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नगर निगम हेरिटेज में औचक निरीक्षण करने पहुंची टीम, चैम्बरों में लाइटें, हीटर ऑन मिले:

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सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी-अधिकारी अपने काम को लेकर कितने जिम्मेदार है।
इस दावे की पोल आज राज्य प्रशासनिक सुधार विभाग की टीम के औचक निरीक्षण
में खुल गई। जयपुर नगर निगम हेरिटेज में आज टीम के 7 लोगों ने औचक निरीक्षण
किया तो वहां 75 फीसदी कर्मचारी-अधिकारी गैरहाजिर मिले। इसमें बड़ी बात ये
है कि यहां टीम को एक भी राजपत्रित (गजेटेड ऑफिसर) रैंक का अधिकारी उपस्थित
नहीं मिला, जबकि उनके चैम्बर में लाइट, हीटर ऑन मिले।

प्रशासनिक सुधार विभाग के डिप्टी सेक्रेट्री कल्ला राम मीणा के नेतृत्व में
टीम आज नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय सुबह 9:30 बजे पहुंची तो देखा पूरा ऑफिस
खाली पड़ा है। नगर निगम हैरिटेज के मुखिया (कमिश्नर) विश्राम मीणा का भी
चैम्बर खाली मिला। खुद कमिश्नर करीब दोपहर 10:30 बजे मुख्यालय पहुंचे।
अधीक्षण अभियंता (सिविल), विधानसभा प्रकोष्ठ, डिप्टी कमिश्नर विजिलेंस,
एडिश्नल चीफ इंजीनीयर और डिप्टी कमिश्नर कार्मिक के चैम्बर खुले मिले, जहां
लाइटें ऑन थी। इनमें से कुछ अधिकारियों के चैम्बर में हीटर भी पहले से ऑन
मिले। वहीं असिस्टेंट टाउन प्लानर (एटीपी), विजीलेंस इंस्पेक्टर के चैम्बर
पर तो ताला जड़ा मिला। औचक निरीक्षण करने वाली टीम को लीड कर रहे कल्ला राम
मीणा ने बताया कि हमने सभी कर्मचारियों की 9:45 बजे तक की जब बायोमेट्रिक
अटेंडेंस की रिपोर्ट निकलवाई तो उसमें 489 कर्मचारी-अधिकारियों में से 360
गैर हाजिर मिले। इसकी रिपोर्ट बनाकर हम प्रिंसीपल सेक्रेट्री प्रशासनिक
सुधार को भेजी जाएगी।

9:40 तक उपस्थिति दर्ज करना जरूरी
मीणा ने बताया कि
नगर निगम हेरिटेज के कार्मिक विभाग ने कर्मचारियों-अधिकारियों की उपस्थिति
और उनके वर्किंग को लेकर जो दिशा-निर्देश जारी कर रखे है उसके तहत सभी
कर्मचारी-अधिकारी को सुबह 9:40 बजे तक अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन में
दर्ज करवानी अनिवार्य है, जबकि कर्मचारियों के पहुंचने के लिए 9:30 बजे का
समय निर्धारित है। इस दौरान कोई कर्मचारी 20 मिनट लेट होता है तो उसे उस
सप्ताह के वर्किंग-डे के दिन 20 मिनट अतिरिक्त काम करके उसकी पूर्ति करनी
होती है।

10 बजे बाद आने पर लगती है हाफ-डे
नियमों के तहत अगर
कोई कर्मचारी 10 बजे बाद आकर अपनी हाजिरी लगाता है या शाम को 5 बजे से पहले
निकल जाता है तो उसकी उस दिन की हाफ-डे लगाई जाती है। निगम में
कर्मचारियों के लिए वर्किंग ऑवर्स सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक निर्धारित है।
इसमें 30 मिनट का (दोपहर 1:30 से 2 बजे) तक का लंच अवधि शामिल है।


सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी-अधिकारी अपने काम को लेकर कितने जिम्मेदार है।
इस दावे की पोल आज राज्य प्रशासनिक सुधार विभाग की टीम के औचक निरीक्षण
में खुल गई। जयपुर नगर निगम हेरिटेज में आज टीम के 7 लोगों ने औचक निरीक्षण
किया तो वहां 75 फीसदी कर्मचारी-अधिकारी गैरहाजिर मिले। इसमें बड़ी बात ये
है कि यहां टीम को एक भी राजपत्रित (गजेटेड ऑफिसर) रैंक का अधिकारी उपस्थित
नहीं मिला, जबकि उनके चैम्बर में लाइट, हीटर ऑन मिले।

प्रशासनिक सुधार विभाग के डिप्टी सेक्रेट्री कल्ला राम मीणा के नेतृत्व में
टीम आज नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय सुबह 9:30 बजे पहुंची तो देखा पूरा ऑफिस
खाली पड़ा है। नगर निगम हैरिटेज के मुखिया (कमिश्नर) विश्राम मीणा का भी
चैम्बर खाली मिला। खुद कमिश्नर करीब दोपहर 10:30 बजे मुख्यालय पहुंचे।
अधीक्षण अभियंता (सिविल), विधानसभा प्रकोष्ठ, डिप्टी कमिश्नर विजिलेंस,
एडिश्नल चीफ इंजीनीयर और डिप्टी कमिश्नर कार्मिक के चैम्बर खुले मिले, जहां
लाइटें ऑन थी। इनमें से कुछ अधिकारियों के चैम्बर में हीटर भी पहले से ऑन
मिले। वहीं असिस्टेंट टाउन प्लानर (एटीपी), विजीलेंस इंस्पेक्टर के चैम्बर
पर तो ताला जड़ा मिला। औचक निरीक्षण करने वाली टीम को लीड कर रहे कल्ला राम
मीणा ने बताया कि हमने सभी कर्मचारियों की 9:45 बजे तक की जब बायोमेट्रिक
अटेंडेंस की रिपोर्ट निकलवाई तो उसमें 489 कर्मचारी-अधिकारियों में से 360
गैर हाजिर मिले। इसकी रिपोर्ट बनाकर हम प्रिंसीपल सेक्रेट्री प्रशासनिक
सुधार को भेजी जाएगी।

9:40 तक उपस्थिति दर्ज करना जरूरी
मीणा ने बताया कि
नगर निगम हेरिटेज के कार्मिक विभाग ने कर्मचारियों-अधिकारियों की उपस्थिति
और उनके वर्किंग को लेकर जो दिशा-निर्देश जारी कर रखे है उसके तहत सभी
कर्मचारी-अधिकारी को सुबह 9:40 बजे तक अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन में
दर्ज करवानी अनिवार्य है, जबकि कर्मचारियों के पहुंचने के लिए 9:30 बजे का
समय निर्धारित है। इस दौरान कोई कर्मचारी 20 मिनट लेट होता है तो उसे उस
सप्ताह के वर्किंग-डे के दिन 20 मिनट अतिरिक्त काम करके उसकी पूर्ति करनी
होती है।

10 बजे बाद आने पर लगती है हाफ-डे
नियमों के तहत अगर
कोई कर्मचारी 10 बजे बाद आकर अपनी हाजिरी लगाता है या शाम को 5 बजे से पहले
निकल जाता है तो उसकी उस दिन की हाफ-डे लगाई जाती है। निगम में
कर्मचारियों के लिए वर्किंग ऑवर्स सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक निर्धारित है।
इसमें 30 मिनट का (दोपहर 1:30 से 2 बजे) तक का लंच अवधि शामिल है।


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