news Mahasamund:: तीन दिवसीय मेले में देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा बिखरेगी:

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महासमुंद. महासमुन्द से 25 किमी दक्षिण की ओर
खल्लारी गांव की पहाड़ी के शीर्ष पर खल्लारी माता का मंदिर स्थित है। हर साल
चैत्र मास की पूर्णिमा के अवसर पर वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है।
ऐतिहासिक स्थल खल्लारी में हर वर्ष चैत्र पूर्णिमा में लगने वाला मेला
प्रसिद्ध है। यहां छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र एवं ओडिशा प्रांत से भी
दर्शनार्थी माता का दर्शन एवं मेला का आनंद लेने आते हैं। खल्लारी को
पर्यटन स्थल का दर्जा मिलने के बाद हर वर्ष ज़िला स्तर पर मेला महोत्सव का
आयोजन किया जाता है। कोरोना के चलते खल्लारी मेला महोत्सव नही हुआ ।



मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सुश्री पूजा बंसल ने बताया कि
खल्लारी महोत्सव 2022 का आयोजन 14-17 अप्रैल तक होगा है। मेला कल गुरुवार
14 से18 अप्रैल तक चलेगा । महोत्सव में लोक कला संस्कृति से जुड़े विविध
कार्यक्रम का रात्रिकालिन में होगा। पूरे तीन दिन खल्लारी मेला महोत्सव में
देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा बिखरेगी। बागबाहरा और महासमुंद के
बीच भीमखोज के पास खल्लारी में लगने वाले मेले में इस बार भी बच्चों के
लिए हवाई झूला, चांद तारे झूला, सूपर ड्रेगन,ब्रेक डांस झूला, मिक्की माउस,
बच्चों की वाहन धूम मोटर का विशेष आकर्षण रहेगा।



मां खल्लारी के दरबार में राज्य के कोने-कोने से लोग चैत्र पूर्णिमा
मेले के दिन खल्लारी पहुंचते है। मां खल्लारी की विशेष पूजा अर्चना करते है
तथा चैत्र पूर्णिमा के दिन इस क्षेत्र का माहौल किसी बडे़ त्योहारो से कम
नहीं रहता है। जहां इस दिन हर जगह खल्लारी में लोगों की भारी भीड़ देखने को
मिलती है।



खल्लारी मेला महोत्सव आयोजन जनपद पंचायत बागबाहरा के द्वारा होता है,
जिसमें अब तक छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त लोक कलाकारों के साथ स्थानीय लोक
कलाकारों को आमंत्रित किया जाता रहा है। जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ती थी।
इस बार भी जनपद पंचायत बागबाहरा द्वारा कलाकारों को ही आमंत्रित किया गया
है। जिसके कारण दर्शनार्थी उत्साहित है।



खल्लारी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मेले में शांति व्यवस्था के लिए
पुलिस के जवान अपने विभाग के आला अधिकारियों के साथ तैनात रहेंगे जहां
प्रतिवर्ष मेले में लगने वाले भीड़ के मद्देेनजर इस बार भी पुलिस प्रशासन
द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है। जहां पुलिस के जवान मां
खल्लारी के दोनों मंदिरों, मेला महोत्सव स्थल, खल्लारी मेला स्थल, आदि
जगहों में में तैनात रहेंगे।









महासमुंद. महासमुन्द से 25 किमी दक्षिण की ओर
खल्लारी गांव की पहाड़ी के शीर्ष पर खल्लारी माता का मंदिर स्थित है। हर साल
चैत्र मास की पूर्णिमा के अवसर पर वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है।
ऐतिहासिक स्थल खल्लारी में हर वर्ष चैत्र पूर्णिमा में लगने वाला मेला
प्रसिद्ध है। यहां छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र एवं ओडिशा प्रांत से भी
दर्शनार्थी माता का दर्शन एवं मेला का आनंद लेने आते हैं। खल्लारी को
पर्यटन स्थल का दर्जा मिलने के बाद हर वर्ष ज़िला स्तर पर मेला महोत्सव का
आयोजन किया जाता है। कोरोना के चलते खल्लारी मेला महोत्सव नही हुआ ।



मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सुश्री पूजा बंसल ने बताया कि
खल्लारी महोत्सव 2022 का आयोजन 14-17 अप्रैल तक होगा है। मेला कल गुरुवार
14 से18 अप्रैल तक चलेगा । महोत्सव में लोक कला संस्कृति से जुड़े विविध
कार्यक्रम का रात्रिकालिन में होगा। पूरे तीन दिन खल्लारी मेला महोत्सव में
देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा बिखरेगी। बागबाहरा और महासमुंद के
बीच भीमखोज के पास खल्लारी में लगने वाले मेले में इस बार भी बच्चों के
लिए हवाई झूला, चांद तारे झूला, सूपर ड्रेगन,ब्रेक डांस झूला, मिक्की माउस,
बच्चों की वाहन धूम मोटर का विशेष आकर्षण रहेगा।



मां खल्लारी के दरबार में राज्य के कोने-कोने से लोग चैत्र पूर्णिमा
मेले के दिन खल्लारी पहुंचते है। मां खल्लारी की विशेष पूजा अर्चना करते है
तथा चैत्र पूर्णिमा के दिन इस क्षेत्र का माहौल किसी बडे़ त्योहारो से कम
नहीं रहता है। जहां इस दिन हर जगह खल्लारी में लोगों की भारी भीड़ देखने को
मिलती है।



खल्लारी मेला महोत्सव आयोजन जनपद पंचायत बागबाहरा के द्वारा होता है,
जिसमें अब तक छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त लोक कलाकारों के साथ स्थानीय लोक
कलाकारों को आमंत्रित किया जाता रहा है। जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ती थी।
इस बार भी जनपद पंचायत बागबाहरा द्वारा कलाकारों को ही आमंत्रित किया गया
है। जिसके कारण दर्शनार्थी उत्साहित है।



खल्लारी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मेले में शांति व्यवस्था के लिए
पुलिस के जवान अपने विभाग के आला अधिकारियों के साथ तैनात रहेंगे जहां
प्रतिवर्ष मेले में लगने वाले भीड़ के मद्देेनजर इस बार भी पुलिस प्रशासन
द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है। जहां पुलिस के जवान मां
खल्लारी के दोनों मंदिरों, मेला महोत्सव स्थल, खल्लारी मेला स्थल, आदि
जगहों में में तैनात रहेंगे।






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