नौकरी के लिए इंटरव्यू देने, स्कूल के पहले दिन, एग्जाम से पहले अधिकांश
लोगों को डर और घबराहट महसूस होने लगती है। कभी-कभी चिंता या एंग्जायटी
होना आम बात है, लेकिन अगर आप अक्सर इससे पीड़ित रहती हैं, तो आप एंग्जायटी
डिसऑर्डर का शिकार हैं। आज के समय में ज्यादातर लोग जिस तरह का लाइफस्टाइल
जी रहे हैं, उनका तनाव या मानसिक समस्याओं से घिरे रहना आम बात है। जिसकी
वजह से कई बार व्यक्ति एंग्जाइटी की समस्या का शिकार हो रहा है।
एंग्जाइटी की समस्या से निजात पाने के लिए उसका समय रहते इलाज
बेहद जरूरी है, वरना ये मानसिक समस्या के साथ-साथ कई अन्य शारीरिक समस्याओं
को भी जन्म दे सकता है। ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के आसान उपायों
के बारे में जानने के लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंगकी संस्थापक और निदेशक व
साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी तुगनैत से बात की, आइए जानते हैं एक्सपर्ट के
अनुसार कैसे डील करें एंग्जाइटी की समस्या।
एंग्जाइटी की समस्या को डील करने के उपाय-
1 - एंग्जाइटी की समस्या से निपटने के लिए सबसे सबसे पहले इस बात
का पता लगाने की कोशिश करें कि कौन सी ऐसी बात या परिस्थिति है, जिसके कारण
आपको एंग्जाइटी महसूस हो रही है। हो सकता है कि आपका ऐसा कोई काम जैसे-
स्मोकिंग, कैफीन, अल्कोहल आदि के कारण ये समस्या हो सकती है। ऐसे में सबसे
पहले जड़ का पता लगाएं और इससे दूर करने की कोशिश करें।
2 - एंग्जाइटी की समस्या होने पर नियमित रूप से
योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। 15 मिनट योग या 15 मिनट की वॉक,
आपके बेहद काम आ सकती है. कभी-कभी एंग्जाइटी की समस्या अकेलेपन के लक्षणों
में से एक हैं। ऐसे में आप इस समस्या से लड़ने के लिए परिवार वाले या
दोस्तों की मदद ले सकते हैं। आप कुछ समय अपने दोस्तों और परिवार वालों के
लिए निकालें और उनसे बातचीत करें। हो सके तो उन्हें अपनी परेशानी शेयर
करें। इससे न केवल परेशानी कम होगी बल्कि आप अच्छे से लड़ पाएंगे।
एंग्जाइटी के कारण होने वाले प्रभावों को कम करने के लिए खुद के लिए
रोजाना समय निकालकर कम से कम एक पॉजिटीव एक्टिविटी करना बेहद जरूरी होता
है।
3 - कभी-कभी हम अपनी बात को दूसरों के सामने
रखने से कतराते हैं। यदि आप भी उन लोगों में से एक हैं तो बता दें कि आप
अपनी परेशानियां या एंग्जाइटी के कारण दिमाग में आने वाले नकारात्मक
विचारों को पेपर पर लिखें। ऐसा करने से आप खुद को हल्का महसूस करेंगे।
4 - गहरी लंबी सांस लेने से भी एंग्जाइटी की
समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जैसा कि हमने पहले भी बताया
एंग्जाइटी होने पर व्यक्ति की हार्ट बीट बढ़ जाती हैं। साथ ही वो जल्दी
जल्दी सांस लेने लगता है। ऐसे में आप 1 से 4 तक काउंट करें और गहरी लंबी
सांस लें। ऐसा करने से आप अपने हार्टबीट को नियंत्रित कर सकते हैं।
5 - एंग्जाइटी की समस्या मानसिक रूप से शरीर पर
नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। ऐसे में आप समय रहते थेरेपिस्ट से संपर्क
करें और उन्हें अपनी बीमारी के बारे में बताएं। ऐसा करने से काफी हद तक
अपने लक्षणों को कम कर सकते हैं। थेरेपिस्ट अपनी थेरेपी के माध्यम से
एंग्जाइटी को जड़ों से खत्म कर सकते हैं।
नौकरी के लिए इंटरव्यू देने, स्कूल के पहले दिन, एग्जाम से पहले अधिकांश
लोगों को डर और घबराहट महसूस होने लगती है। कभी-कभी चिंता या एंग्जायटी
होना आम बात है, लेकिन अगर आप अक्सर इससे पीड़ित रहती हैं, तो आप एंग्जायटी
डिसऑर्डर का शिकार हैं। आज के समय में ज्यादातर लोग जिस तरह का लाइफस्टाइल
जी रहे हैं, उनका तनाव या मानसिक समस्याओं से घिरे रहना आम बात है। जिसकी
वजह से कई बार व्यक्ति एंग्जाइटी की समस्या का शिकार हो रहा है।
एंग्जाइटी की समस्या से निजात पाने के लिए उसका समय रहते इलाज
बेहद जरूरी है, वरना ये मानसिक समस्या के साथ-साथ कई अन्य शारीरिक समस्याओं
को भी जन्म दे सकता है। ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के आसान उपायों
के बारे में जानने के लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंगकी संस्थापक और निदेशक व
साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी तुगनैत से बात की, आइए जानते हैं एक्सपर्ट के
अनुसार कैसे डील करें एंग्जाइटी की समस्या।
एंग्जाइटी की समस्या को डील करने के उपाय-
1 - एंग्जाइटी की समस्या से निपटने के लिए सबसे सबसे पहले इस बात
का पता लगाने की कोशिश करें कि कौन सी ऐसी बात या परिस्थिति है, जिसके कारण
आपको एंग्जाइटी महसूस हो रही है। हो सकता है कि आपका ऐसा कोई काम जैसे-
स्मोकिंग, कैफीन, अल्कोहल आदि के कारण ये समस्या हो सकती है। ऐसे में सबसे
पहले जड़ का पता लगाएं और इससे दूर करने की कोशिश करें।
2 - एंग्जाइटी की समस्या होने पर नियमित रूप से
योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। 15 मिनट योग या 15 मिनट की वॉक,
आपके बेहद काम आ सकती है. कभी-कभी एंग्जाइटी की समस्या अकेलेपन के लक्षणों
में से एक हैं। ऐसे में आप इस समस्या से लड़ने के लिए परिवार वाले या
दोस्तों की मदद ले सकते हैं। आप कुछ समय अपने दोस्तों और परिवार वालों के
लिए निकालें और उनसे बातचीत करें। हो सके तो उन्हें अपनी परेशानी शेयर
करें। इससे न केवल परेशानी कम होगी बल्कि आप अच्छे से लड़ पाएंगे।
एंग्जाइटी के कारण होने वाले प्रभावों को कम करने के लिए खुद के लिए
रोजाना समय निकालकर कम से कम एक पॉजिटीव एक्टिविटी करना बेहद जरूरी होता
है।
3 - कभी-कभी हम अपनी बात को दूसरों के सामने
रखने से कतराते हैं। यदि आप भी उन लोगों में से एक हैं तो बता दें कि आप
अपनी परेशानियां या एंग्जाइटी के कारण दिमाग में आने वाले नकारात्मक
विचारों को पेपर पर लिखें। ऐसा करने से आप खुद को हल्का महसूस करेंगे।
4 - गहरी लंबी सांस लेने से भी एंग्जाइटी की
समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जैसा कि हमने पहले भी बताया
एंग्जाइटी होने पर व्यक्ति की हार्ट बीट बढ़ जाती हैं। साथ ही वो जल्दी
जल्दी सांस लेने लगता है। ऐसे में आप 1 से 4 तक काउंट करें और गहरी लंबी
सांस लें। ऐसा करने से आप अपने हार्टबीट को नियंत्रित कर सकते हैं।
5 - एंग्जाइटी की समस्या मानसिक रूप से शरीर पर
नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। ऐसे में आप समय रहते थेरेपिस्ट से संपर्क
करें और उन्हें अपनी बीमारी के बारे में बताएं। ऐसा करने से काफी हद तक
अपने लक्षणों को कम कर सकते हैं। थेरेपिस्ट अपनी थेरेपी के माध्यम से
एंग्जाइटी को जड़ों से खत्म कर सकते हैं।