश्यक जानकारियां एवं इस दौरान
बरतने वाली सावधानियों से भली भांति अवगत कराया गया। "एण्टी स्नेअर वाक" का प्रशिक्षण दिया गया। सभी चारों दलों द्वारा विगत दिवस बाघ द्वारा मवेशियों के शिकार स्थल के आस-पास वनक्षेत्रों का सघन भ्रमण कर बाघ के आने तथा जाने के मार्ग को ट्रेस करने का प्रयास किया गया। बाघ के लोकेशन पता करने हेतु ड्रोन कैमरे की सहायता भी ली जा रही है, ट्रेप कैमरा भी लगाया गया। विभिन्न दलों के द्वारा गश्ती करके बाघ की लोकेशन की जानकारी एकत्र करने की कोशिस की जा रही है, साथ साथ जंगल क्षेत्र में चरवाहों को मवेशी चराने के लिए न ले जाने हेतु समझाइस दिया गया तथा आस-पास के गांव से लगे वनक्षेत्रों में बाघ का विचरण हो रहा है, कोई भी जंगल में न जाने की मुनादी कराया गया ।
वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कुदरगढ़ परिक्षेत्र में
वन विभाग द्वारा बाघ विचरण क्षेत्र से आमजनों को दूर रहने के लिए की गई अपील
सूरजपुर, आज वन मण्डल सूरजपुर के कुदरगढ़ परिक्षेत्र में विगत कुछ दिनों से विचरण कर रहे बाघ की ट्रेसिंग का प्रयास किया गया। संयुक्त वन मण्डलाधिकारी ओड़गी के नेतृत्व में वनपरिक्षेत्र अधिकारी कुदरगढ़ एवं उनके परिक्षेत्र के समस्त कर्मचारियों एवं उड़नदस्ता सूरजपुर वन मण्डल तथा परिक्षेत्र अधिकारी बिहारपुर की उपस्थिति में कुल 04 दलों का गठन किया गया। सभी उपस्थित सदस्यों को वन मण्डल अधिकारी सूरजपुर एवं श्री प्रभात दुबे वन्यप्राणी विशेषज्ञ द्वारा संबोधित कर बाघ की ट्रेकिंग हेतु आवश्यक जानकारियां एवं इस दौरान
बरतने वाली सावधानियों से भली भांति अवगत कराया गया। "एण्टी स्नेअर वाक" का प्रशिक्षण दिया गया। सभी चारों दलों द्वारा विगत दिवस बाघ द्वारा मवेशियों के शिकार स्थल के आस-पास वनक्षेत्रों का सघन भ्रमण कर बाघ के आने तथा जाने के मार्ग को ट्रेस करने का प्रयास किया गया। बाघ के लोकेशन पता करने हेतु ड्रोन कैमरे की सहायता भी ली जा रही है, ट्रेप कैमरा भी लगाया गया। विभिन्न दलों के द्वारा गश्ती करके बाघ की लोकेशन की जानकारी एकत्र करने की कोशिस की जा रही है, साथ साथ जंगल क्षेत्र में चरवाहों को मवेशी चराने के लिए न ले जाने हेतु समझाइस दिया गया तथा आस-पास के गांव से लगे वनक्षेत्रों में बाघ का विचरण हो रहा है, कोई भी जंगल में न जाने की मुनादी कराया गया ।