जनजाति छात्रावास गोहपारू में आयोजित हुआ "बालिका संवाद कार्यक्रम":

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शहडोल। कलेक्टर
श्रीमती वंदना वैद्य ने कहा है कि शहडोल जिला असाधारण है। यहाँ सब कुछ
अद्भुत है। शहडोल वन संपदा से अच्छादित क्षेत्र है, यहां साल के सघन वृक्ष
हैं, जिसमें प्रकृति अपने शुद्धतम स्वरूप में सांस लेती है। यहां प्रकृति
की देन खनिज संपदा कोयला है, यहां पेपर मिल है, हमारे शहडोल से सोन नदी
जैसी महान नदियां बहती हैं। हमारे शहडोल में ऐतिहासिक पांडव कालीन विराट
मंदिर है। हमारे शहडोल में अनेक मंदिर प्राकृतिक एवं ऐतिहासिक स्थल है, जो
हमारे इतिहास का जीता जागता उदाहरण है। यहां के सभी व्यक्ति असाधारण एवं
व्यक्तित्व के धनी हैं। शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ किताबी ज्ञान लेना ही
नहीं अपितु हमारे चारों ओर क्या हो रहा है, यह भी जानना आवश्यक है। कलेक्टर
श्रीमती वंदना वैद्य शनिवार को सायं कालीन सीनियर कन्या छात्रावास गोहपारू
में आयोजित "बालिका संवाद कार्यक्रम" में बालिकाओं को सीख दे रही थी।
कलेक्टर
ने कहा कि विद्यार्थियों की स्वाभाविक प्रतिभा को प्रकट करना शिक्षा का
उद्देश्य और शिक्षकों का धर्म है। स्कूल शिक्षा विभाग इस उद्देश्य को बखूबी
पूरा करता है। कलेक्टर ने विद्यार्थियों से कहा कि बच्चे बड़े से बड़ा काम
कर सकते हैं। स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि हम साधारण मानव नहीं, ईश्वर
के अंश हैं, अनंत शक्तियों के भण्डार हैं। अपनी शक्तियों को पहचानो। शिक्षा
व्यक्ति की आंतरिक क्षमता को प्रकट करने का अवसर प्रदान करती है। यहाँ पर
लगाई गई प्रदर्शनी में बच्चों की कलाकृतियाँ देख कर मैं अभिभूत हूँ। उनके
द्वारा बनाये गये मिट्टी के खिलौने, पेंटिंग्स, फोटोग्राफ्स और अन्य
कलाकृतियाँ अद्भुत हैं। ये बच्चे कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर, फोटोग्राफर,
कलाकार, वैज्ञानिक, संगीतकार आदि बनेंगे। मध्य प्रदेश में नई शिक्षा
प्रणाली लागू हुई है। हम शिक्षा के क्षेत्र में नया इतिहास रचेंगे। पहले
मध्यप्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में देश में 17वें स्थान पर था, अब 5वें
स्थान पर आ गया है।
कलेक्टर ने बालिकाओं से कहा कि आज बालिकाएं शिक्षा
के क्षेत्र में नया इतिहास रच रही है। बालिका हर क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ
योगदान दे रही है। आज बालिकाएं हर क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चल रही
है। आज बालिका यूपीएससी, पीएससी, जेईई, एनआईटी, नीट इत्यादि देश के
महत्वपूर्ण परीक्षाओं में मेहनत कर अब्बल रही है। बालिका हर क्षेत्र में आज
अपना लोहा मनवा रही है। उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आप
लोग मेहनत, लगन, परिश्रम करके अपने सपनों को पूरा करो। कलेक्टर ने बालिकाओं
को कहा कि खूब खाओ, खूब खेलो तथा खूब पढ़ो तथा अपने सपनों को पूरा करो।
जिंदगी में एक उद्देश बनाओ तथा उस उद्देश्य की प्राप्ति तक न रुको। यही
जीवन है तथा यही जीवन का आधार है।
कलेक्टर ने छात्रावास के बालिकाओं से
संवाद करते हुए संविधानिक अधिकार, संविधानिक कर्तव्य, संवैधानिक मूल एवं
संवैधानिक अधिकारों के संबंध में विस्तृत चर्चा की। कलेक्टर ने बालिकाओं से
सामान्य अध्ययन के प्रश्न भी पूछे। कलेक्टर ने छात्राओं को ब्रह्मांड,
पृथ्वी, चंद्रमा, ग्रह, क्षुद्र इत्यादि की भी जानकारी दी। कलेक्टर ने
न्यूटन के तीनों नियम के संबंध में बताया। कलेक्टर ने ब्रह्मपुत्र एवं
शहडोल जिले के दियापीपर से होकर बहने वाली सोन नदी को नद बताते हुए कहा कि
हमारे पौराणिक पुस्तकों के अनुसार यह नदी पुरुष है। इस दौरान कलेक्टर ने
अनेक विषयों पर बालिकाओं से विस्तृत चर्चा कर जवाब तलब किया।
</p><p>इस दौरान कलेक्टर ने छात्रों से कई प्रश्न पूछे तथा
प्रश्न का सही जवाब देने वाली बालिकाओं को कलेक्टर ने प्रोत्साहन स्वरूप
पेन एवं कॉपी भेंट किया।
संवाद कार्यक्रम में कलेक्टर ने बालिकाओं से
उनके भविष्य में क्या बनना चाहती हैं, के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
बालिका सविता सिंह ने कलेक्टर को बताया कि वह बड़ी होकर वकील बनेगी, छात्रा
शिवानी सिंह एवं पिंकी सिंह ने बताया कि वह डॉक्टर बनेंगी। छात्रा सुशीला
बैगा ने बताया कि वह बड़ी होकर पटवारी बनेगी। इसी प्रकार सभी छात्रों ने
कलेक्टर को अपने सपनों के संबंध में बताया। जिस पर कलेक्टर ने उन्हें
प्रेरित करते हुए बताया कि कड़ी मेहनत एवं सही दिशा में की गई मेहनत मनुष्य
के सपनों को पूरी करती है, आप सभी बालिका संकल्प के साथ पढ़ो तथा अपने
सपनों को पूरा करें।
कार्यक्रम में सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग
श्री आनंद राय सिन्हा ने बालिकाओं को पेसा एक्ट, संविधान के अनुच्छेद, मध्य
प्रदेश सामान्य ज्ञान, भारत का परिचय सहित अन्य विभिन्न विषयों पर चर्चा
कर जानकारी दी। संवाद कार्यक्रम में उपाध्यक्ष गोहपारू श्रीमती फूलमती सिंह
ने भी छात्राओं से संवाद किया। इस दौरान कलेक्टर द्वारा छात्रावास की लगभग
85 बालिकाओं एवं 12 छात्रावास कर्मियों ठंडी से बचने हेतु गर्म कपड़े
वितरण किया गया। इस दौरान कलेक्टर ने जनजातीय जूनियर कन्या छात्रावास आश्रम
गोहपारू जनजातीय सीनियर छात्रावास एवं कन्या आश्रम गोहपारू का निरीक्षण
किया तथा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कार्यक्रम में विकास खंड शिक्षा
अधिकारी श्री ललित पांडेय, जनजातीय कार्य विभाग के श्री एम.एस. अंसारी एवं
श्री राजेंद्र तिवारी, प्राचार्य जनजातीय सीनियर कन्या छात्रावास गोहपारू
श्री राहुल सिंह, अधिक्षिका श्रीमती सावित्री सिंह, श्रीमती आरती प्रजापति
एवं श्री हीरावती धुर्वे सहित अन्य अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


शहडोल। कलेक्टर
श्रीमती वंदना वैद्य ने कहा है कि शहडोल जिला असाधारण है। यहाँ सब कुछ
अद्भुत है। शहडोल वन संपदा से अच्छादित क्षेत्र है, यहां साल के सघन वृक्ष
हैं, जिसमें प्रकृति अपने शुद्धतम स्वरूप में सांस लेती है। यहां प्रकृति
की देन खनिज संपदा कोयला है, यहां पेपर मिल है, हमारे शहडोल से सोन नदी
जैसी महान नदियां बहती हैं। हमारे शहडोल में ऐतिहासिक पांडव कालीन विराट
मंदिर है। हमारे शहडोल में अनेक मंदिर प्राकृतिक एवं ऐतिहासिक स्थल है, जो
हमारे इतिहास का जीता जागता उदाहरण है। यहां के सभी व्यक्ति असाधारण एवं
व्यक्तित्व के धनी हैं। शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ किताबी ज्ञान लेना ही
नहीं अपितु हमारे चारों ओर क्या हो रहा है, यह भी जानना आवश्यक है। कलेक्टर
श्रीमती वंदना वैद्य शनिवार को सायं कालीन सीनियर कन्या छात्रावास गोहपारू
में आयोजित "बालिका संवाद कार्यक्रम" में बालिकाओं को सीख दे रही थी।
कलेक्टर
ने कहा कि विद्यार्थियों की स्वाभाविक प्रतिभा को प्रकट करना शिक्षा का
उद्देश्य और शिक्षकों का धर्म है। स्कूल शिक्षा विभाग इस उद्देश्य को बखूबी
पूरा करता है। कलेक्टर ने विद्यार्थियों से कहा कि बच्चे बड़े से बड़ा काम
कर सकते हैं। स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि हम साधारण मानव नहीं, ईश्वर
के अंश हैं, अनंत शक्तियों के भण्डार हैं। अपनी शक्तियों को पहचानो। शिक्षा
व्यक्ति की आंतरिक क्षमता को प्रकट करने का अवसर प्रदान करती है। यहाँ पर
लगाई गई प्रदर्शनी में बच्चों की कलाकृतियाँ देख कर मैं अभिभूत हूँ। उनके
द्वारा बनाये गये मिट्टी के खिलौने, पेंटिंग्स, फोटोग्राफ्स और अन्य
कलाकृतियाँ अद्भुत हैं। ये बच्चे कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर, फोटोग्राफर,
कलाकार, वैज्ञानिक, संगीतकार आदि बनेंगे। मध्य प्रदेश में नई शिक्षा
प्रणाली लागू हुई है। हम शिक्षा के क्षेत्र में नया इतिहास रचेंगे। पहले
मध्यप्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में देश में 17वें स्थान पर था, अब 5वें
स्थान पर आ गया है।
कलेक्टर ने बालिकाओं से कहा कि आज बालिकाएं शिक्षा
के क्षेत्र में नया इतिहास रच रही है। बालिका हर क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ
योगदान दे रही है। आज बालिकाएं हर क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चल रही
है। आज बालिका यूपीएससी, पीएससी, जेईई, एनआईटी, नीट इत्यादि देश के
महत्वपूर्ण परीक्षाओं में मेहनत कर अब्बल रही है। बालिका हर क्षेत्र में आज
अपना लोहा मनवा रही है। उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आप
लोग मेहनत, लगन, परिश्रम करके अपने सपनों को पूरा करो। कलेक्टर ने बालिकाओं
को कहा कि खूब खाओ, खूब खेलो तथा खूब पढ़ो तथा अपने सपनों को पूरा करो।
जिंदगी में एक उद्देश बनाओ तथा उस उद्देश्य की प्राप्ति तक न रुको। यही
जीवन है तथा यही जीवन का आधार है।
कलेक्टर ने छात्रावास के बालिकाओं से
संवाद करते हुए संविधानिक अधिकार, संविधानिक कर्तव्य, संवैधानिक मूल एवं
संवैधानिक अधिकारों के संबंध में विस्तृत चर्चा की। कलेक्टर ने बालिकाओं से
सामान्य अध्ययन के प्रश्न भी पूछे। कलेक्टर ने छात्राओं को ब्रह्मांड,
पृथ्वी, चंद्रमा, ग्रह, क्षुद्र इत्यादि की भी जानकारी दी। कलेक्टर ने
न्यूटन के तीनों नियम के संबंध में बताया। कलेक्टर ने ब्रह्मपुत्र एवं
शहडोल जिले के दियापीपर से होकर बहने वाली सोन नदी को नद बताते हुए कहा कि
हमारे पौराणिक पुस्तकों के अनुसार यह नदी पुरुष है। इस दौरान कलेक्टर ने
अनेक विषयों पर बालिकाओं से विस्तृत चर्चा कर जवाब तलब किया।
</p><p>इस दौरान कलेक्टर ने छात्रों से कई प्रश्न पूछे तथा
प्रश्न का सही जवाब देने वाली बालिकाओं को कलेक्टर ने प्रोत्साहन स्वरूप
पेन एवं कॉपी भेंट किया।
संवाद कार्यक्रम में कलेक्टर ने बालिकाओं से
उनके भविष्य में क्या बनना चाहती हैं, के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
बालिका सविता सिंह ने कलेक्टर को बताया कि वह बड़ी होकर वकील बनेगी, छात्रा
शिवानी सिंह एवं पिंकी सिंह ने बताया कि वह डॉक्टर बनेंगी। छात्रा सुशीला
बैगा ने बताया कि वह बड़ी होकर पटवारी बनेगी। इसी प्रकार सभी छात्रों ने
कलेक्टर को अपने सपनों के संबंध में बताया। जिस पर कलेक्टर ने उन्हें
प्रेरित करते हुए बताया कि कड़ी मेहनत एवं सही दिशा में की गई मेहनत मनुष्य
के सपनों को पूरी करती है, आप सभी बालिका संकल्प के साथ पढ़ो तथा अपने
सपनों को पूरा करें।
कार्यक्रम में सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग
श्री आनंद राय सिन्हा ने बालिकाओं को पेसा एक्ट, संविधान के अनुच्छेद, मध्य
प्रदेश सामान्य ज्ञान, भारत का परिचय सहित अन्य विभिन्न विषयों पर चर्चा
कर जानकारी दी। संवाद कार्यक्रम में उपाध्यक्ष गोहपारू श्रीमती फूलमती सिंह
ने भी छात्राओं से संवाद किया। इस दौरान कलेक्टर द्वारा छात्रावास की लगभग
85 बालिकाओं एवं 12 छात्रावास कर्मियों ठंडी से बचने हेतु गर्म कपड़े
वितरण किया गया। इस दौरान कलेक्टर ने जनजातीय जूनियर कन्या छात्रावास आश्रम
गोहपारू जनजातीय सीनियर छात्रावास एवं कन्या आश्रम गोहपारू का निरीक्षण
किया तथा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कार्यक्रम में विकास खंड शिक्षा
अधिकारी श्री ललित पांडेय, जनजातीय कार्य विभाग के श्री एम.एस. अंसारी एवं
श्री राजेंद्र तिवारी, प्राचार्य जनजातीय सीनियर कन्या छात्रावास गोहपारू
श्री राहुल सिंह, अधिक्षिका श्रीमती सावित्री सिंह, श्रीमती आरती प्रजापति
एवं श्री हीरावती धुर्वे सहित अन्य अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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