भारत के कई शहरों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंडी हवाओं के दौरान,
क्षेत्र के लिए तापमान सामान्य से काफी नीचे गिर सकता है, जिसकी वजह से
भारी कोहरा या बर्फिली जगहों में स्नोफॉल होता है। नए साल का स्वागत करने
के लिए कड़कड़ाती ठंड में बाहर निकलने से पहले अपनी हेल्थ पर ध्यान देना
जरूरी है। ठंडी हवाओं से खुद को बचाने के लिए इन तरीकों को अपनाएं।
ठंड से इस तरह रखें खुद का ख्याल
1) कपड़ों की करें लेयरिंग
अपने आप को ठंड़ी हवाओं से बचाए रखने के सबसे असरदार तरीकों में
से एक कपड़ों की लेयरिंग करना है। ऐसा करने पर शरीर में गर्मी बन रहती है
और आपके शरीर को गर्म रखने में मदद मिलती है। अपने सिर, हाथों और गर्दन को
गर्म रखने के लिए टोपी, दस्ताने और स्कार्फ पहनना जरूरी है।
2) खुद को रखें ड्राई
गीले कपड़े आपको ठंडक का अहसास करा सकते हैं, इसलिए कोशिश करें
कि सूखे रहने के लिए वाटरप्रूफ बाहरी परत पहनें और उन एक्टिविटी से बचें
जिनसे आपको पसीना आता हो। अगर किसी वजह से आपके कपड़े बारिश या किसी और वजह
से भीग जाते हैं तो जल्द से जल्द बदल लें।
3) घर को गर्म रखें
ध्यान रखें कि आपका घर अच्छी तरह से इंसुलेटेड और ड्राफ्ट-फ्री
है। इसी के साथ थर्मोस्टेट को एक आरामदायक तापमान पर सेट रखें। ठंड से खुद
को बचाए रखने के लिए रात में पर्दे बंद करें, और ड्राफ्ट को बाहर रखने के
लिए दरवाजे और खिड़कियों पर ड्राफ्ट स्टॉपर्स का इस्तेमाल करें।
4) हाइड्रेटेड रहें
सर्दियों के मौसम में भी डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं
क्योंकि ठंड के मौसम में आपको स्वाभाविक रूप से प्यास नहीं लगती है। न केवल
हर दिन 7-8 गिलास पानी पीना जरूरी है, बल्कि अपने खाने में फलों, सब्जियों
और सूप जैसे हाइड्रेटिंग खाने को भी शामिल करें। डिहाइड्रेशन के कारण भी
आपको ज्यादा ठंड महसूस हो सकती है।
5) सही चीजें खाएं
अपने शरीर को गर्म और एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करने के लिए
गर्म, पौष्टिक खाना और स्नैक्स खाएं। शराब और कैफीन से बचें, क्योंकि वे
आपको डिहाईड्रेट कर सकते हैं और आपको ठंडा महसूस करा सकते हैं।
फ्रॉस्टबाइट, हाइपोथर्मिया के लक्षणों के बारे में रखें जानकारी
हाइपोथर्मिया एक खतरनाक स्थिति है जिसमें आपके शरीर का तापमान
सामान्य से नीचे गिर जाता है। कंपकंपी, कंफ्यूजन, बोलने में अटकना, और थकान
इसके लक्षणों में से एक हैं। फ्रॉस्टबाइट ठंड से संबंधित बीमारी है जो
स्किन और टिशू के जमने के कारण होती है। सुन्नता, झुनझुनी, और पीली या
नीली-भूरी स्किन इसके लक्षणों में से हैं। अगर आपको या आपके किसी जानने
वाले को ये लक्षण हैं, तो तुरंत एक बार डॉक्टर से सलाह लें।
भारत के कई शहरों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंडी हवाओं के दौरान,
क्षेत्र के लिए तापमान सामान्य से काफी नीचे गिर सकता है, जिसकी वजह से
भारी कोहरा या बर्फिली जगहों में स्नोफॉल होता है। नए साल का स्वागत करने
के लिए कड़कड़ाती ठंड में बाहर निकलने से पहले अपनी हेल्थ पर ध्यान देना
जरूरी है। ठंडी हवाओं से खुद को बचाने के लिए इन तरीकों को अपनाएं।
ठंड से इस तरह रखें खुद का ख्याल
1) कपड़ों की करें लेयरिंग
अपने आप को ठंड़ी हवाओं से बचाए रखने के सबसे असरदार तरीकों में
से एक कपड़ों की लेयरिंग करना है। ऐसा करने पर शरीर में गर्मी बन रहती है
और आपके शरीर को गर्म रखने में मदद मिलती है। अपने सिर, हाथों और गर्दन को
गर्म रखने के लिए टोपी, दस्ताने और स्कार्फ पहनना जरूरी है।
2) खुद को रखें ड्राई
गीले कपड़े आपको ठंडक का अहसास करा सकते हैं, इसलिए कोशिश करें
कि सूखे रहने के लिए वाटरप्रूफ बाहरी परत पहनें और उन एक्टिविटी से बचें
जिनसे आपको पसीना आता हो। अगर किसी वजह से आपके कपड़े बारिश या किसी और वजह
से भीग जाते हैं तो जल्द से जल्द बदल लें।
3) घर को गर्म रखें
ध्यान रखें कि आपका घर अच्छी तरह से इंसुलेटेड और ड्राफ्ट-फ्री
है। इसी के साथ थर्मोस्टेट को एक आरामदायक तापमान पर सेट रखें। ठंड से खुद
को बचाए रखने के लिए रात में पर्दे बंद करें, और ड्राफ्ट को बाहर रखने के
लिए दरवाजे और खिड़कियों पर ड्राफ्ट स्टॉपर्स का इस्तेमाल करें।
4) हाइड्रेटेड रहें
सर्दियों के मौसम में भी डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं
क्योंकि ठंड के मौसम में आपको स्वाभाविक रूप से प्यास नहीं लगती है। न केवल
हर दिन 7-8 गिलास पानी पीना जरूरी है, बल्कि अपने खाने में फलों, सब्जियों
और सूप जैसे हाइड्रेटिंग खाने को भी शामिल करें। डिहाइड्रेशन के कारण भी
आपको ज्यादा ठंड महसूस हो सकती है।
5) सही चीजें खाएं
अपने शरीर को गर्म और एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करने के लिए
गर्म, पौष्टिक खाना और स्नैक्स खाएं। शराब और कैफीन से बचें, क्योंकि वे
आपको डिहाईड्रेट कर सकते हैं और आपको ठंडा महसूस करा सकते हैं।
फ्रॉस्टबाइट, हाइपोथर्मिया के लक्षणों के बारे में रखें जानकारी
हाइपोथर्मिया एक खतरनाक स्थिति है जिसमें आपके शरीर का तापमान
सामान्य से नीचे गिर जाता है। कंपकंपी, कंफ्यूजन, बोलने में अटकना, और थकान
इसके लक्षणों में से एक हैं। फ्रॉस्टबाइट ठंड से संबंधित बीमारी है जो
स्किन और टिशू के जमने के कारण होती है। सुन्नता, झुनझुनी, और पीली या
नीली-भूरी स्किन इसके लक्षणों में से हैं। अगर आपको या आपके किसी जानने
वाले को ये लक्षण हैं, तो तुरंत एक बार डॉक्टर से सलाह लें।