23 लाख की आबादी वाले झेजियांग प्रांत में मंगलवार को तक कोरोना
वायरस के 2,10,000 मामले दर्ज किए गए थे। स्थानीय सरकार ने कहा है कि कोविड
को लेकर कड़े नियमों में ढील के बाद देश में संक्रमण के तेजी से फैलने के
संकेत हैं। कोरोना पाबंदियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद चीन की सरकार
ने इसा साल सात दिसंबर को अपनी जीरो कोविड नीति में ढील देने का फैसला किया
था।
झेजियांग प्रांत के क्यूझोउ शहर में 21 दिसंबर को एक दिन में
सबसे अधिक 25,375 मामले सामने आए थे। अगर सात दिसंबर के मामलों से इसकी
तुलना की जाए तो केस में 384 गुना की वृद्धि हुई है। सात दिसंबर को केवल 66
मामले दर्ज किए गए थे। कूझोऊ म्युनिसिपल हेल्थ कमीशन के लिआयो लिजुन ने
कहा है कि दिसंबर के अंत में शहर में कोरोना के मामले चरम पर होंगे। जनवरी
की शुरुआत में सबसे ज्यादा मामले मिल सकते हैं।
ऑमिक्रॉन के कई वैरिएंट एक साथ फैल रहे
रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर में एक ही समय में ओमिक्रॉन के कई
वैरिएंट प्रसारित हो रहे हैं। मुख्य रूप से BA.5.2 और BF.7 के मामलों में
बढ़ोतरी हुई जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। बता दें कि चीन में फिलहाल
कोरोना वायरस के इतने ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं कि अस्पताल पूरी तरह से
फुल हो चुके हैं। यहां तक का श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइन
लगी है और एक-एक सप्ताह का वेटिंग जल रहा है। इससे जुड़ी कई मीडिया
रिपोर्ट भी सामने आ चुकी हैं।
पर्यटन के लिए जारी करेगा पासपोर्ट
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच चीन की सरकार ने कहा है कि
वह पर्यटन के लिए पासपोर्ट जारी करना फिर शुरू करेगी। देश ने कोरोना वायरस
को नियंत्रित करने के लिए करीब तीन साल तक खुद को अलग थलग किया हुआ था।
सरकार के इस कदम के बाद संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने नव वर्ष के
मौके पर बड़ी संख्या में चीन के लोग विदेश जा सकते हैं।
कोरोना केस बढ़े फिर भी पाबंदी हटाई
मंगलवार को लिए गए फैसले के बाद चीन के नागरिक 22 जनवरी 2023 से
शुरू हो रहे चंद्र नव वर्ष के मौके पर एशिया और यूरोप के पर्यटन स्थलों का
रूख कर सकते हैं। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने की आशंका है,
क्योंकि चीन फिलहाल कोविड की लहर से जूझ रहा है। चीन ने कोविड महामारी को
नियंत्रित करने के कड़े उपायों के तहत 2020 के शुरू में विदेशियों को वीजा
और अपने नागरिकों को पासपोर्ट जारी करना बंद कर दिया था।