रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने प्रदेश
सरकार पर कोरोना को लेकर गंभीरता नहीं बरतने पर निशाना साधा है। नेता
प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार की गंभीरता
कहीं भी नहीं दिखती। पूरे प्रदेश में कोरोना के मामले जब बढ़ रहे हैं, इससे
निपटने के लिए प्रदेश की तैयारी नाकाफी है। इसके चलते कोरोना का भय एक बार
फिर से मंडराने लगा है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कोरोना को लेकर पूरे प्रदेश
में जो परिस्थितियां निर्मित हुई थीं, उससे सबक लेने के बजाय प्रदेश सरकार
फिर एक बार लापरवाही बरत रही है। उन्होंने सवाल किया कि समय रहते उचित कदम
नहीं उठाया गया तो जो परिस्थितियां निर्मित होंगी, उसके लिए कौन जिम्मेदार
होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी इरादों के चलते ही देश में कोरोना
टीकाकरण को जन अभियान का स्वरूप मिला है। इसके कारण हम कोरोना को परास्त
करने के लिए मजबूती से जुटे हुए हैं, लेकिन प्रदेश सरकार को प्रदेशवासियों
की जरा भी चिंता नहीं है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सतर्क हो
जाना चाहिए।
कांग्रेस सरकार के जिम्मेदार पदों पर बैठे पदाधिकारी ही टीकाकरण पर टिप्पणी
करने से नहीं चूकते थे। अब टीकाकरण की सफलता से ये कथित टिप्पणीकार मौन
हैं। जब भी प्रदेश को मुख्यमंत्री की अवश्यकता होती है, वो सियासी सैर में
निकल जाते हैं। वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कुर्सी पाओ अभियान के तहत
दिल्ली दरबार में सक्रिय रहते हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने प्रदेश
सरकार पर कोरोना को लेकर गंभीरता नहीं बरतने पर निशाना साधा है। नेता
प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार की गंभीरता
कहीं भी नहीं दिखती। पूरे प्रदेश में कोरोना के मामले जब बढ़ रहे हैं, इससे
निपटने के लिए प्रदेश की तैयारी नाकाफी है। इसके चलते कोरोना का भय एक बार
फिर से मंडराने लगा है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कोरोना को लेकर पूरे प्रदेश
में जो परिस्थितियां निर्मित हुई थीं, उससे सबक लेने के बजाय प्रदेश सरकार
फिर एक बार लापरवाही बरत रही है। उन्होंने सवाल किया कि समय रहते उचित कदम
नहीं उठाया गया तो जो परिस्थितियां निर्मित होंगी, उसके लिए कौन जिम्मेदार
होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी इरादों के चलते ही देश में कोरोना
टीकाकरण को जन अभियान का स्वरूप मिला है। इसके कारण हम कोरोना को परास्त
करने के लिए मजबूती से जुटे हुए हैं, लेकिन प्रदेश सरकार को प्रदेशवासियों
की जरा भी चिंता नहीं है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सतर्क हो
जाना चाहिए।
कांग्रेस सरकार के जिम्मेदार पदों पर बैठे पदाधिकारी ही टीकाकरण पर टिप्पणी
करने से नहीं चूकते थे। अब टीकाकरण की सफलता से ये कथित टिप्पणीकार मौन
हैं। जब भी प्रदेश को मुख्यमंत्री की अवश्यकता होती है, वो सियासी सैर में
निकल जाते हैं। वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कुर्सी पाओ अभियान के तहत
दिल्ली दरबार में सक्रिय रहते हैं।