Health and Family post authorJournalist खबरीलाल LAST UPDATED ON:Friday ,July 08,2022

हिप्स को टोन और पेल्विस को मजबूत करती है सिर्फ यह 1 एक्सरसाइज:

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बॉलीवुड एक्‍ट्रेस शिल्‍पा शेट्टी इंस्‍टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं और अक्‍सर अपनी जिंदगी से जुड़ी झलकियां शेयर करती रहती हैं। वह फिटनेस

फ्रीक एक्‍ट्रेस हैं और अक्सर अपने फैन्‍स को एक्‍सरसाइज करने के लिए प्रेरित करती हैं। हाल ही में शिल्पा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लंदन वेकेशन का एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह बहन शमिता के साथ योगाभ्यास करत नजर आ रही हैं। आज के वीडियो में, उन्होंने मूल रूप से योग पर ध्यान केंद्रित किया जो महिलाओं के प्रजनन अंगों के कार्यों में सुधार करेगा।

शिल्‍पा शेट्टी करती हैं यह योग

दो बच्‍चों की मां शिल्पा अपने फिटनेस रूटीन को हमेशा फॉलो करती हैं और इसे वह कभी भी और कहीं भी कर सकती हैं। सप्ताह की शुरुआत के लिए, शिल्पा ने

बहन शमिता शेट्टी को फिटनेस पार्टनर के रूप में चुना क्योंकि उन्होंने एक साथ योग किया। योग का वीडियो शेयर करते हुए उन्‍होंने कैप्‍शन में लिखा, 'सोमवार की सुबह, और टुंकी और मुंकी इस छुट्टी और लंदन की गर्मियों का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। 'यह एक शानदार कोर वर्कआउट है जो आप यहां देख रहे हैं वह 3 बहुत लंबे मिनटों में से केवल एक मिनट है जिसे हमने लगातार किया था। हम उन एब्स को 4 दिनों तक महसूस कर सकते थे।

गत्यात्मक उत्तानपादासन की विधि

यह आसन संस्कृत के 3 शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें उत्तान का अर्थ 'उठाया', पद का अर्थ 'पैर' और आसन का अर्थ 'मुद्रा' होता है। गत्यात्मक उत्तानपादासन तब होता है जब आप अपने पैरों को हवा में ऊपर उठाते हुए अपने पैरों को आगे-पीछे करते रहती हैं।



  • इस योग मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। 
  • अपने दोनों हाथों को अपने शरीर के पास और हथेलियों को नीचे की ओर रखें।
  • धीरे-धीरे श्वास लेते हुए अपने पैर को फर्श से उठाने की कोशिश करें। 
  • फिर अपने पैरों को फर्श से 60 डिग्री के कोण पर सीधा रखें। 
  • फिर पैरों को आगे और पीछे करते रहें।
  • इससे आपको पेट के निचले हिस्से में प्रेशर महसूस होगा।
  • इस मुद्रा को छोड़ने के लिए सांस छोड़ें और धीरे-धीरे अपने पैरों को फर्श की तरफ नीचे करें। 
  • अंत में गहरी सांस लें और आराम करें।
गत्यात्मक उत्तानपादासन के फायदे

शिल्‍पा शेट्टी ने आगे कैप्‍शन में इसके फायदों के बारे में भी बताया। उनके अनुसार, 'यह पेट के निचले हिस्से के लिए सबसे अच्छे व्यायामों में से एक है क्योंकि यह पेल्विस, कूल्हों, पैरों और पेरिनेम की मसल्‍स को टोन और मजबूत करता है।' 'यह महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है, क्योंकि यह प्रजनन अंगों के कार्य में सुधार करता है और गर्भाशय की दीवारों को मजबूत करता है।' इसके अलावा, यह योग पेट से जुड़ी कई समस्याओं एसिडिटी और अपच को रोकता है। शरीर में मौजूद टॉक्सिन्‍स को बाहर निकालने में भी मदद करता है। रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार करने में मदद कर सकता है। इस आसन के दौरान पेट की चर्बी को कम करने और पेट को अंदर करने में मदद मिलती है। इस आसन को करने से पैरों में सूजन की समस्या से छुटकारा मिलता है।

सावधानी

  • हालांकि, प्रेग्‍नेंसी और पीरियड्स के दौरान इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। 
  • साथ ही पीठ दर्द, स्लिप डिस्क और सर्वाइकल की समस्या से पीड़ित किसी भी महिला को इससे बचना चाहिए।




बॉलीवुड एक्‍ट्रेस शिल्‍पा शेट्टी इंस्‍टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं और अक्‍सर अपनी जिंदगी से जुड़ी झलकियां शेयर करती रहती हैं। वह फिटनेस

फ्रीक एक्‍ट्रेस हैं और अक्सर अपने फैन्‍स को एक्‍सरसाइज करने के लिए प्रेरित करती हैं। हाल ही में शिल्पा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लंदन वेकेशन का एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह बहन शमिता के साथ योगाभ्यास करत नजर आ रही हैं। आज के वीडियो में, उन्होंने मूल रूप से योग पर ध्यान केंद्रित किया जो महिलाओं के प्रजनन अंगों के कार्यों में सुधार करेगा।

शिल्‍पा शेट्टी करती हैं यह योग

दो बच्‍चों की मां शिल्पा अपने फिटनेस रूटीन को हमेशा फॉलो करती हैं और इसे वह कभी भी और कहीं भी कर सकती हैं। सप्ताह की शुरुआत के लिए, शिल्पा ने

बहन शमिता शेट्टी को फिटनेस पार्टनर के रूप में चुना क्योंकि उन्होंने एक साथ योग किया। योग का वीडियो शेयर करते हुए उन्‍होंने कैप्‍शन में लिखा, 'सोमवार की सुबह, और टुंकी और मुंकी इस छुट्टी और लंदन की गर्मियों का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। 'यह एक शानदार कोर वर्कआउट है जो आप यहां देख रहे हैं वह 3 बहुत लंबे मिनटों में से केवल एक मिनट है जिसे हमने लगातार किया था। हम उन एब्स को 4 दिनों तक महसूस कर सकते थे।

गत्यात्मक उत्तानपादासन की विधि

यह आसन संस्कृत के 3 शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें उत्तान का अर्थ 'उठाया', पद का अर्थ 'पैर' और आसन का अर्थ 'मुद्रा' होता है। गत्यात्मक उत्तानपादासन तब होता है जब आप अपने पैरों को हवा में ऊपर उठाते हुए अपने पैरों को आगे-पीछे करते रहती हैं।



  • इस योग मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। 
  • अपने दोनों हाथों को अपने शरीर के पास और हथेलियों को नीचे की ओर रखें।
  • धीरे-धीरे श्वास लेते हुए अपने पैर को फर्श से उठाने की कोशिश करें। 
  • फिर अपने पैरों को फर्श से 60 डिग्री के कोण पर सीधा रखें। 
  • फिर पैरों को आगे और पीछे करते रहें।
  • इससे आपको पेट के निचले हिस्से में प्रेशर महसूस होगा।
  • इस मुद्रा को छोड़ने के लिए सांस छोड़ें और धीरे-धीरे अपने पैरों को फर्श की तरफ नीचे करें। 
  • अंत में गहरी सांस लें और आराम करें।
गत्यात्मक उत्तानपादासन के फायदे

शिल्‍पा शेट्टी ने आगे कैप्‍शन में इसके फायदों के बारे में भी बताया। उनके अनुसार, 'यह पेट के निचले हिस्से के लिए सबसे अच्छे व्यायामों में से एक है क्योंकि यह पेल्विस, कूल्हों, पैरों और पेरिनेम की मसल्‍स को टोन और मजबूत करता है।' 'यह महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है, क्योंकि यह प्रजनन अंगों के कार्य में सुधार करता है और गर्भाशय की दीवारों को मजबूत करता है।' इसके अलावा, यह योग पेट से जुड़ी कई समस्याओं एसिडिटी और अपच को रोकता है। शरीर में मौजूद टॉक्सिन्‍स को बाहर निकालने में भी मदद करता है। रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार करने में मदद कर सकता है। इस आसन के दौरान पेट की चर्बी को कम करने और पेट को अंदर करने में मदद मिलती है। इस आसन को करने से पैरों में सूजन की समस्या से छुटकारा मिलता है।

सावधानी

  • हालांकि, प्रेग्‍नेंसी और पीरियड्स के दौरान इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। 
  • साथ ही पीठ दर्द, स्लिप डिस्क और सर्वाइकल की समस्या से पीड़ित किसी भी महिला को इससे बचना चाहिए।




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