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NEWS RAIPUR शहर के अस्पतालों के अग्नि सुरक्षा मानकों की होगी जांच:

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 रायपुर । मध्य प्रदेश की
राजधानी भोपाल के अस्तपाल में हुए अग्निकांड को लेकर रायपुर जिला प्रशासन
सतर्क हो गया है। जिला प्रशासन रायपुर ने नगर निगम के अंतर्गत आने वाले
चिकित्सालय भवनों, अस्पतालों और बहुमंजिला रहवासी इमारतों में अग्नि
सुरक्षा मानकों का कितना पालन कर रहे हैं या नहीं इसकी जांच के लिए
प्रत्येक जोन में अलग-अलग टीम गठित की है। टीम राजधानी में संचालित
अस्पतालों की जांच करेगी।


जानिए क्या है जांच के बिंदु
- आग बुझाने के लिए कितने अग्निशमन यंत्र उपलब्ध हैं।
- अग्निशमन यंत्र की वैद्यता कब तक है।
- हाईड्रेंट और स्मोक डिटेक्टर काम करने की स्थिति में हैं या नहीं?
- अंतिम बार अग्नि सुरक्षा आडिट कब किया गया था?
- अस्पताल प्रबंधन द्वारा अग्नि बचाव संबंधी ड्रिल किया गया है या नहीं?
- अग्नि निकास (इमरजेंसी डोर) उपलब्ध है या नहीं?
- धुआं या गैस भर जाने की स्थिति में वेंटीलेशन की व्यवस्था है या नहीं?
- शार्ट शर्किट को रोकने के लिए बचाव के साधन है या नहीं?
- दुर्घटनाओं की स्थिति में मरीजों को बाहर निकलने की व्यवस्था है या नहीं?
- शार्ट शर्किट अथवा अग्नि दुर्घटनाओं फायर की दशा में सभी फ्लोर पर आलार्म सिस्टम लगा है या नहीं?
-
अग्नि सुरक्षा के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा कितने प्रशिक्षित व्यक्तियों
को रखा गया है अथवा कितने लोगों को प्रशिक्षण दिलवाया गया है। (नाम सहित
उपलब्ध कराना है)

जांच का जिम्मा इनके कंधों पर
-
जोन-1 एक अंतर्गत करीब तीन अस्पताल संचालित हैं। इन अस्पतालों की जांच का
जिम्मा जगन्न्ाथ वर्मा, डिप्टी कलेक्टर और जोन आयुक्त कृष्णा खटिक के
नेतृत्व में टीम गठित की गई है।
- जोन-2 के अंतर्गत करीब सात अस्पताल संचालित हैं। इनकी जांच डिप्टी
कलेक्टर मुकेश कोठारी, और जोन आयुक्त विनय मिश्रा की टीम जांच करेगी।
-
जोन-3 के अंतर्गत कुल 21 अस्पताल संचालित हैं। इन अस्पतालों की जांच
डिप्टी कलेक्टर डा. दिप्ती वर्मा और जोन आयुक्त आरके डोंगरे की टीम।
-
जोन-4के अंतर्गत कुल 26 अस्पताल संचालित हैं। इन अस्पतालों की जाच संयुक्त
कलेक्टर देवेन्द्र पटेल और जोन आयुक्त लोकेश चंद्रवंशी की टीम जांच करेगी।
- जोन-5 के अंतर्गत कुल 12 अस्पताल संचालित है। इसकी जांच डिप्टी कलेक्टर प्रकाश टंडन और जोन आयुक्त चंदन शर्मा की टीम करेगी।
-
जोन-6 के अंतर्गत कुल 12 अस्पताल हैं। इन अस्पतालों की जांच का जिम्मा
डिप्टी कलेक्टर अतुल विश्वकर्मा, और जोन आयुक्त विनोद पाण्डेय की टीम
करेगी।
- जोन-7 में कुल सात अस्पताल संचालित हैं।
इन अस्पतालों की जांच संयुक्त कलेक्टर निधी साहू और जोन आयुक्त महेन्द्र
पाठक की टीम करेगी।
- जोन-8 में कुल 10 अस्पताल संचालित हैं। इसकी जांच का जिम्मा तहसीलदार मनीष देव साहू और अरूण ध्रुव की टीम करेगी।
- जोन-9 में कुल 8 अस्पताल हैं। इनकी जांच तहसीलदार जयेन्द्र सिंह और जोन आयुक्त संतोष पाण्डेय की टीम करेगी।
-
जोन-10 में 22 अस्पताल संचालित है। इनकी जांच का जिम्मा संयुक्त कलेक्टर
यूएस अग्रवाल और जोन कमिश्नर दिनेश कोसरिया को सौंपी गई है।
 
 
 
 

 


 रायपुर । मध्य प्रदेश की
राजधानी भोपाल के अस्तपाल में हुए अग्निकांड को लेकर रायपुर जिला प्रशासन
सतर्क हो गया है। जिला प्रशासन रायपुर ने नगर निगम के अंतर्गत आने वाले
चिकित्सालय भवनों, अस्पतालों और बहुमंजिला रहवासी इमारतों में अग्नि
सुरक्षा मानकों का कितना पालन कर रहे हैं या नहीं इसकी जांच के लिए
प्रत्येक जोन में अलग-अलग टीम गठित की है। टीम राजधानी में संचालित
अस्पतालों की जांच करेगी।


जानिए क्या है जांच के बिंदु
- आग बुझाने के लिए कितने अग्निशमन यंत्र उपलब्ध हैं।
- अग्निशमन यंत्र की वैद्यता कब तक है।
- हाईड्रेंट और स्मोक डिटेक्टर काम करने की स्थिति में हैं या नहीं?
- अंतिम बार अग्नि सुरक्षा आडिट कब किया गया था?
- अस्पताल प्रबंधन द्वारा अग्नि बचाव संबंधी ड्रिल किया गया है या नहीं?
- अग्नि निकास (इमरजेंसी डोर) उपलब्ध है या नहीं?
- धुआं या गैस भर जाने की स्थिति में वेंटीलेशन की व्यवस्था है या नहीं?
- शार्ट शर्किट को रोकने के लिए बचाव के साधन है या नहीं?
- दुर्घटनाओं की स्थिति में मरीजों को बाहर निकलने की व्यवस्था है या नहीं?
- शार्ट शर्किट अथवा अग्नि दुर्घटनाओं फायर की दशा में सभी फ्लोर पर आलार्म सिस्टम लगा है या नहीं?
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अग्नि सुरक्षा के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा कितने प्रशिक्षित व्यक्तियों
को रखा गया है अथवा कितने लोगों को प्रशिक्षण दिलवाया गया है। (नाम सहित
उपलब्ध कराना है)

जांच का जिम्मा इनके कंधों पर
-
जोन-1 एक अंतर्गत करीब तीन अस्पताल संचालित हैं। इन अस्पतालों की जांच का
जिम्मा जगन्न्ाथ वर्मा, डिप्टी कलेक्टर और जोन आयुक्त कृष्णा खटिक के
नेतृत्व में टीम गठित की गई है।
- जोन-2 के अंतर्गत करीब सात अस्पताल संचालित हैं। इनकी जांच डिप्टी
कलेक्टर मुकेश कोठारी, और जोन आयुक्त विनय मिश्रा की टीम जांच करेगी।
-
जोन-3 के अंतर्गत कुल 21 अस्पताल संचालित हैं। इन अस्पतालों की जांच
डिप्टी कलेक्टर डा. दिप्ती वर्मा और जोन आयुक्त आरके डोंगरे की टीम।
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जोन-4के अंतर्गत कुल 26 अस्पताल संचालित हैं। इन अस्पतालों की जाच संयुक्त
कलेक्टर देवेन्द्र पटेल और जोन आयुक्त लोकेश चंद्रवंशी की टीम जांच करेगी।
- जोन-5 के अंतर्गत कुल 12 अस्पताल संचालित है। इसकी जांच डिप्टी कलेक्टर प्रकाश टंडन और जोन आयुक्त चंदन शर्मा की टीम करेगी।
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जोन-6 के अंतर्गत कुल 12 अस्पताल हैं। इन अस्पतालों की जांच का जिम्मा
डिप्टी कलेक्टर अतुल विश्वकर्मा, और जोन आयुक्त विनोद पाण्डेय की टीम
करेगी।
- जोन-7 में कुल सात अस्पताल संचालित हैं।
इन अस्पतालों की जांच संयुक्त कलेक्टर निधी साहू और जोन आयुक्त महेन्द्र
पाठक की टीम करेगी।
- जोन-8 में कुल 10 अस्पताल संचालित हैं। इसकी जांच का जिम्मा तहसीलदार मनीष देव साहू और अरूण ध्रुव की टीम करेगी।
- जोन-9 में कुल 8 अस्पताल हैं। इनकी जांच तहसीलदार जयेन्द्र सिंह और जोन आयुक्त संतोष पाण्डेय की टीम करेगी।
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जोन-10 में 22 अस्पताल संचालित है। इनकी जांच का जिम्मा संयुक्त कलेक्टर
यूएस अग्रवाल और जोन कमिश्नर दिनेश कोसरिया को सौंपी गई है।
 
 
 
 

 


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