Jaipur: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है.
पवित्र सावन मास में भगवान शिव की पूजा बेहद कल्याणकारी मानी गई है. सावन
का सोमवार भगवान शिव की पूजा और उन्हें प्रसन्न करने के लिए खास माना जाता
है.
अंतिम सोमवार आज
माना
जाता है कि सावन सोमवार पर की गई शिवजी की पूजा कभी व्यर्थ नहीं जाती.
सावन 2022 के तीन सोमवार बीत चुके हैं. सावन का चौथा और अंतिम सोमवार आज 8
अगस्त को पड़ रहा है.
सावन सोमवार की पूजा-विधि
सावन
का समापन 12 अगस्त 2022 को होगा, इससे पहले अब तक सावन के 3 सोमवार बीत
चुके हैं. सावन मास का चौथा और अंतिम सोमवार व्रत आज 8 अगस्त को रखा जाएगा.
इसके अलावा इस दिन सावन मास की पुत्रदा एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा. ऐसे
में इस भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा भी की जाएगी.
सावन मास का चौथा और अंतिम सोमवार
इस
दिन रवि योग का शुभ योग बन रहा है. आज सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगा.
इस शुभ योग में भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत लाभकारी साबित होगा.
सावन सोमवार व्रत पूजा विधि
जो
भक्त सावन सोमवार का व्रत रखते हैं, उन्हें शिवजी की कृपा प्राप्त होती
है. शिवलिंग पर जल, गंगाजल, दूध, दही, भांग, शहद, बेलपत्र जरूर चढ़ाना
चाहिए. इसके बाद शिवलिंग पर चंदन का तिलक करें.
किसी शिवजी स्तोत्र का पाठ कर सकते
शिवलिंग
पर कमल, कनेर या अन्य पीले रंग के फूल अर्पित कर सकते हैं. शिवजी की पूजा
के बाद शिव चालीसा का पाठ करना अच्छा माना गया है. शिवजी के किसी स्तोत्र
का पाठ कर सकते हैं. सावन सोमवार पर शिवजी की पूजा के बाद उनकी आरती करें.
Jaipur: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है.
पवित्र सावन मास में भगवान शिव की पूजा बेहद कल्याणकारी मानी गई है. सावन
का सोमवार भगवान शिव की पूजा और उन्हें प्रसन्न करने के लिए खास माना जाता
है.
अंतिम सोमवार आज
माना
जाता है कि सावन सोमवार पर की गई शिवजी की पूजा कभी व्यर्थ नहीं जाती.
सावन 2022 के तीन सोमवार बीत चुके हैं. सावन का चौथा और अंतिम सोमवार आज 8
अगस्त को पड़ रहा है.
सावन सोमवार की पूजा-विधि
सावन
का समापन 12 अगस्त 2022 को होगा, इससे पहले अब तक सावन के 3 सोमवार बीत
चुके हैं. सावन मास का चौथा और अंतिम सोमवार व्रत आज 8 अगस्त को रखा जाएगा.
इसके अलावा इस दिन सावन मास की पुत्रदा एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा. ऐसे
में इस भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा भी की जाएगी.
सावन मास का चौथा और अंतिम सोमवार
इस
दिन रवि योग का शुभ योग बन रहा है. आज सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगा.
इस शुभ योग में भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत लाभकारी साबित होगा.
सावन सोमवार व्रत पूजा विधि
जो
भक्त सावन सोमवार का व्रत रखते हैं, उन्हें शिवजी की कृपा प्राप्त होती
है. शिवलिंग पर जल, गंगाजल, दूध, दही, भांग, शहद, बेलपत्र जरूर चढ़ाना
चाहिए. इसके बाद शिवलिंग पर चंदन का तिलक करें.
किसी शिवजी स्तोत्र का पाठ कर सकते
शिवलिंग
पर कमल, कनेर या अन्य पीले रंग के फूल अर्पित कर सकते हैं. शिवजी की पूजा
के बाद शिव चालीसा का पाठ करना अच्छा माना गया है. शिवजी के किसी स्तोत्र
का पाठ कर सकते हैं. सावन सोमवार पर शिवजी की पूजा के बाद उनकी आरती करें.