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अगस्त को गणेश चतुर्थी है। भगवान श्रीगणेश का जन्मोत्सव 10 दिनों तक चलता
है। गणेशोत्सव के मौके पर गणेश मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त बप्पा के
दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा
रहे हैं जहां बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े अर्जी लगाने गणपति मंदिर
पहुंचते हैं।
मान्यता
है कि गणपति बप्पा प्रेमी जोड़ों की नैया पार लगाते हैं। यही कारण है कि
इस मंदिर को 'इश्किया गणेश' के नाम से जाना जाता है।
इश्किया गणेश मंदिर राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। कहा जाता है कि यह मंदिर 100 साल पुराना है।
मान्यता है कि इस मंदिर में अगर कोई प्रेमी जोड़ा आकर दर्शन करता है तो उसका प्रेम बप्पा की कृपा से जरूर पूरा होता है।
कहा जाता है कि इस चमत्कारी मंदिर में गणपति के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती है।
इसके अलावा जिन लोगों की शादी में बाधाएं आती हैं, वे भी भगवान श्रीगणेश के दर्शन के लिए आते हैं।
स्थानीय
लोगों की मानें तो अगर कोई प्रेमी जोड़ा भगवान गणेश के इस मंदिर में आता
है, तो उसकी मुराद अवश्य पूरी होती है। बप्पा का धन्यवाद करने के लिए भी
बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
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अगस्त को गणेश चतुर्थी है। भगवान श्रीगणेश का जन्मोत्सव 10 दिनों तक चलता
है। गणेशोत्सव के मौके पर गणेश मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त बप्पा के
दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा
रहे हैं जहां बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े अर्जी लगाने गणपति मंदिर
पहुंचते हैं।
मान्यता
है कि गणपति बप्पा प्रेमी जोड़ों की नैया पार लगाते हैं। यही कारण है कि
इस मंदिर को 'इश्किया गणेश' के नाम से जाना जाता है।
इश्किया गणेश मंदिर राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। कहा जाता है कि यह मंदिर 100 साल पुराना है।
मान्यता है कि इस मंदिर में अगर कोई प्रेमी जोड़ा आकर दर्शन करता है तो उसका प्रेम बप्पा की कृपा से जरूर पूरा होता है।
कहा जाता है कि इस चमत्कारी मंदिर में गणपति के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती है।
इसके अलावा जिन लोगों की शादी में बाधाएं आती हैं, वे भी भगवान श्रीगणेश के दर्शन के लिए आते हैं।
स्थानीय
लोगों की मानें तो अगर कोई प्रेमी जोड़ा भगवान गणेश के इस मंदिर में आता
है, तो उसकी मुराद अवश्य पूरी होती है। बप्पा का धन्यवाद करने के लिए भी
बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।