यह तो हम सभी जानते हैं कि भोजन शरीर के लिए ईंधन के रूप में काम करता
है। मतलब, आप जो भी खाते हैं, वह ऊर्जा में बदलता है और फिर आपको कार्य
करने के लिए एनर्जी मिलती है। इस भोजन को एनर्जी में बदलने का काम करता है
आप मेटाबॉलिज्म। मसलन, अगर व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म अच्छा होगा, तो उसके
द्वारा खाया गया भोजन शरीर में फैट के रूप में स्टोर होने की जगह एनर्जी
में बदलेगा, जिससे व्यक्ति खुद को अधिक एक्टिव फील करेगा।
आमतौर पर, लोग मेटाबॉलिज्म के स्लो होने को वजन बढ़ने से जोड़कर देखते
हैं। लेकिन इसका कार्य सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। ब्लड सर्कुलेशन से
लेकर हॉर्मोनल संतुलन जैसे कई कार्यों के लिए शरीर को पर्याप्त एनर्जी की
जरूरत होती है। ऐसे में अगर व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म अच्छा होगा, तो उसके
सभी कार्य आसानी से हो जाएंगे।
साथ ही, थकान, हाई कलेस्ट्रॉल, मांसपेशियों में कमजोरी, ड्राई स्किन और
जोड़ों में सूजन जैसी समस्याओं से भी काफी बचाव होगा। हालांकि, हमारी कुछ
रोजमर्रा की आदतें व गलतियां मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देती हैं। तो चलिए आज
इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में बता रहे हैं-
बहुत देर तक खाना ना खाना
आपने शायद सुना होगा कि लंबे समय तक भोजन ना करना आपके मेटाबॉलिज्म के
लिए बहुत अच्छा नहीं है। जब आप अपने दो मील्स के बीच में बहुत लम्बा गैप
करते हैं या फिर मील्स को स्किप करते हैं तो इससे आपके मेटाबॉलिज्म पर
विपरीत असर पड़ता है। इसलिए इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि आप दिन
में तीन मेन मील्स लेने के अलावा दो मिड मील्स भी अवश्य लें। साथ ही, हर दो
से तीन घंटे के गैप में कुछ ना कुछ अवश्य खाएं। नियमित रूप से ऐसा करने से
कुछ ही दिनों में आपका मेटाबॉलिज्म अधिक बेहतर तरीके से काम करने लगेगा।
अनियमित रूप से मील्स लेना
ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जो भोजन तो करते हैं, लेकिन अपने मील्स को
लेकर वह रेग्युलर नहीं रहते हैं। कभी वह सुबह-सुबह नाश्ता करते हैं तो कभी
दोपहर तक कुछ खाते नहीं है। भले ही आप दिन में तीन मेन मील्स लेते हैं,
लेकिन फिर भी उसकी टाइमिंग को लेकर आपको थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। मसलन, अगर
आप रात में दस बजे सोते हैं तो आपको सात-आठ बजे तक अपना डिनर कर लेना
चाहिए। अगर आप 9:30 डिनर करेंगे तो इससे भी आपका मेटाबॉलिज्म प्रभावित
होगा।
पर्याप्त रूप से ना खाना
कुछ महिलाएं अपना वजन कम करने के चक्कर में डाइटिंग करने लग जाती हैं,
जिससे वह आवश्यकता से बहुत कम खाती हैं। हालांकि, डाइटिंग को भी सही तरह से
करना बेहद आवश्यक है। बहुत कम खाना अनजाने में आपके मेटाबॉलिज्म को स्लो
कर सकता है। इसलिए, अगर आप वजन कम करना चाहती हैं तो ऐसे में बैलेंस डाइट
लेने की कोशिश करें। अगर आप स्पीड वेट लॉस चाहती हैं तो ऐसे में किसी
डाइटीशियन की सलाह पर ही कोई भी डाइट या वेट लॉस प्रोग्राम फॉलो करें।
प्रोटीन को अनदेखा करना
आपके शरीर को विभिन्न मैक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन
और वसा को प्रोसेस करने के लिए अलग-अलग मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती
है। साथ ही, प्रोटीन ना केवल आपके मसल मास को बढ़ाने में मदद करता है,
बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देता है। लेकिन बहुत से लोग अपने डेली
प्रोटीन इनटेक पर ध्यान नहीं देते हैं। जिससे उनका मेटाबॉलिज्म उतना अच्छी
तरह काम नहीं करता है, जैसा कि उसे करना चाहिए।
यह तो हम सभी जानते हैं कि भोजन शरीर के लिए ईंधन के रूप में काम करता
है। मतलब, आप जो भी खाते हैं, वह ऊर्जा में बदलता है और फिर आपको कार्य
करने के लिए एनर्जी मिलती है। इस भोजन को एनर्जी में बदलने का काम करता है
आप मेटाबॉलिज्म। मसलन, अगर व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म अच्छा होगा, तो उसके
द्वारा खाया गया भोजन शरीर में फैट के रूप में स्टोर होने की जगह एनर्जी
में बदलेगा, जिससे व्यक्ति खुद को अधिक एक्टिव फील करेगा।
आमतौर पर, लोग मेटाबॉलिज्म के स्लो होने को वजन बढ़ने से जोड़कर देखते
हैं। लेकिन इसका कार्य सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। ब्लड सर्कुलेशन से
लेकर हॉर्मोनल संतुलन जैसे कई कार्यों के लिए शरीर को पर्याप्त एनर्जी की
जरूरत होती है। ऐसे में अगर व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म अच्छा होगा, तो उसके
सभी कार्य आसानी से हो जाएंगे।
साथ ही, थकान, हाई कलेस्ट्रॉल, मांसपेशियों में कमजोरी, ड्राई स्किन और
जोड़ों में सूजन जैसी समस्याओं से भी काफी बचाव होगा। हालांकि, हमारी कुछ
रोजमर्रा की आदतें व गलतियां मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देती हैं। तो चलिए आज
इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में बता रहे हैं-
बहुत देर तक खाना ना खाना
आपने शायद सुना होगा कि लंबे समय तक भोजन ना करना आपके मेटाबॉलिज्म के
लिए बहुत अच्छा नहीं है। जब आप अपने दो मील्स के बीच में बहुत लम्बा गैप
करते हैं या फिर मील्स को स्किप करते हैं तो इससे आपके मेटाबॉलिज्म पर
विपरीत असर पड़ता है। इसलिए इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि आप दिन
में तीन मेन मील्स लेने के अलावा दो मिड मील्स भी अवश्य लें। साथ ही, हर दो
से तीन घंटे के गैप में कुछ ना कुछ अवश्य खाएं। नियमित रूप से ऐसा करने से
कुछ ही दिनों में आपका मेटाबॉलिज्म अधिक बेहतर तरीके से काम करने लगेगा।
अनियमित रूप से मील्स लेना
ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जो भोजन तो करते हैं, लेकिन अपने मील्स को
लेकर वह रेग्युलर नहीं रहते हैं। कभी वह सुबह-सुबह नाश्ता करते हैं तो कभी
दोपहर तक कुछ खाते नहीं है। भले ही आप दिन में तीन मेन मील्स लेते हैं,
लेकिन फिर भी उसकी टाइमिंग को लेकर आपको थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। मसलन, अगर
आप रात में दस बजे सोते हैं तो आपको सात-आठ बजे तक अपना डिनर कर लेना
चाहिए। अगर आप 9:30 डिनर करेंगे तो इससे भी आपका मेटाबॉलिज्म प्रभावित
होगा।
पर्याप्त रूप से ना खाना
कुछ महिलाएं अपना वजन कम करने के चक्कर में डाइटिंग करने लग जाती हैं,
जिससे वह आवश्यकता से बहुत कम खाती हैं। हालांकि, डाइटिंग को भी सही तरह से
करना बेहद आवश्यक है। बहुत कम खाना अनजाने में आपके मेटाबॉलिज्म को स्लो
कर सकता है। इसलिए, अगर आप वजन कम करना चाहती हैं तो ऐसे में बैलेंस डाइट
लेने की कोशिश करें। अगर आप स्पीड वेट लॉस चाहती हैं तो ऐसे में किसी
डाइटीशियन की सलाह पर ही कोई भी डाइट या वेट लॉस प्रोग्राम फॉलो करें।
प्रोटीन को अनदेखा करना
आपके शरीर को विभिन्न मैक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन
और वसा को प्रोसेस करने के लिए अलग-अलग मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती
है। साथ ही, प्रोटीन ना केवल आपके मसल मास को बढ़ाने में मदद करता है,
बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देता है। लेकिन बहुत से लोग अपने डेली
प्रोटीन इनटेक पर ध्यान नहीं देते हैं। जिससे उनका मेटाबॉलिज्म उतना अच्छी
तरह काम नहीं करता है, जैसा कि उसे करना चाहिए।