पेशेवर मुक्केबाजी छत्तीसगढ़ को खेलगढ़ में बदलने का माध्यम बनेगी : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल। ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी मुकाबले 'द जंगल रंबल' का लुत्फ लिया राजधानी के खेल प्रेमियों ने।भारत के मुक्केबाज विजेंदर सिंह के पंच से घाना के एलियासु सुले परास्त।
रायपुर, 17 अगस्त 2022/ राजधानी के बलवीर सिंह जुनेजा स्टेडियम बुधवार की शाम बॉक्सिंग प्रेमियों के शोर से गूंज उठा । मौका था अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी मुकाबले 'द जंगल रंबल' का । इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी बॉक्सिंग का आनंद लिया । उन्होंने कहा कि पेशेवर मुक्केबाजी छत्तीसगढ़ को खेलगढ़ में बदलने का माध्यम बनेगी । उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को एक खेल राज्य ख़ेलगढ़ के रूप में स्थापित करने का प्रयास जारी है । मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह की पेशेवर लड़ाई इस योजना को और मजबूत करेगी। हमें न केवल लोगों को प्रोत्साहित करना है बल्कि छत्तीसगढ़ को खेल की महाशक्ति के रूप में पहचान दिलाने के लिए भी तैयारी करनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन में आकर अच्छा लगा । यह छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक पल है। छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने के प्रयासों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेल अकादमी की स्थापना की गई है और खेलों के लिये अलग से प्राधिकरण भी बनाया गया है। इससे आधारभूत सुविधाओं के विकास और खिलाड़ियों को संवारने के काम एक साथ होगा।श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्रिकेट का रोड सेफ्टी मैच हुआ।कई बड़े खिलाड़ी यहाँ खेले है। लगातार कोशिस हो रही है खेलो को बढ़ावा मिल और युवा खेलो के लिए प्रेरित हो। श्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में खेलो का माहौल बन रहा है । महिला हॉकी में पहले ही राज्य का प्रतिनिधित्व रहा है अब कॉमन वेल्थ गेम्स में हमारी बिटिया आरुषि कश्यप ने बैडमिंटन में मैडल जीत है। तीरंदाजी में संभावनाएं है।ऐसे आयोजनों से राज्य में खेलो को नया आयाम मिलेगा। बॉक्सिंग की इस प्रतियोगिता में सबके आकर्षण का केंद्र पेशेवर भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह और घाना के एलियासु सुले के बीच हुआ मुकाबला रहा। इस मैच में विजेंदर सिंह ने अपने तगड़े पंच से एलियासु सुले को को मात दी । द जंगल रंबल के पांचवें और इस आख़िरी मुकाबले में केवल दो मिनट 17 सेकेंड में ही एलियास को घूल चटा दी। विजेंदर सिंह ने अपने तगड़े पंच से एलियासु सुले को ऐसी चोट दी कि वे वापसी नही कर सकें और विजेंदर को जीत मिली।
पेशेवर मुक्केबाजी छत्तीसगढ़ को खेलगढ़ में बदलने का माध्यम बनेगी : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल। ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी मुकाबले 'द जंगल रंबल' का लुत्फ लिया राजधानी के खेल प्रेमियों ने।भारत के मुक्केबाज विजेंदर सिंह के पंच से घाना के एलियासु सुले परास्त।
रायपुर, 17 अगस्त 2022/ राजधानी के बलवीर सिंह जुनेजा स्टेडियम बुधवार की शाम बॉक्सिंग प्रेमियों के शोर से गूंज उठा । मौका था अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी मुकाबले 'द जंगल रंबल' का । इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी बॉक्सिंग का आनंद लिया । उन्होंने कहा कि पेशेवर मुक्केबाजी छत्तीसगढ़ को खेलगढ़ में बदलने का माध्यम बनेगी । उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को एक खेल राज्य ख़ेलगढ़ के रूप में स्थापित करने का प्रयास जारी है । मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह की पेशेवर लड़ाई इस योजना को और मजबूत करेगी। हमें न केवल लोगों को प्रोत्साहित करना है बल्कि छत्तीसगढ़ को खेल की महाशक्ति के रूप में पहचान दिलाने के लिए भी तैयारी करनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन में आकर अच्छा लगा । यह छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक पल है। छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने के प्रयासों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेल अकादमी की स्थापना की गई है और खेलों के लिये अलग से प्राधिकरण भी बनाया गया है। इससे आधारभूत सुविधाओं के विकास और खिलाड़ियों को संवारने के काम एक साथ होगा।श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्रिकेट का रोड सेफ्टी मैच हुआ।कई बड़े खिलाड़ी यहाँ खेले है। लगातार कोशिस हो रही है खेलो को बढ़ावा मिल और युवा खेलो के लिए प्रेरित हो। श्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में खेलो का माहौल बन रहा है । महिला हॉकी में पहले ही राज्य का प्रतिनिधित्व रहा है अब कॉमन वेल्थ गेम्स में हमारी बिटिया आरुषि कश्यप ने बैडमिंटन में मैडल जीत है। तीरंदाजी में संभावनाएं है।ऐसे आयोजनों से राज्य में खेलो को नया आयाम मिलेगा। बॉक्सिंग की इस प्रतियोगिता में सबके आकर्षण का केंद्र पेशेवर भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह और घाना के एलियासु सुले के बीच हुआ मुकाबला रहा। इस मैच में विजेंदर सिंह ने अपने तगड़े पंच से एलियासु सुले को को मात दी । द जंगल रंबल के पांचवें और इस आख़िरी मुकाबले में केवल दो मिनट 17 सेकेंड में ही एलियास को घूल चटा दी। विजेंदर सिंह ने अपने तगड़े पंच से एलियासु सुले को ऐसी चोट दी कि वे वापसी नही कर सकें और विजेंदर को जीत मिली।