बीजापुर. जनपद पंचायत
भैरमगढ़ के ग्राम पंचायत कुटरू और जनपद पंचायत बीजापुर की ग्राम पंचायत
नैमेड़ में गुरुवार को बैंक लिंकेज कैम्प का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल
16 समूह का दस्तावेज पूर्ण कर बैंक लिंकेज कराकर प्रकरण स्वीकृति किया
गया।बैंक के अधिकारियों ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को समूह लेनदेन,
ऋणवापसी , बीमा, दोहरीकरण,अटल पेंशन योजना के बारे में जानकारी दी।
भैरमगढ़ विकासखंड परियोजना प्रबंधक रोहित शोरी ने बताया कि कुटरू में
लक्ष्मी स्व सहायता समूह-पाता कुटरू,.माँ दन्तेश्वरी स्व सहायता
समूह-तुमला, मोंगरा स्व सहायता समूह-मंगापेटा, कमलफूल स्व सहायता समूह
ऐरामांगी, माँ दुर्गा स्व सहायता समूह केतुलनार, सीता स्व सहायता समूह
कुटरू, गौरी स्व सहायता समूह मंडेम, गायत्री स्व सहायता समूह गुदमा का बैंक
लिंकेज किया गया है। बैक लिंकेज होने से एसएचजी महिलाओं की आजीविका
संवर्धन हेतु और अधिक राषि की आवश्यकता होने पर बैंको से कम ब्याज दर पर
लोन मिल पाएगा।
सहायक परियोजना अधिकारी मनीष सोनवानी ने बताया कि जिले में स्व-सहायता
समूह विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कर सफलतापूर्वक अपनी आजीविका चला रहे
है। इसमें स्व-सहायता समूह समयानुसार ऋण वापसी कर रहे है, जिससे बैंक भी
उत्साहित है व समूहों की मांग अनुसार ऋण प्रदान कर रहे है।
बीजापुर. जनपद पंचायत
भैरमगढ़ के ग्राम पंचायत कुटरू और जनपद पंचायत बीजापुर की ग्राम पंचायत
नैमेड़ में गुरुवार को बैंक लिंकेज कैम्प का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल
16 समूह का दस्तावेज पूर्ण कर बैंक लिंकेज कराकर प्रकरण स्वीकृति किया
गया।बैंक के अधिकारियों ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को समूह लेनदेन,
ऋणवापसी , बीमा, दोहरीकरण,अटल पेंशन योजना के बारे में जानकारी दी।
भैरमगढ़ विकासखंड परियोजना प्रबंधक रोहित शोरी ने बताया कि कुटरू में
लक्ष्मी स्व सहायता समूह-पाता कुटरू,.माँ दन्तेश्वरी स्व सहायता
समूह-तुमला, मोंगरा स्व सहायता समूह-मंगापेटा, कमलफूल स्व सहायता समूह
ऐरामांगी, माँ दुर्गा स्व सहायता समूह केतुलनार, सीता स्व सहायता समूह
कुटरू, गौरी स्व सहायता समूह मंडेम, गायत्री स्व सहायता समूह गुदमा का बैंक
लिंकेज किया गया है। बैक लिंकेज होने से एसएचजी महिलाओं की आजीविका
संवर्धन हेतु और अधिक राषि की आवश्यकता होने पर बैंको से कम ब्याज दर पर
लोन मिल पाएगा।
सहायक परियोजना अधिकारी मनीष सोनवानी ने बताया कि जिले में स्व-सहायता
समूह विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कर सफलतापूर्वक अपनी आजीविका चला रहे
है। इसमें स्व-सहायता समूह समयानुसार ऋण वापसी कर रहे है, जिससे बैंक भी
उत्साहित है व समूहों की मांग अनुसार ऋण प्रदान कर रहे है।