हेल्थ का सबसे टॉप प्वाइंट जो है वो है खुशी. अगर आप
खुश हैं तो आपकी सेहत ठीक है, और आपकी सेहत ठीक है तो आप खुश भी जरूर
होंगे. जानकार बताते हैं कि भारतीय परंपराओं में खुशी का रहस्य मौजूद है,
हमें इन्हें फिर अपनाना है. कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल से शरीर
के साथ-साथ हमारा मन भी बीमार रहा है. कोरोना की वजह से जहां करीब 70 फीसदी
लोगों में नींद से जुड़ी समस्याएं पाई गई हैं, वहीं दुनियाभर में डिप्रेशन
के मामले 25 प्रतिशत बढ़ गए हैं. ऐसे में जानिए मन को कैसे फिर
से हेल्दी बनाया जा सकता है. दैनिक भास्कर अखबार में छपी न्यूज रिपोर्ट में
मन को स्वस्थ रखने के 5 उपायों तो बारे में बताया है आप भी जानिए क्या
हैं.
भोजन
मन को हेल्दी बनाने का जो सबसे पहला उपाय है वो है भोजन, एक संपूर्ण भारतीय
थाली प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से
भरपूर होती है. इसमें दाल, चपाती, सब्जियां, दही, छाछ, चटनी, रायता होता
है. इसमें कार्ब और प्रोटीन का संयोजन होता है. दाल में अमीनो एसिड और
प्रोटीन होते हैं. जो आपकी मसल्स की मजबूती और उनकी वृद्धि के लिए अच्छा
है. भारतीय व्यंजनों को तैयार करने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले मसाले
भी एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी वायरल गुणों से भरपूर होते है. जैसे
काली मिर्च, अदरक, लहसुन, हींग, जीरा, कढ़ी पत्ता, पुदीना, लौंग आदि. येल
जरनल ऑफ बायोलॉजी एंड मेडिसिन की एक स्टडी के अनुसार एक संपूर्ण भारतीय
थाली आपकी गट हेल्थ यानी आंत की सेहत को हेल्दी रखती है. इसलिए सुबह 7 बजे
नाश्ता, दोपहर 12.45 बजे भोजन और शाम 7 बजे डिनर कर लेना चाहिए.
फिटनेस
हेल्दी बॉडी और हेल्दी माइंड के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है. भारतीय
संस्कृति में योग व्यायाम की सबसे पुरानी और कारगर शैली है. योग सभी कर
सकते हैं चाहे वो युवा हो या बुजुर्ग, महिला हो या बच्चे, ज्यादा वजन वाले
हों या फिर स्लिमफिट. इसलिए आपको ऐसे पांच योगासनों के बारे में जानना
जरूरी है जो हर उम्र के व्यक्ति के लिए आदर्श है.
– ताड़ासन
-बद्धकोणासान
-उत्तानासन
-भुजंगासन
-शवासन
नींद
मन की सेहत के लिए सबसे जरूरी चीजों में जो तीसरी अहम चीज है वो है नींद.
अगर आप रात को 10 बजे से पहले सोते हैं तो ये शरीर के सबसे अच्छा है. इसके
साथ ही सुबह उठने का समय सूर्योदय से डेढ़ घंटा पहले का है. इसे मन को
ऊर्जा मिलेगी. और अगर आपको दिन में झपकी लेनी है तो वो 20 मिनट से ज्यादा
नहीं होनी चाहिए.
हीलिंग
सुदर्शन क्रिया और प्राणायाम करें, सेहत के शत्रु मतलब चिंता, अवसाद और डर
दूर होंगे. कोलंबिया यूनिवर्सिटी में क्लीनिक प्रोफेसर डॉ रिचर्ड ब्राउन के
अनुसार सुदर्शन क्रिया और प्राणायाम से शरीर की सबसे लंबी नर्व की
कार्यप्रणाली ठीक होती है. इससे शरीर को हील करने वाले सभी ट्रांसमीटर ठीक
से काम करने लगते हैं. सुदर्शन क्रिया करने के चार स्टेप हैं. पहला उज्जयी
प्राणायाम, दूसरा भस्त्रिका प्राणायाम, तीसरे स्टेप में ओम का जाप, चौथे
स्टेप में योग करें.
खुशी
फीलगुड हार्मोन बढ़ाने वाली आदतें अपनाएं. साइंटिस्टों के अनुसार आपको खुश
रखने के लिए 4 केमिकल काम करते हैं. ये आपको डिप्रेशन या एंग्जायटी से
बचाने और निकालने में भी मदद करते हैं. जानिए इन केमिकल्स के बारे में
इन्हें बढ़ाने वाली छोटी-छोटी आदतों के बारे में भी. डोपामाइन – ये हमारी
अच्छी और बुरी आदतें बनाता है. ऑक्सीटोसिन- ये हमें सामाजिक बनाताहै.
सेरोटोनिन- ये गर्व की भावना को जगाता है. एंडोर्फिन- ये दर्द के अहसास को
कम करता है.
हेल्थ का सबसे टॉप प्वाइंट जो है वो है खुशी. अगर आप
खुश हैं तो आपकी सेहत ठीक है, और आपकी सेहत ठीक है तो आप खुश भी जरूर
होंगे. जानकार बताते हैं कि भारतीय परंपराओं में खुशी का रहस्य मौजूद है,
हमें इन्हें फिर अपनाना है. कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल से शरीर
के साथ-साथ हमारा मन भी बीमार रहा है. कोरोना की वजह से जहां करीब 70 फीसदी
लोगों में नींद से जुड़ी समस्याएं पाई गई हैं, वहीं दुनियाभर में डिप्रेशन
के मामले 25 प्रतिशत बढ़ गए हैं. ऐसे में जानिए मन को कैसे फिर
से हेल्दी बनाया जा सकता है. दैनिक भास्कर अखबार में छपी न्यूज रिपोर्ट में
मन को स्वस्थ रखने के 5 उपायों तो बारे में बताया है आप भी जानिए क्या
हैं.
भोजन
मन को हेल्दी बनाने का जो सबसे पहला उपाय है वो है भोजन, एक संपूर्ण भारतीय
थाली प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से
भरपूर होती है. इसमें दाल, चपाती, सब्जियां, दही, छाछ, चटनी, रायता होता
है. इसमें कार्ब और प्रोटीन का संयोजन होता है. दाल में अमीनो एसिड और
प्रोटीन होते हैं. जो आपकी मसल्स की मजबूती और उनकी वृद्धि के लिए अच्छा
है. भारतीय व्यंजनों को तैयार करने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले मसाले
भी एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी वायरल गुणों से भरपूर होते है. जैसे
काली मिर्च, अदरक, लहसुन, हींग, जीरा, कढ़ी पत्ता, पुदीना, लौंग आदि. येल
जरनल ऑफ बायोलॉजी एंड मेडिसिन की एक स्टडी के अनुसार एक संपूर्ण भारतीय
थाली आपकी गट हेल्थ यानी आंत की सेहत को हेल्दी रखती है. इसलिए सुबह 7 बजे
नाश्ता, दोपहर 12.45 बजे भोजन और शाम 7 बजे डिनर कर लेना चाहिए.
फिटनेस
हेल्दी बॉडी और हेल्दी माइंड के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है. भारतीय
संस्कृति में योग व्यायाम की सबसे पुरानी और कारगर शैली है. योग सभी कर
सकते हैं चाहे वो युवा हो या बुजुर्ग, महिला हो या बच्चे, ज्यादा वजन वाले
हों या फिर स्लिमफिट. इसलिए आपको ऐसे पांच योगासनों के बारे में जानना
जरूरी है जो हर उम्र के व्यक्ति के लिए आदर्श है.
– ताड़ासन
-बद्धकोणासान
-उत्तानासन
-भुजंगासन
-शवासन
नींद
मन की सेहत के लिए सबसे जरूरी चीजों में जो तीसरी अहम चीज है वो है नींद.
अगर आप रात को 10 बजे से पहले सोते हैं तो ये शरीर के सबसे अच्छा है. इसके
साथ ही सुबह उठने का समय सूर्योदय से डेढ़ घंटा पहले का है. इसे मन को
ऊर्जा मिलेगी. और अगर आपको दिन में झपकी लेनी है तो वो 20 मिनट से ज्यादा
नहीं होनी चाहिए.
हीलिंग
सुदर्शन क्रिया और प्राणायाम करें, सेहत के शत्रु मतलब चिंता, अवसाद और डर
दूर होंगे. कोलंबिया यूनिवर्सिटी में क्लीनिक प्रोफेसर डॉ रिचर्ड ब्राउन के
अनुसार सुदर्शन क्रिया और प्राणायाम से शरीर की सबसे लंबी नर्व की
कार्यप्रणाली ठीक होती है. इससे शरीर को हील करने वाले सभी ट्रांसमीटर ठीक
से काम करने लगते हैं. सुदर्शन क्रिया करने के चार स्टेप हैं. पहला उज्जयी
प्राणायाम, दूसरा भस्त्रिका प्राणायाम, तीसरे स्टेप में ओम का जाप, चौथे
स्टेप में योग करें.
खुशी
फीलगुड हार्मोन बढ़ाने वाली आदतें अपनाएं. साइंटिस्टों के अनुसार आपको खुश
रखने के लिए 4 केमिकल काम करते हैं. ये आपको डिप्रेशन या एंग्जायटी से
बचाने और निकालने में भी मदद करते हैं. जानिए इन केमिकल्स के बारे में
इन्हें बढ़ाने वाली छोटी-छोटी आदतों के बारे में भी. डोपामाइन – ये हमारी
अच्छी और बुरी आदतें बनाता है. ऑक्सीटोसिन- ये हमें सामाजिक बनाताहै.
सेरोटोनिन- ये गर्व की भावना को जगाता है. एंडोर्फिन- ये दर्द के अहसास को
कम करता है.