राजधानी के बाद न्यायधानी में दिनों दिन बढ़ रहे हैं अपराध। प्रत्येक अपना पावर, ताकत दिखाने के बहाने कर रहे हैं अपराध। सूत्र बताते है कि रईस जादों, रसूखदारों के खिलाफ पुलिस अपराध कायम करने में लेट लतीफी करती है और इसी कारण अपराध चरम पर जा रहा है। एक युवक जो बीएसएनएल में कार्यरत है वह अपने पत्नी के साथ राखी खरीदने निकला था। सदर बाजार के पास कार चालक शेख अब्बास के सामने युवक की दो पहिया सामने आ जाने के कारण कार चालक युवक को तो पहले थप्पड़ मारा और अपनी ताकत दिखाते हुए उसकी पिटाई करने लगा। युवक की पत्नी उसे न मारने की गुहार लगाती रही फिर भी शेख अब्बास शायद अपना दहशत कायम रखने के लिए युवक को पीटते रहा। सूत्रों के अनुसार वीडियो जब तेजी से हुआ वायरल तो पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और आरोपी शेख अब्बास पर विभिन्न धाराओं पर अपराध कायम कर आरोपी शेख अब्बास का जुलूस निकाला गया और जेल दाखिला किया गया। शेख अब्बास की तरह बहुत लोग हैं जो पैसा, पावर, राजनीतिक गलियारों में आने जाने के कारण खुद को ताकतवर समझने लगे हैं और कानून का भय भी नहीं हैं क्यों कि उन्हें मालूम है जमानत तो होनी ही है। पुलिस को अपने थानांतर्गत मालूम है कि कौन किस तरह का व्यक्ति है। संदेहियों को पकड़कर समझाइस दिया जाए या कड़ी कार्यवाही की बात की जाए। स्तिथियों को देखकर लगता है कि बदमाश, गुंडा तत्त्व के लोगों, राइस जादों पर पुलिस या कानून का कोई भय नहीं है।
राजधानी के बाद न्यायधानी में दिनों दिन बढ़ रहे हैं अपराध। प्रत्येक अपना पावर, ताकत दिखाने के बहाने कर रहे हैं अपराध। सूत्र बताते है कि रईस जादों, रसूखदारों के खिलाफ पुलिस अपराध कायम करने में लेट लतीफी करती है और इसी कारण अपराध चरम पर जा रहा है। एक युवक जो बीएसएनएल में कार्यरत है वह अपने पत्नी के साथ राखी खरीदने निकला था। सदर बाजार के पास कार चालक शेख अब्बास के सामने युवक की दो पहिया सामने आ जाने के कारण कार चालक युवक को तो पहले थप्पड़ मारा और अपनी ताकत दिखाते हुए उसकी पिटाई करने लगा। युवक की पत्नी उसे न मारने की गुहार लगाती रही फिर भी शेख अब्बास शायद अपना दहशत कायम रखने के लिए युवक को पीटते रहा। सूत्रों के अनुसार वीडियो जब तेजी से हुआ वायरल तो पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और आरोपी शेख अब्बास पर विभिन्न धाराओं पर अपराध कायम कर आरोपी शेख अब्बास का जुलूस निकाला गया और जेल दाखिला किया गया। शेख अब्बास की तरह बहुत लोग हैं जो पैसा, पावर, राजनीतिक गलियारों में आने जाने के कारण खुद को ताकतवर समझने लगे हैं और कानून का भय भी नहीं हैं क्यों कि उन्हें मालूम है जमानत तो होनी ही है। पुलिस को अपने थानांतर्गत मालूम है कि कौन किस तरह का व्यक्ति है। संदेहियों को पकड़कर समझाइस दिया जाए या कड़ी कार्यवाही की बात की जाए। स्तिथियों को देखकर लगता है कि बदमाश, गुंडा तत्त्व के लोगों, राइस जादों पर पुलिस या कानून का कोई भय नहीं है।