रायपुर :
छत्तीसगढ़ में आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद निलंबित
एडीजी जीपी सिंह जेल के दूसरे टावर में चढ़ गए। टावर तक पहुंचाने वाले सेल
इंचार्ज और ड्यूटी इंचार्ज सहित तीन को निलंबित कर दिया गया है। केशव सिंह,
मंगल सिंह और फिरतराम यादव को निलंबित किया गया है। वहीं अब जीपी सिंह के
सेल की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
देखने की इच्छा जीपी सिंह ने जाहिर की थी। दोपहर का समय था बड़े अधिकारी सब
इधर-उधर थे। जीपी सिंह को जिस सेल में रखा गया है। उसके बगल में तीन
मंजिला टावर है। जहां से प्रहरी जेल की निगरानी करते हैं। ड्यूटी पर तैनात
प्रहरी ने दूसरे माले में चढ़ा दिया। टावर के दूसरे माले में जाकर जीपी
सिंह ने तकरीबन आधे घंटे टीवी में चुनावी महौल देखा। इसके बाद वह नीचे आ
गए। उस दिन जेल के उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। दूसरे दिन जब
पता चला तो तत्काल प्रभाव से तीन को निलंबित कर दिया गया।
के बाद जब अधिकारियों को इसकी भनक लगी तो तत्काल सीसीटीवी फुटेज देखे गए।
अफसरों के मुताबिक सेंट्रल जेल परिसर के भीतर चारों किनारों पर टावर लगे
हैं। जहां जेल प्रहरी चौबीस घंटे ड्यूटी पर रहते हैं। यह क्षेत्र बंदियों
के लिए प्रतिबंधित होता है। इसके बाद भी जीपी सिंह को उनके कहने पर टावर
में चढ़ाया गया। सारा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया। जिसके बाद
अधिकारियों ने लापरवाही करने वाले प्रहरियों को निलंबित कर दिया।
के अनुसार सेंट्रल जेल में बीमारी का हवाला देने से जीपी सिंह को अलग बैरक
में इंतजाम किया गया है। फिरतराम यादव की ड्यूटी बैरक में रात में लगाई गई
थी। प्रहरी फिरतराम यादव जीपी सिंह की खबर उनके करीबियों तक पहुंचाता था।
रायपुर :
छत्तीसगढ़ में आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद निलंबित
एडीजी जीपी सिंह जेल के दूसरे टावर में चढ़ गए। टावर तक पहुंचाने वाले सेल
इंचार्ज और ड्यूटी इंचार्ज सहित तीन को निलंबित कर दिया गया है। केशव सिंह,
मंगल सिंह और फिरतराम यादव को निलंबित किया गया है। वहीं अब जीपी सिंह के
सेल की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
देखने की इच्छा जीपी सिंह ने जाहिर की थी। दोपहर का समय था बड़े अधिकारी सब
इधर-उधर थे। जीपी सिंह को जिस सेल में रखा गया है। उसके बगल में तीन
मंजिला टावर है। जहां से प्रहरी जेल की निगरानी करते हैं। ड्यूटी पर तैनात
प्रहरी ने दूसरे माले में चढ़ा दिया। टावर के दूसरे माले में जाकर जीपी
सिंह ने तकरीबन आधे घंटे टीवी में चुनावी महौल देखा। इसके बाद वह नीचे आ
गए। उस दिन जेल के उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। दूसरे दिन जब
पता चला तो तत्काल प्रभाव से तीन को निलंबित कर दिया गया।
के बाद जब अधिकारियों को इसकी भनक लगी तो तत्काल सीसीटीवी फुटेज देखे गए।
अफसरों के मुताबिक सेंट्रल जेल परिसर के भीतर चारों किनारों पर टावर लगे
हैं। जहां जेल प्रहरी चौबीस घंटे ड्यूटी पर रहते हैं। यह क्षेत्र बंदियों
के लिए प्रतिबंधित होता है। इसके बाद भी जीपी सिंह को उनके कहने पर टावर
में चढ़ाया गया। सारा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया। जिसके बाद
अधिकारियों ने लापरवाही करने वाले प्रहरियों को निलंबित कर दिया।
के अनुसार सेंट्रल जेल में बीमारी का हवाला देने से जीपी सिंह को अलग बैरक
में इंतजाम किया गया है। फिरतराम यादव की ड्यूटी बैरक में रात में लगाई गई
थी। प्रहरी फिरतराम यादव जीपी सिंह की खबर उनके करीबियों तक पहुंचाता था।